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पूर्वजों की श्रद्धा भाव से विदाई-पितृ विसर्जनी अमावस्या

पितृ पक्ष में पितरों को सम्मान और श्रद्धा देते हुए तर्पण और पिण्डदान करने के बाद अमावस्या को विदाई दी जाती है। इस बार शनिवार 14 अक्टूबर को हिन्दुआंे का यह धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न होगा।

श्राद्ध में पितरों के निमित्त भोजन में सात्विकता और शुद्धता होना अति आवश्यक है। श्राद्ध के भोजन में-
Û खीर-पूरी अनिवार्य है
Û जौ, मटर और सरसों का उपयोग श्रेष्ठ माना गया है
Û गंगाजल, दूध, शहद, कुश और तिल के बिना पितरों को भोजन नहीं मिलता
Û पितरों की रुचि के पकवान बनाने चाहिए
Û भोजन में प्याज-लहसुन का प्रयोग न करें।

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