युवाओं को घोसला नहीं पंख

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
बेरोजगारी भारत ही नहीं विश्व की बड़ी समस्या है। बढ़ती आबादी के चलते संसाधन कम पड़ते जा रहे हैं। इसलिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने तय किया है कि जिस तरह चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं देती बल्कि पंख देती है ताकि वे आसमान मंे उड़ सकें, उसी तरह युवाओं को भी बेरोजगारी भत्ता देने की जगह इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाए जिससे वह इतना कमाएं जिससे उनके परिवार ही नहीं दूसरों के परिवार भी गुजर-बसर कर सकें। मध्य प्रदेश मंे सीखो और कमाओ योजना इसी उद्देश्य से लांच की गयी है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक 289962 युवाओं ने अपना पंजीकरण कराया था। यह योजना बहुत व्यावहारिक है, क्योंकि प्रशिक्षण प्राप्त करते समय युवाओं को 8 से 10 हजार रुपये वजीफे के रूप में मिलेंगे। आवेदन करते समय आपकी शैक्षिक योग्यता के अनुरूप कोर्स स्क्रीन पर आएंगे, उनमंे से आप अपनी रुचि के जाॅब को चुन सकते हैं। अपनी सुविधा के अनुसार प्रशिक्षण का स्थान भी चुनने का प्रावधान है। मध्य प्रदेश मंे शिवराज सिंह चैहान ने लाडली बेटी, किसानों की फसलों की खरीद आदि की कई योजनाएं चला रखी हैं। इनमंे सीखो और कमाओ योजना युवाओं को रोजगार देने मंे काफी सार्थक हो सकती है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने हाल ही में युवाओं के लिए सीखो कमाओ योजना लॉन्च की है। इस योजना से कुल 11868 प्रतिष्ठान जुड़े हैं। इस योजना के तहत युवाओं को उनके स्किल के आधार पर ट्रेनिंग देकर संबंधित क्षेत्र में नौकरी दी जाएगी। इस योजना की सबसे अच्छी बात है कि इसमें युवाओं को न सिर्फ सीखने को बल्कि कमाने का भी मौका मिलेगा। युवाओं को स्टाइपेंड के रूप में 8 हजार से 10 हजार रुपये दिए जाएंगे। शिवराज सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ शिक्षित और बेरोजगार युवा उठा सकते हैं। राज्य के 18 से 29 वर्ष के युवक-युवतियां इस योजना के तहत खुद को पंजीकृत करा सकती हैं। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का लाभ लेने के लिए उम्मीदवार का मध्य प्रदेश के स्थायी निवासी होना जरूरी है। मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं या आईटीआईटी या उच्च योग्यता रखने वाले युवा भी इस योजना से लाभान्वित हो सकते हैं। मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के लिए अप्लाई करने के लिए युवाओं को आधिकारिक वेबसाइट ीजजचेरूध्ध्लनअंचवतजंस।उच।हवअ।पद पर जाना होगा। इसके लिए ऑफलाइन भी आवेदन किया जा सकता है। पोर्टल पर आवेदन करने से पहले ई-केवाईसी करवाना होगा। इसके लिए आईडी, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर की जरूरत होगी। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत युवाओं को ट्रेनिंग के दौरान 5वीं से 12वीं पास युवाओं को आठ हजार, आईटीआईटी पास को 8500 रुपये, डिप्लोमा होल्डर को 9000 रुपये और बैचलर या उच्च योग्यता
रखने वाले उम्मीदवारों को 10 हजार रुपये स्टाइपेंड प्रतिमाह देने की योजना है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने अलीराजपुर में बेरोजगारों को लेकर बड़ी घोषणा की है। सीएम शिवराज ने कहा है कि 15 अगस्त तक मध्य प्रदेश में 1,00,000 पदों पर भर्ती हो जाएगी। यह भर्ती कार्य पूर्ण होने के बाद फिर नई भर्ती निकाली जाएगी। इसके अलावा, सीएम ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि जो युवा बेरोजगार कक्षा 12वीं उत्तीर्ण हैं, उनके लिए जून से मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना शुरू की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने युवाओं से अपील की है कि वे उद्यम क्रांति योजना का भी लाभ लें। इस योजना के तहत बैंकों से एक लाख से 50,00,000 रुपये तक का ऋण उद्योग खोलने के लिए मिलेगा। इस ऋण को चुकाने की गारंटी मध्य प्रदेश सरकार ले रही है। उन्होंने युवाओं से यह भी अपील की कि वे उद्योग खोलकर रोजगार देने वाले बने। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि आदिवासी बेटा और बेटियों खूब पढ़ाई करो। यदि विद्यार्थी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए मेडिकल कॉलेज या इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होगी, तो सरकार मेडिकल और इंजीनियर कॉलेज की फीस भरेगी।
मध्य प्रदेश की सरकार बेटियों को बड़ा तोहफा पहले ही दे चुकी है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से राज्य की प्रत्येक महिला को लाडली बहना योजना के तहत 1000 रुपये प्रति महीने दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि महिलाएं योजना में मिलने वाली राशि का उपयोग परिवार को मजबूत बनाने में करें। योजना में मिलने वाली राशि से महिलाएं अपने बच्चों के लिए दूध, फल और सब्जी की व्यवस्था कर सकेंगी। अब बहनों को हर महीने एक हजार रुपये यानी साल में 12 हजार और 5 साल में 60 हजार रुपये मिलेंगे।
आत्मनिर्भर भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है। आत्मनिर्भर तभी बन सकते हैं जब हमारी कृषि, हमारा एक-एक किसान आत्मनिर्भर हो। ऐसा तभी संभव है जब हम रासायनिक कृषि की जगह प्राकृतिक कृषि के सिद्धांतों को आत्मसात करें एवं प्राकृतिक खेती को एक जन आंदोलन का स्वरुप दें। शिवराज सिंह चैहान कहते हैं प्राकृतिक कृषि कृषि की प्राचीन पद्धति है। यह भूमि के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखती है। प्राकृतिक कृषि में रासायनिक उर्वरकों तथा कीटनाशकों का प्रयोग नहीं होता है, बल्कि प्रकृति में आसानी से, तथा प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले तत्वों, तथा जीवाणुओं के उपयोग से यह कृषि पद्धति की जाती है। यह पद्धति पर्यावरण के अनुकूल है तथा फसलों की लागत घटाने में कारगर है।
प्राकृतिक कृषि में जीवामृत (जीव अमृत), घन जीवामृत एवं बीजामृत का उपयोग पौधों को पोषक तत्व दिए जाने के लिए किया जाता है। इनका उपयोग फसलों पर घोल के छिड़काव अथवा सिंचाई के पानी के साथ में किया जाता है प्राकृतिक कृषि में कीटनाशकों के रूप में नीमास्त्र, ब्रम्हास्त्र, अग्निअस्त्र, सोठास्त्र, दषा पड़नी, नीम पेस्ट का इस्तेमाल किया जाता है। प्राकृतिक कृषि के प्रचार प्रसार एवं प्रशिक्षण के उद्देश्य से, मध्यप्रदेश, कृषि विभाग द्वारा पंजीयन पोर्टल तैयार किया गया है। इस पोर्टल पर पंजीयन कराने वाले कृषकों को, शासन द्वारा प्राकृतिक कृषि का प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा उनके उत्पादों के प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन तथा मार्केटिंग हेतु प्रशिक्षित किया जायेगा।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक नियुक्त किया है। संगठन के अनुभवी नेता नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष समेत पार्टी में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। नरेंद्र सिंह तोमर को उनके विभिन्न क्षेत्रीय क्षत्रपों के साथ मैत्री संबंध रखने के लिए जाना जाता है। नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से आते हैं, जहां भाजपा 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से मिली हार के बाद अपने प्रदर्शन में सुधार लाने का प्रयास कर रही है।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को हाल में मध्य प्रदेश के लिए भाजपा का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया था। बहरहाल, भाजपा शासित मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में भी इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। (हिफी)