फिर शुरू हो सकती है गुरखा सैनिक भर्ती

पहले कोरोना और फिर अग्निपथ योजनाए नेपाल में होने वाली गुरखा सैनिकों की भर्ती बंद है। 2019 के बाद से भारतीय गुरखा रेजिमेंट में एक भी नेपाली गुरखा शामिल नहीं हुआ। लेकिन अब शायद आने वाले दिनों में भर्ती का मुद्दा आगे बढ़ सकता है। पहले भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने नेपाल का दौरा किया तो महज 15 दिन के अंदर नेपाल के सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल भारत के दौरे पर रहेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरे का सबसे बड़ा मुद्दा अग्निपथ के तहत गुरखा की भर्ती का भी होगा। नेपाल के सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल का बुधवार 11 दिसंबर से भारत दौरा शुरू हुआ जो कि 14 दिसंबर तक जारी रहेगा। गुरखा रेजिमेंट का इतिहास 200 साल पुराना है। दुनिया की इकलौती एसी रेजिमेंट है जो एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन देशों की सेना में अपनी बहादुरी के परचम लहरा रही है। सबसे ज्यादा गुरखा भारतीय सेना का हिस्सा है। ढाई साल पहले भारतीय सेना ने भर्ती को अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती किए जाने का फैसला लिया और इसकी वजह से नेपाल की सरकार ने भारतीय सेना में गुरखा को ना भेजने का फैसला लिया। नेपाल ने भारतीय सेना को एक भी भर्ती रैली आयोजित नहीं करने दी। 2019 से एक भी गुरखा भारतीय सेना के गुरखा रेजिमेंट को नहीं मिला और हर साल गुरखा सैनिक रिटायर हो रहे है। एसे में माना जा रहा है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले 10.12 साल में भारतीय सेना की गुरखा रेजिमेंट में एक भी नेपाली गुरखा नहीं रहेगा। भारतीय सेना की 7 गुरखा रेजिमेंट की 43 बटालियन हैं और हर बटालियन में 150 से 200 नेपाली गुरखा कम हो गए हैं। जिसकी भरपाई के लिए उत्तराखंड के कुमाउ और गढ़वाल के युवाओं को शामिल किया जा रहा है।
नेपाल के सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल का नेपाल के थलसेना प्रमुख के बनने के बाद पहला दौरा है। परंपरा के मुताबिक इस दौरे में नेपाल सेना प्रमुख को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें जनरल की मानद उपाधि से भी नवाजेंगे। अमूमन अब तक इस तरह के दौरे बहुत सीमित होते थेए लेकिन इस बार ये भव्य है। जनरल अशोक राज सिगडेल अपने दौरे के दौरान भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से मुलाकात और कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। खास बात तो ये है कि नेपाल आर्मी चीफ अपने दौरे में भारत के टॉप मंत्रियों से खास मुलाकात करेंगे जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंहए विदेश मंत्री एसण् जयशंकरए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभालए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहानए विदेश सचिव विक्रम मिस्रीए रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह से भी मुलाकात होगी।