साउथ फिल्मों में सुने थे ताने, बालीवुड में बनीं ड्रीम गर्ल

हेमा मालिनी ने अपने करियर में तकरीबन 150 फिल्मों में काम किया। फिल्मों के अलावा वह इन दिनों राजनीति में भी सक्रिय हैं लेकिन दोनों ही जगह एक्ट्रेस ने खूब नाम कमाया। एक्ट्रेस को कभी साउथ में पतली दुबली होने के चलते खूब ताने सुनने पड़े थे लेकिन बाद में वही हेमा मालिनी बॉलीवुड ड्रीम गर्ल बनीं। उन्होंने गत 16 अक्टूबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट किस्से। हेमा मालिनी ने हिंदी सिनेमा में साल 1969 को राज कपूर की फिल्म सपनों के सौदागर से एंट्री की थी। उस वक्त वह महज 18-19 साल की थी, जबकि राज कपूर उस वक्त 40 साल के थे। ऐसे में हेमा को राज कपूर के साथ रोमांस करने में काफी असहजता महसूस हुई थी हालांकि, उन्होंने बताया था कि फिल्म के डायरेक्टर महेश कौल ने डांस की भाषा के जरिए उन्हें सीन के पीछे के इमोशन समझाए और सीन कंप्लीट किया था। हेमा मालिनी का जीवन खुली किताब है। पतली दुबली लड़की का तमिल फिल्म से नकारा जाना, हिंदी फिल्मों में आना फिर अपने डांसिंग स्किल से सबको हैरान कर देना कैनवास बहुत बड़ा है। कई एक्ट्रेस सिल्वर स्क्रीन पर आईं और छा गईं लेकिन हेमा जैसी कोई नहीं रही। हेमा मालिनी ने पर्दे पर हर तरह के किरदार को खूबसूरती से निभाया है। फिर चाहे वह शोले में बक बक करती बसंती का किरदार हो, या ड्रीम गर्ल हो, मीरा बाई हो या फिर स्वामी विवेकानंद की मां दुर्गा हो या सीता -गीता एक्ट्रेस ने हर भूमिका को शिद्दत से निभाया। अपनी डेब्यू फिल्म सपनों के सौदागर में राज कपूर के अपोजिट काम करने के बाद साल 1970 में उनकी तीन बड़ी फिल्म रिलीज हुई तुम हसीन मैं जवान, अभिनेत्री और जॉनी मेरा नाम। तीनों फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुईं। इसके बाद साल दर साल कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ती गईं। हेमा मालिनी ने यूं तो अपने करियर में कई हिट, सुपरहिट फिल्में दी हैं, लेकिन साल 1975 में फिल्म शोले में बसंती का किरदार निभाकर उन्होंने खूब वाहवाही लूटी थी। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ऐसा रिकॉर्ड बनाया था जिसे 20 साल तक कोई फिल्म नहीं तोड़ पाई थी। बाद में साल 2001 में आई फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे ने शोले का रिकॉर्ड तोड़ा था। (हिफी)