कीर्ति कुल्हारी के सामने हिमेश ने रखी थी शर्त

हिमेश रेशमिया ने अपनी फिल्म ‘बैडएस रविकुमार’ से काफी समय बाद दोबारा एक्टिंग का रुख किया है। इस फिल्म में लीड रोल अदा करने के साथ ही हिमेश रेशमिया ने इसे प्रोड्यूस भी किया है। ‘बैडएस रविकुमार’ में हिमेश के अपोजिट कीर्ति कुल्हारी नजर आई हैं। अक्सर मेन स्ट्रीम फिल्मों और मसाला बॉलीवुड से दूर रहने वाली कीर्ति का फिल्म में अलग अंदाज दिखा है। एक्ट्रेस ने अपने हालिया इंटरव्यू में इस बात का खुलासा कि इस फिल्म की कास्टिंग के वक्त उनके सामने एक शर्त रखी गई थी। कीर्ति कुल्हारी ने कहा कि उन्हें फिल्म के ट्रेलर में पहली बार देखकर ऑडियंस हैरान थी। वो इस बात को समझ सकती हैं कि आखिर क्यों लोगों को फिल्म में उनकी कास्टिंग पर विश्वास करने के लिए ट्रेलर को दोबारा देखना पड़ा था।
एक्ट्रेस बताती हैं कि जब पहली बार उन्हें फिल्म के लिए अप्रोच किया गया था तो वो बहुत शॉक थीं। वो कहती हैं, ‘हिमेश और मैं अलग-अलग दुनिया से आते हैं। हम कैसे मिल सकते हैं? मुझे याद है कि कुछ डायलॉग्स थे जिनमें मैं कुछ सुधार करना चाहती थी, लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया था। यह लगभग ऐसी सिचुएशन थी जैसे इसे ऐसे ही करो या छोड़ दो, लेकिन ये फिल्म ऐसी ही है’। कीर्ति कहती हैं कि जब हिमेश ने उनसे कहा कि वो फिल्म में कोई बदलाव नहीं करेंगे या तो वो ऐसे ही फिल्म करें या छोड़ दें। उसी वक्त उन्हें मालूम था कि वो फिल्म कर रही हैं। इस बात से बुरा मानने की बजाय उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि कोई अपनी फिल्म को लेकर इतना श्योर है। उसे मालूम है कि वो क्या करना चाहता है और क्या नहीं। बैडएस रविकुमार के बारे में कीर्ति कुल्हारी कहती हैं कि फिल्म को साइन करने से पहले उन्हें इस बात का डर था कि क्या उनकी ऑडियंस उन्हें इस रोल में स्वीकार करेगी या नहीं। लेकिन उन्हें लगा कि इस फिल्म से वो खुद को चैलेंज करना चाहती हैं। वो अपने ऑडियंस को शॉक करना चाहती थीं।
7 फरवरी को रिलीज हुई बैडएस रविकुमार को खुशी कपूर और जुनैद खान की लवयापा और सनम तेरी कसम की री-रिलीज से कड़ी टक्कर मिली थी। छावा की रिलीज के बावजूद फिल्म सिनेमाघरों में टिकी हुई है। (हिफी)