हिरण्या ओझा की फिल्म तू मेरी पूरी कहानी में हैं युवा पीढ़ी के सपने

महेश भट्ट और सुहृता दास द्वारा निर्देशित तू मेरी पूरी कहानी एक ऐसी फिल्म है जो आज की युवा पीढ़ी के सपनों, संघर्षों और उलझनों को लेकर एक भावनात्मक और गहराई से भरी कहानी प्रस्तुत करती है। फिल्म का शीर्षक भले ही पारंपरिक प्रेम कहानियों जैसा लगे, लेकिन इसकी आत्मा कहीं ज्यादा समकालीन, संवेदनशील और जटिल है। यह फिल्म उन दो दुनियाओं के बीच झूलती एक युवती की यात्रा को दर्शाती है जिन्हें प्यार और शोहरत कहते हैं।
कहानी की शुरुआत होती है हिरण्या ओझा द्वारा निभाई गई अनिका के एक ऑडिशन सीन से, जो साधारण होते हुए भी पूरी फिल्म की थीम को स्थापित कर देता है। अनिका पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ कैमरे के सामने खड़ी होती है, लेकिन जल्द ही उसे एहसास होता है कि वहां मौजूद लोग उसके टैलेंट से ज्यादा नाश्ते में दिलचस्पी ले रहे हैं। यह क्षण दर्शकों को अनिका के आत्मसम्मान और संघर्ष से पहली बार जोड़ता है।अनिका कोई परंपरागत नायिका नहीं है। वह एक नई पीढ़ी की आत्मनिर्भर युवती है, जो अपने सपनों को पूरा करने की जिद में जी रही है। लेकिन उसकी राह आसान नहीं हैं असफलताएं, तिरस्कार और आत्म-संशय उसका पीछा नहीं छोड़ते। महेश भट्ट की कहानियों में अक्सर ऐसे किरदार होते हैं जो टूटे हुए होते हैं लेकिन उन्हीं टूटनों से उनकी ताकत निकलती है। अनिका भी उसी श्रेणी में आती है।फिल्म का मुख्य द्वंद्व है प्यार या शोहरत। यह संघर्ष अनिका के जीवन में तब आता है जब उसकी मुलाकात एक सफल लेकिन नियंत्रक फिल्म निर्माता राज से होती है। राज उसे ग्लैमर की दुनिया में खींच लाता है लेकिन उसके इरादे स्वार्थपूर्ण हैं। राज का किरदार उन लोगों का प्रतिनिधित्व करता है जो सफलता के पीछे भागते हुए रिश्तों और इंसानियत को भुला बैठते हैं। शम्मी दुहान इस किरदार में मजबूती से खड़े नजर आते हैं। (हिफी)