बिना छात्रसंख्या के कैसे संचालित होंगे नए महाविद्यालय

हल्द्वानी। सरकार ने विद्यार्थियों की सहूलियत के लिए नए महाविद्यालय तो खोल दिए। मगर जिन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए यह खोले गए थे। वह पूरे होते नजर नहीं आ रहे है। राजकीय महाविद्यालय हल्द्वानी शहर, राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ समेत प्रदेश में करीब दो वर्ष पूर्व 13 महाविद्यालय खोले गए। लगभग सभी महाविद्यालयों के भवन निर्माण के लिए जमीन मिल गई है। मगर छात्रसंख्या के मामले में हर वर्ष ये महाविद्यालय पिछड़ रहे हैं। राजकीय महाविद्यालय गौलापार में 480 सीटें हैं और यहा स्नातक में बीए, बीएससी, बीकॉम की कक्षाएं संचालित होती हैं। महाविद्यालय में इस बार मात्र 45 प्रवेश हुए हैं। राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ का इससे भी बुरा हाल है। यहां बीए की कक्षाएं संचालित होती हैं।
कॉलेज में हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, संस्कृत विषयों की पढ़ाई होती है। इंटर कॉलेज में इसका संचालन हो रहा है। महाविद्यालय में पिछली बार करीब 62 प्रवेश हुए थे। इस बार स्नातक प्रथम सेमेस्टर में मात्र 26 ही प्रवेश हुए हैं। वहीं अन्य महाविद्यालयों में प्रवेश संख्या लगातार कम हो रही है।