इमरान के समर्थक हाईकोर्ट व जेल के बाहर कर रहे प्रदर्शन

पाकिस्तान में कहने के लिए तो लोकतांत्रिक सरकार है लेकिन हालात कुछ यूं बने हुए हैं कि अघोषित तौर पर सत्ता सेना के हाथ में जा चुकी है। तभी तो आसिम मुनीर के खिलाफ जाने की वजह से पूर्व पीएम इमरान खान को पहले तो जेल भेजा गया और अब स्थिति ये है कि उनकी हत्या तक की खबरें उड़ रही हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान से कई दिनों से न तो पार्टी नेताओं और न ही परिवार के सदस्यों का संपर्क हो पा रहा है। इसी के चलते पार्टी ने 2 दिसम्बर को इस्लामाबाद हाई कोर्ट और रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। सरकार की ओर से सार्वजनिक सभाओं पर प्रतिबंध और मुलाकातों पर रोक के फैसले के बाद खान की हालत को लेकर चिंताएं और ज्यादा बढ़ गई हैं। इमरान खान की सेहत पर चल रही अटकलों और मौत की अफवाहों ने स्थिति तनावपूर्ण कर दी है। इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इस्लामाबाद की हाईकोर्ट के सामने बवाल काट रहे हैं। वे पीएम शहबाज शरीफ, बिलावल भुट्टो और आसिम मुनीर के खिलाफ नारे लगा हैं और आजादी की मांग कर रहे हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और रावलपिंडी में 1 से 3 दिसंबर तक धारा 144 लागू कर दी गई है।
इमरान खान अगस्त, 2023 से जेल में बंद हैं और उन पर भ्रष्टाचार से लेकर आतंकवाद तक कई मामले दर्ज हैं। पीटीआई लगातार मांग कर रही है कि सरकार इमरान खान की स्थिति पर स्पष्ट बयान दे और उनके परिवार को उनसे मिलने की अनुमति दी जाए क्योंकि उनकी बहनें कई दिनों से उनके हालात को लेकर चिंतित हैं।



