सीएस की बैठक में तय नहीं हुआ तबादलों का कोटा, अब जितने जाएंगे पहाड़, उतने ही आएंगे मैदान

देहरादून। सरकारी कर्मचारियों के अनिवार्य तबादले का कोटा निर्धारित करने के लिए मुख्य सचिव की बैठक में तय हुआ कि मैदान यानी सुगम से जितने दुर्गम में जाएंगे, पहाड़ यानी दुर्गम से उतने ही शिक्षक-कर्मचारी उतारे जाएंगे। तबादलों के लिए इस बार कोटा तय नहीं हुआ। स्थानांतरण सत्र के दौरान कितने शिक्षकों और कर्मचारियों का तबादला होगा, यह विभागों के विवेक पर छोड़ दिया गया है।
राज्य सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में बैठक हुई। कार्मिक एवं सतर्कता विभाग की इस बैठक में विभिन्न विभागों के प्रशासनिक सचिव व अधिकारी उपस्थित थे। मुख्य सचिव ने तबादला सत्र के दौरान सभी विभागीय अधिकारियों से रायशुमारी की। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कार्मिक विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई कि स्थानांतरण एक्ट में तबादलों का कोटा निर्धारित करने का प्रावधान नहीं है। लेकिन एक्ट लागू होने के बाद कर्मचारियों की तैनाती में संतुलन स्थापित करने के लिए शुरुआत में 10 फीसदी तबादले किए गए। कोविडकाल में शून्य सत्र होने के बाद इसे बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया। पिछले सत्र के दौरान 15 फीसदी तबादले किए गए।