
हम भारतवासी 15 अगस्त 1947 से स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाते हैं लेकिन इस बार 77वें स्वाधीनता दिवस पर दिल्ली में विशिष्ट अतिथि किसान, मछुआरे, नर्स, शिक्षक जैसे वर्ग से थे और स्वतंत्रता दिवस को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत का जन त्योहार बना दिया था। वहीं, मुख्य विपक्षी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी 12 अगस्त से ही स्वतंत्रता दिवस मनाना शुरू कर दिया था। वह आदिवासियों के साथ नृत्य कर रहे थे। उन्हांेने 15 अगस्त को देशवासियों के नाम एक चिट्ठी भी जारी की।
आम जनता के बीच से लोग बने विशेष अतिथि
77वें स्वतंत्रता दिवस पर आमंत्रित किए गए लोगों में गावों के सरपंच, टीचर, नर्स, किसानों से लेकर मछुआरे और केंद्र के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के कंस्ट्रक्शन में योगदान देने वाले मजदूर भी शामिल थे। इसके अलावा, खादी सेक्टर के वर्कर, राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्नातिल टीचर्स, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के कर्मचारी और विभिन्न राज्यों में अमृत सरोवर एवं हर घर जल योजना प्रोजेक्ट में शामिल लोग भी स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के जरिए सरकार सीमावर्ती इलाकों पर मौजूद गांवों के लोगों
को रहन-सहन के तौर-तरीकों को उन्नत करके उन्हें सशक्त करने का काम कर रही है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के 50 से ज्यादा लाभार्थी भी लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे। उनके साथ उनके परिवार को भी आमंत्रित किया गया था। कृषि मंत्रालय की तरफ से इन लोगों को आमंत्रण भेजा गया था। पीएम किसान स्कीम के तहत केंद्र सरकार गरीब किसानों को आर्थिक मदद मुहैया कराती है और अपनी भूमि पर खेती करने वालों को एक साल में 6 हजार रुपये प्रदान करती है। 2000-2000 रुपये की तीन किस्त में किसानों को यह रकम दी जाती है। किसानों के आधार नंबर से जुड़े बैंक अकाउंट में सीधे यह राशि पहुंचती है। स्वतंत्रता दिवस के खास मेहमानों में इस बार नर्स भी शामिल थीं। इनमें से तीन हरियाणा से थीं। खास मेहमानों की लिस्ट में शामिल इन नर्सों ने कोरोना महामारी के दौरान उत्कृष्ट काम किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लोगों से सोशल मीडिया पर अपनी डीपी बदलकर तिरंगा झंडा लगाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से कहा कि देश के साथ अपने रिश्ते को और गहरा करने की दिशा में सहयोग करते हुए यह कदम उठाएं।
इस बार स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली और आसपास के इलाकों का आसमान प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर और डंबल इंजन की सरकार, दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी और आजादी का अमृत महोत्सव जैसे नारों के प्रिंट वाली पतंगों से गुलजार रहा। पुरानी दिल्ली के लाल कुआं और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में लगे पतंगों के बाजार में राजनीतिक शख्सियतों की पतंगें मिल रही थीं। दुकानदारों के मुताबिक, बाजार में डबल इंजन की सरकार प्रिंट वाली पतंग की काफी मांग रही और यह पतंग कई दुकानों पर खत्म हो गई। इस पतंग पर पीएम मोदी की तस्वीर के साथ डबल इंजन की सरकार-सपना सरकार लिखा था। कमल के फूल की तस्वीर भी छपी थी। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)