
हम भारतवासी 15 अगस्त 1947 से स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाते हैं लेकिन इस बार 77वें स्वाधीनता दिवस पर दिल्ली में विशिष्ट अतिथि किसान, मछुआरे, नर्स, शिक्षक जैसे वर्ग से थे और स्वतंत्रता दिवस को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत का जन त्योहार बना दिया था। वहीं, मुख्य विपक्षी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी 12 अगस्त से ही स्वतंत्रता दिवस मनाना शुरू कर दिया था। वह आदिवासियों के साथ नृत्य कर रहे थे। उन्हांेने 15 अगस्त को देशवासियों के नाम एक चिट्ठी भी जारी की।
आदिवासियों के साथ राहुल गांधी ने किया नृत्य
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और तमिलनाडु से सांसद राहुल गांधी ने भी इस बार स्वतंत्रता दिवस जोश के साथ मनाया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 12 अगस्त को तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में टोडा समुदाय के सदस्यों के साथ कुछ समय बिताया। इस दौरान उन्होंने टोडा लोगों के देवता मंदिर में दर्शन किए और उनके साथ डांस भी किया।
मोदी सरनेम वाली टिप्पणी से संबंधित मानहानि के मामले में दोषसिद्धि पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के बाद राहुल गांधी केरल में अपने निर्वाचन क्षेत्र जा रहे थे। इसी दौरान वह आदिवासी समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करने के लिए मुथुनाडुमांडू में रुके। इस मौके पर टोडा समुदाय की महिलाओं ने कामना की कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री के रूप में इस स्थान पर लौटें। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। कोयंबटूर से सड़क मार्ग के जरिए यहां पहुंचने पर उन्हें एक पारंपरिक शॉल भेंट की गई। राहुल गांधी ने टोडा आदिवासियों के साथ नृत्य किया और उनके पारंपरिक भोजन का स्वाद भी चखा।
राहुल ने समुदाय के देवता के मंदिर का दौरा किया और वहां की पारंपरिक प्रथाओं के साक्षी बने। बाद में राहुल गांधी ने पारंपरिक खेल इलावट्टक्कल देखा, जिसमें युवा महिलाएं एक गोल पत्थर उठाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देती हैं। लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद यह उनका पहला वायनाड दौरा था।
4 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी को राहत देते हुए उनकी सजा पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 7 अगस्त को उनकी लोकसभा की सदस्यता बहाल होने से कांग्रेस और पूरा विपक्ष खूशी से झूम उठा और इसे सच्चाई की जीत करार दिया। सदस्यता बहाल होने के बाद राहुल ने 9 अगस्त को लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया और मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। इसके बाद 15 अगस्त को राहुल गांधी ने देशवासियों के नाम एक चिट्ठी जारी की जिसमंे कहा ‘मेरी प्यारी भारत माता जमीन का टुकड़ा भर नहीं है। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)