मनोज भारती को जनसुराज की कमान

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
प्रशांत किशोर का यह फैसला बिहार की राजनीति में क्या परिवर्तन लाएगा अभी इसकी भविष्यवाणी ठीक नहीं लेकिन जिस तरह लालू यादव ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सत्ता की बागडोर सौंपी और वक्त जरूरत पर जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया गया उसको देखते हुए जन सुराज पार्टी की कमान मनोज भारती के हाथ में देना राजनीति में एकेडमिक सुधार का संकेत है। प्रशांत किशोर ने गांधी जयंती पर जन सुराज पार्टी की घोषणा की और मनोज भारती को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। मनोज भारती भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके हैं और चार देशों में राजदूत रह चुके हैं। मनोज भारती के नाम का ऐलान करने के पहले से ही प्रशांत किशोर ने इस बात का ऐलान किया था कि उनकी पार्टी का अध्यक्ष दलित और पिछड़े समाज से होगा। उन्होंने कहा था कि वो दलित और पिछड़े समाज के योग्घ्य लोगों को खोज कर लाएंगे। अपनी बात का मान रखते हुए उन्घ्होंने मनोज भारती के नाम का ऐलान किया। पार्टी ने 2025 के चुनावी परिणाम की झलक उप चुनाव में दिखने की उम्मीद जताई है।
इस प्रकार बिहार में 2 अक्टूबर 2024 से जनसुराज अभियान राजनीतिक दल में तब्दील हो गया है। प्रशांत किशोर इसके सूत्रधार हैं लेकिन फिलहाल उन्होंने कोई पद नहीं लिया है। बिहार में नए राजनीतिक दल के लिए उत्सुकता है खासकर प्रशांत किशोर के व्यक्तित्व के कारण। अब जनसुराज पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव में दूसरे दलों को चुनौती दे सकती है। पटना का वेटनरी कॉलेज का परिसर इसका साक्षी बना। भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके मनोज भारती को जन सुराज की राजनीतिक कमान सौंपते हुए पीके ने दावा किया कि उनसे योग्य कोई दूसरा नहीं। जनसुराज पार्टी में नेतृत्व समिति की भी घोषणा कर दी गयी है । भरी सभा में पीके ने दावा किया कि 2025 के चुनावी परिणाम की झलक विधानसभा की चार सीटों (रामगढ़, तरारी, बेलागंज, इमामगंज) पर होने वाले उप चुनाव में ही दिख जाएगी। प्रशांत किशोर ने मंच से जन सुराज पार्टी की घोषणा की। मंच पर लोगों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 2-3 सालों से जन सुराज अभियान चल रहा है। लोग पूछ रहे थे कि दल कब बनेगा तो इसको लेकर आज हम सभी जुटे हैं। अब चुनाव आयोग द्वारा जन सुराज अभियान को पार्टी के रूप में स्वीकार कर लिया गया है।
जनसुराज पार्टी के प्रति राजनीतिक रुझान भी तुरंत देखने को मिला। पूर्व मंत्री रघुनाथ पांडेय की बहू विनीता विजय ने लोजपा को छोड़ दिया और जन सुराज में शामिल हो गईं। यह लोजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। विनीता विजय भाजपा से लोजपा में शामिल हुई थीं लेकिन टिकट नहीं मिलने से नाराज थीं। जन सुराज में शामिल होने से विधानसभा चुनाव में नई दिलचस्पी पैदा हुई है।विदित हो कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही वह भाजपा को छोड़कर लोजपा (रामविलास) में शामिल हुई थीं। वह वैशाली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाह रही थीं, मगर टिकट नहीं मिलने से पार्टी से नाराज चल रही थीं। अब आगे कौन आता है यह देखना दिलचस्प होगा । उधर पीके खुलकर सियासत करने लगे हैं। प्रशांत किशोर ने मनोज भारती के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि बिहार में हमारी पार्टी बन गई है। हमने पहले ही साफ कर दिया था कि हमें कोई पद नहीं चाहिए। चुनाव रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने गांधी जयंती पर ‘जन सुराज पार्टी’ के नाम से अपना राजनीतिक दल गठित करने की घोषणा कर दी। पटना के वेटरनरी कॉलेज मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान किशोर ने यह घोषणा की। इस दौरान प्रशांत किशोर की ओर से ऐलान किया गया कि जन सुराज पार्टी के बिहार प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती होंगे। जाहिर है अभी पीके का फोकस सिर्फ बिहार है। कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती भी बिहार के ही मधुबनी के रहने वाले हैं। मनोज भारती ने नेतरहाट से स्कूल की पढ़ाई की। वे आईआईटी कानपुर से पासआउट हुए और आईआईटी दिल्ली से उन्होंने एम टेक किया है। इसके बाद उनका 1988 में आईएफएस में सिलेक्शन हुआ। भारतीय विदेश सेवा में रहते हुए मनोज भारती चार देशों में राजदूत रहे हैं। उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं।
भारतीय विदेश सेवा में रहते हुए वह यूक्रेन, बेलारूस, तिमोर-लेस्ते और इंडोनेशिया में भारत के राजदूत थे। तिमोर लेस्ते में राजदूत नियुक्त होने से पहले भारती ने विदेश मंत्रालय में सचिव-प्रशासन के रूप में कार्य किया। उन्होंने सितंबर 2015 से अक्टूबर 2018 तक यूक्रेन में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया। इससे पहले मनोज भारती ने बतौर आईएफएस म्यांमार, तुर्की, नेपाल, नीदरलैंड और ईरान में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया। प्रशांत किशोर ने बताया कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष दलित समाज से बनाए गए हैं। हमने दलित अध्यक्ष इसलिए नहीं बनाया कि वो दलित है, बल्कि उन्हें इसलिए बनाया, क्योंकि वो सक्षम हैं। जन सुराज में जात पात के नाम पर पद नहीं मिलता है, बल्कि उसके अनुभव और काबिल होने के आधार पर जगह मिलेगी’। प्रशांत ने यह भी कहा कि ‘ये तो शुरुआत है। अभी आगे-आगे देखिए कैसे-कैसे चेहरे को आगे लाते हैं’। प्रदेश कार्यकारी अध्घ्यक्ष बनने के बाद मनोज भारती ने यहां वेटरनरी कॉलेज मैदान में जय बिहार कह संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि ‘दो साल से प्रशांत किशोर बिहार का दौरा कर रहे हैं। इन्होंने बताया कि कैसे बिहार को आगे बढ़ाया जाएगा। प्रशांत किशोर की लीडरशिप में बिहार को आगे बढ़ाना है। बिहार के उत्तर बिहार की नदियां बिहार के लिए अभिशाप बनी हुई हैं, लेकिन हमारी पार्टी इस पर भी काम कर रही है। बिहार से बिहारी को अलग कर सकते हैं, लेकिन बिहारी को बिहार से अलग नहीं कर सकते हैं’।
उन्होंने कहा कि ‘प्रशांत किशोर ने जो शुरुआत की है उसे एक साल या दो साल में पूरा नहीं किया जा सकता है। इसके लिए सतत प्रयास करना होगा। जन सुराज में मिली जिम्मेदारी को मैं भी बखूबी निभाऊंगा’। इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव, राजनयिक से नेता बने पवन वर्मा और पूर्व सांसद मोनाजिर हसन सहित कई जानी मानी हस्तियां मौजूद थीं। किशोर ने चंपारण से राज्य की तीन हजार किलोमीटर से अधिक लंबी ‘पदयात्रा’ शुरू करने के ठीक दो साल बाद इस पार्टी का गठन किया है। (हिफी)