इजरायल के युद्ध विराम के बाद लेबनान में खुशी

इजरायल की ओर से युद्ध विराम स्वीकार कर लेने के बाद 27 नवम्बर को लेबनान में एक नया सुबह हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि बुधवार सुबह चार बजे से युद्ध विराम प्रभावी हो गया। भारतीय समय अनुसार सुबह करीब 7.30 बजे से ये युद्धविराम प्रभावी हुआ। इससे पहले इजरायली पीएम और उनकी वार कैबिनेट ने हिजबुल्लाह के साथ युद्ध विराम के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध विराम के बाद बारूद के ढेर पर बैठे मध्य पूर्व में लोग राहत की सांस ले रहे हैं।
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बीते करीब डेढ़ साल से जारी जंग में हजारों लोगों की मौत हुई है। पूरे इलाके में तबाही ही तबाही देखी जा रही है। बात इजरायल और ईरान के बीच सीधी जंग की ओर बढ़ गई थी। इस कारण तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका पैदा हो गई। लेकिन, अब युद्ध विराम की घोषणा से मानवता ने राहत की सांस ली है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडल ने कहा कि यह स्थायी सीजफायर है।
उधर सीजफायर को स्वीकार किए जाने से पहले इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी इलाके में दो मिनट के भीतर 20 से अधिक हमले किए। यह युद्ध शुरू होने के बाद अब तक एक सबसे भीषण हमला था। उधर, गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध में 44 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। यह सीज फायर समझौता अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता से हुआ है। इसमें इजराइल की सभी चिंताओं के समाधान की बात कही गई है। इजरायल इस संघर्ष विराम को स्वीकार नहीं कर रहा था। अंततः अमेरिका और पश्चिमी देशों के कहने पर उसने इसको स्वीकार किया।