केजरीवाल को मिली संजीवनी

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
देश भर मंे चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को संजीवनी प्रदान की है। दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद से ही उनका चेहरा मुरझाया हुआ था। अब पंजाब की लुधियाना पश्चिम और गुजरात की विसावदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को विजयश्री हासिल हुई है। पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) ने जहां अपना कब्जा करबरार रख है, वहीं गुजरात की विसावदर सीट पर भाजपा प्रत्याशी को हराकर गुजरात मंे भी अपना जनाधार मजबूत किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का राज्यसभा मंे जाने का रास्ता साफ हो गया है। लुधियाना पश्चिम से संजीव अरोड़ा चुनाव जीते हैं जो राज्य सभा का ही प्रतिनिधित्व करते हैं। अब वह अपनी सीट छोड़ सकते हैं।
चार राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजे आ गए हैं। पंजाब के लुधियाना पश्चिम और गुजरात के विसावदर में आम आदमी पार्टी का जादू चल गया है। वहीं, केरल के नीलांबुर में कांग्रेस नीत यूडीएफ ने जीत दर्ज कर ली है, जबकि पश्चिम बंगाल के कालीगंज में तृणमूल कांग्रेस को विजय मिली। नतीजों की बात करें तो पांच में से दो सीटों पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा कर लिया है। वहीं बीजेपी, कांग्रेस और टीएमसी को एक-एक सीट से ही संतोष करना पड़ा है। पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर अपना कब्जा एक बार फिर बरकरार रखा है। आप के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने इस सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी सह कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशु को 10,637 मतों के अंतर से हरा दिया है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक संजीव अरोड़ा को 35,179 वोट मिले जबकि भारत भूषण आशु को 24,542 वोट मिले। उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के जीवन गुप्ता को 20,323 वोट और शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी परोपकार सिंह घुम्मण को 8,203 वोट मिले। आप के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के जनवरी में निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी। गुजरात में दो विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी नेता गोपाल इटालिया ने विसावदर सीट जीत ली है, जबकि भारतीय जनता पार्टी के राजेंद्र चावड़ा ने कडी सीट अपने नाम कर ली है। आप की गुजरात इकाई के अध्यक्ष इटालिया ने जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और बीजेपी उम्मीदवार किरीट पटेल को 17,554 मतों के अंतर से हराया। चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक कुल 21 चरण की मतगणना के बाद इटालिया को 75,942 मत मिले, जबकि पटेल को 58,388 मतों से संतोष करना पड़ा। वहीं, अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित मेहसाणा जिले की कडी सीट पर बीजेपी के राजेंद्र चावड़ा ने कांग्रेस के रमेश चावड़ा को हरा दिया है। राजेंद्र चावड़ा को 99,742 वोट मिले जबकि कांग्रेस के पूर्व विधायक रमेश चावड़ा को 60,290 मत मिले।
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में कालीगंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में टीएमसी ने जीत दर्ज की है। टीएमसी उम्मीदवार अलीफा अहमद ने बीजेपी उम्मीदवार आशीष घोष को 48,673 मतों के अंतर से हरा दिया है। इस जीत पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कालीगंज के लोगों को धन्यवाद दिया और उनके प्रति अपना आभार जताया। ममता बनर्जी ने कहा ‘‘कालीगंज विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में क्षेत्र के सभी धर्मों, जातियों, नस्लों और जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग करके हमें अपार आशीर्वाद दिया है। मैं उनके प्रति विनम्रतापूर्वक आभार व्यक्त करती हूं। इस जीत को रचने वाले ‘मां, माटी
और मानुष’ हैं। कालीगंज के मेरे
साथियों ने इसके लिए अथक परिश्रम किया है। मैं उन्हें भी अपनी हार्दिक बधाई देती हूं। सभी को मेरा अभिवादन और अभिनंदन।’’
केरल के नीलांबुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने कड़े मुकाबले में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) उम्मीदवार को हरा दिया है। कांग्रेस के आर्यदान शौकत ने नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र में माकपा के प्रदेश सचिवालय सदस्य एम स्वराज को एक बड़े अंतर से हराया है। यह जीत सप्ताह भर चले जोशीले प्रचार अभियान और प्रतिद्वंद्वियों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद मिली। नीलांबुर विधानसभा क्षेत्र में 19 जून को हुए उपचुनाव में डाले गये कुल 1,75,989 वोट में से दिवंगत कांग्रेसी नेता आर्यदान मोहम्मद के बेटे शौकत को 77,737 वोट मिले हैं, जबकि स्वराज को 66,660 वोटों से ही संतोष करना पड़ा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार और सत्ता से बाहर होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के लिए उपचुनाव से अच्छी खबर सामने आयी है। देश के चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव एक नई उम्मीद लेकर आए हैं। इन उपचुनावों में आम आदमी पार्टी दो अहम सीटों गुजरात की विसावदर और पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर जीत हासिल कर ली है, जो पार्टी के लिए संजीवनी साबित हो सकती है। इसी साल 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को बड़ा झटका लगा था जब 70 सीटों में से पार्टी केवल 22 सीटें जीत पाई, और 27 साल बाद बीजेपी ने दिल्ली की सत्ता में वापसी करते हुए 48 सीटें अपने नाम कर लीं। हार इतनी बड़ी थी कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया दोनों अपनी-अपनी सीटें हार गए। इसके बाद से पार्टी का नेतृत्व मीडिया और जनता की नजरों से दूरी बनाए हुए है। गुजरात की विसावदर सीट पर आप के लिए यह उपचुनाव बहुत खास है। 2022 में इस सीट पर पार्टी के भूपेंद्र भाई भायानी जीते थे, लेकिन बाद में वह पार्टी और विधायक पद दोनों से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए। इस बार आप ने यहां से अपने चर्चित नेता गोपाल इटालिया को उतारा, जिनके प्रचार के लिए खुद केजरीवाल गुजरात पहुंचे। अब इस सीट पर आम आदमी पार्टी को जीत हासिल हुई है। पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट, जहां आप के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन के बाद उपचुनाव हुआ। वहां पार्टी ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को मैदान में उतारा था। अरोड़ा ने भाजपा के जीवन गुप्ता और कांग्रेस के भारत भूषण आशु को हरा दिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस चुनाव को “विनम्रता बनाम अहंकार” की लड़ाई बताया था। पार्टी सूत्रों के अनुसार, संजीव अरोड़ा लुधियाना से जीतने के बाद अपनी राज्यसभा सीट छोड़ सकते हैं और उस उपचुनाव में अरविंद केजरीवाल को संसद के उच्च सदन में भेजने की योजना है। यानी यह उपचुनाव न सिर्फ आप के लिए राजनीतिक वापसी, बल्कि केजरीवाल के लिए नई राजनीतिक भूमिका का दरवाजा खोल चुका है।
विसावदर उपचुनाव में गोपाल इटालिया की जीत के बाद गुजरात आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने कहा, ”आप 2027 में सरकार बनाने जा रही है।” आप उम्मीदवार गोपाल इटालिया को कुल 75942 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे बीजेपी उम्मीदवार किरीट पटेल को केवल 58388 वोटों से संतोष करना पड़ा। आप उम्मीदवार की जीत पर पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की भी प्रतिक्रिया आ गई है। उन्होंने कहा- गुजरात के लोग बीजेपी से ऊब चुके हैं। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा, “कांग्रेस, भाजपा ने ‘आप’ को हराने के लिए पंजाब, गुजरात में चुनाव लड़ाया लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया। गुजरात के लोग अब भाजपा से ऊब चुके हैं और ‘आप’ में उम्मीद देख रहे हैं।” राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, “फरवरी के चुनावों में, हमने विसावदर सीट जीती थी लेकिन हमारे विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए लेकिन आज, हमने दोनों सीटों (लुधियाना पश्चिम सहित) को दोगुने अंतर से जीत लिया है। हमने लुधियाना पश्चिम भी जीता, और यह दर्शाता है कि लोग हमारे काम से खुश हैं। (हिफी)