किम जोंग ने अमेरिका व दक्षिण कोरिया को दी चेतावनी

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच जारी सैन्य अभ्यास के लेकर बड़ा बयान दिया है। उत्तर कोरियाई नेता ने दुश्मनों का मुकाबला करने के लिए देश की परमाणु ताकत को तेजी से बढ़ाने का संकल्प भी लिया है। सरकारी मीडिया की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है। किम ने यह बात परमाणु-सक्षम प्रणालियों से लैस सबसे उन्नत युद्धपोत का निरीक्षण करने के दौरान कही है। उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की खबर के अनुसार अप्रैल में पहली बार प्रदर्शित किए गए 5,000 टन क्षमता वाले युद्धपोत ‘चोए ह्योन’ का निरीक्षण करते समय किम जोंग उन ने कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया का संयुक्त सैन्य अभ्यास शत्रुता और उनकी कथित युद्ध भड़काने की इच्छा को दर्शाता है। उत्तर कोरियाई नेता ने दावा किया कि इन सैन्य अभ्यासों में परमाणु हथियार शामिल किए जाने से ये पहले से ज्यादा उकसावे वाली गतिविधि बन गए हैं और इसका जवाब देने के लिए उत्तर कोरिया को अब सक्रिय और व्यापक कदम उठाने की जरूरत है। केसीएनए’ ने अपनी खबर में किम जोंग उन के हवाले से कहा, ‘‘डीपीआरके (डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया) के इर्द-गिर्द सुरक्षा की स्थिति दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। ऐसे हालात में हमें अपनी मौजूदा सैन्य नीति और अभ्यास में बड़ा बदलाव करने और परमाणु शक्ति का तेजी से विस्तार करने की जरूरत है।’’ किम ने नौसैनिक विध्वंसक ‘चोए ह्योन’ की तारीफ करते हुए कहा कि इससे सेना की ताकत में इजाफा होगा।
किम जोंग उन ने ठीक उस समय पश्चिमी बंदरगाह नम्पो का दौरा किया था जब दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने अपना वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास
‘उल्ची फ्रीडम शील्ड’ शुरू किया था। दोनों देशों का यह अभ्यास परमाणु
हथियार संपन्न उत्तर कोरिया से उत्पन्न खतरों का बेहतर ढंग से मुकाबला
करने की तैयारियों का हिस्सा है। इसमें 21,000 सैनिक शामिल हैं, जिनमें 18,000 दक्षिण कोरियाई हैं। दक्षिण कोरिया और अमेरिका का कहना है कि यह अभ्यास रक्षात्मक है, लेकिन उत्तर कोरिया लंबे समय से इन्हें हमले की तैयारी बताता
आया है।