महुआ मोइत्रा की झुंझलाहट

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा के एक नेता ने संसद में सवाल पूछने के एवज में रिश्वत अर्थात् कैश फार क्वेरी का गंभीर आरोप लगाया। इसकी जांच के लिए एथिक्स कमेटी बनायी गयी। मोइत्रा ने इस कमेटी की कार्यप्रणाली पर भी आपत्ति उठाई है। गत 2 नवम्बर को एथिक्स कमेटी के कुछ सवालों को विपक्षी सदस्यों ने भी अनैतिक बताया। महुआ भी गुस्से में थीं लेकिन राज्यसभा की सदस्य महुआ मोइत्रा की मुश्किलंे बढ़ती ही जा रही हैं। कैश फार क्वेरी विवाद सन् 2005 में ज्यादा चर्चित हुआ था जब दो पत्रकारों ने एक स्टिंग आपरेशन किया। यह वीडियो 12 दिसम्बर 2005 को प्रसारित किया गया जिसमंे 11 सांसद रंगे हाथ पकड़े गये। इस घोटाले से हड़कम्प मच गया था। लोकसभा ने 10 सांसदांे को निष्कासित कर दिया था। एक राज्यसभा के सांसद थे। उनको भी हटा दिया गया था। अब महुआ मोइत्रा भी ऐसे ही मामले मंे उलझती दिखाई पड़ रही हैं। इसका कारण है कि रीयल एस्टेट के मालिक निरंजन हीरा नंदानी के बेटे दर्शन हीरा नंदानी सरकारी गवाह बन गये हैं और आरोप को मजबूती प्रदान की है।
‘पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने’ के आरोपों का सामना कर रहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे लगातार हमलावर हैं। निशिकांत दुबे का कहना है कि महुआ मोइत्रा का मामला 2005 के ‘कैश फॉर क्वेरी स्कैम’ से भी गंभीर है। लोकसभा की आचार समिति ने ‘पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने’ से जुड़े आरोपों के मामले में सांसद महुआ मोइत्रा को दो नवंबर को बुलाया था। दरअसल, महुआ मोइत्रा ठीक उसी तरह के आरोपों का सामना कर रही हैं, जिस 2005 वाले कैश फॉर क्वेरी स्कैम में 11 सांसदों की सांसदी चली गई थी। महुआ मोइत्रा पर आरोप है कि उन्होंने लोकसभा में सवाल पूछने के एवज में बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिये थे। अपने हलफनामे में खुद दर्शन हीरानंदानी ने इसे कबूल किया है। रियल एस्टेट अरबपति निरंजन हीरानंदानी के बेटे दर्शन हीरानंदानी ने तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा से जुड़े कैश फॉर क्वेरी विवाद में दावा किया कि उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछने के लिए राज्यसभा सांसद महुआ मोइत्रा के संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया था। हालांकि, इस मामले में कहीं भी ऐसा साक्ष्य नहीं है कि महुआ मोइत्रा ने सीधे तौर पर पैसे लिये हों, मगर साल 2005 की घटना में उस वक्त के 11 सांसद हाथ में पैसे लेते दिखे थे। एक निजी चैनल ने 12 दिसंबर 2005 को वीडियो जारी किया था, जिसके बाद सियासी गलियारों में भूचाल आ गया था। इस वीडियो में दावा किया गया था कि इन सांसदों ने सवाल पूछने के बदले पैसे लिये थे। दो पत्रकारों ने तत्कालीन सांसदों के खिलाफ एक स्टिंग ऑपरेशन किया था, जो 12 दिसंबर 2005 को एक निजी समाचार चैनल पर प्रसारित हुआ था।
इस मामले में तत्कालीन सांसद वाई जी महाजन भाजपा, छत्रपाल सिंह लोढ़ा भाजपा, अन्ना साहेब एम के पाटिल भाजपा, मनोज कुमार राजद, चंद्र प्रताप सिंह भाजपा, राम सेवक सिंह कांग्रेस, नरेन्द्र कुमार कुशवाहा बसपा, प्रदीप गांधी भाजपा, सुरेश चंदेल भाजपा, लाल चंद्र कोल बसपा और राजा रामपाल बसपा शामिल थे। भाजपा सांसद दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि मोइत्रा द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गये 61 प्रश्नों में से 50 अडानी समूह पर केंद्रित थे। दुबे ने कहा है कि किसी समय मोइत्रा के करीबी रहे देहाद्रई ने मोइत्रा और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच अडानी समूह तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने के लिए रिश्वत के लेनदेन के ऐसे साक्ष्य साझा किये हैं जिन्हें खारिज नहीं किया जा सकता। वहीं, हीरानंदानी ने एक हस्ताक्षरित हलफनामे में स्वीकार किया है कि मोइत्रा ने प्रधानमंत्री मोदी, जिनकी बेदाग छवि के कारण विपक्ष को उन पर हमले का कोई मौका नहीं मिला, उनकी ‘छवि खराब करने और उन्हें असहज करने’ के लिए गौतम अडानी पर निशाना साधा। हीरानंदानी ने कथित रूप से संसद में प्रश्न पूछने के लिए तृणमूल सांसद को पैसे दिये थे। हालांकि, महुआ ने इन आरोपों को खारिज किया है।
आरोपी उद्योगपति ने सारे राज खोल दिए और कबूल किया कि उसने लॉगइन किया था। आरोपी बिजनेसमैन दर्शन ने अपने हलफनामे में कहा कि कई मौकों पर उसकी महुआ मोइत्रा से मुलाकात हुई थी और वह टीएमसी सांसद से रोजाना से लेकर साप्ताहिक तौर पर बातचीत करता था। उसने हलफनामे में कहा, ‘उन्होंने एक सांसद के रूप में अपनी ईमेल आईडी मेरे साथ साझा की, ताकि मैं उन्हें जानकारी भेज सकूं और वह संसद में सवाल उठा सकें। मैं उनके प्रस्ताव के साथ गया, कुछ जानकारी मेरे साथ साझा की गई, जिसके आधार पर मैंने जरूरत पड़ने पर उनके संसदीय लॉगिन का उपयोग करके प्रश्नों का मसौदा तैयार किया और पोस्ट करना जारी रखा।’ दर्शन ने यह भी दावा किया कि टीएमसी नेता ने उनसे कई तरह की मदद मांगी। उन्होंने कहा कि कई बार मुझे लगा कि वह मेरा अनुचित फायदा उठा रही हैं और मुझ पर उन चीजों को करने के लिए दबाव डाल रही हैं, जो मैं नहीं चाहता था, लेकिन उपरोक्त कारणों से मेरे पास कोई विकल्प नहीं था।
तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की एथिक्स कमेटी से एक खास मांग की थी। उन्होंने कहा है कि वो चाहती हैं इस पूरे मामले में कारोबारी दर्शन हीरानंदानी की बेहतर तरीके से जांच की जाए। जरूरत हो उन्हें क्रॉस एक्जामिन भी किया जाए। महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी को पत्र लिखकर यह मांग की है। साथ ही महुआ मोइत्रा ने ये भी दावा किया है कि संसदीय समितियों को आपराधिक मामलों में जांच का कोई अधिकार नहीं है। ये केवल जांच एजेंसियां ही कर सकती हैं। अब एथिक्स कमेटी के सवालों पर विवाद हुआ है।
संसद की एथिक्स कमेटी की बैठक में हंगामा हो गया। तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के साथ विपक्षी दलों के सदस्य भी बैठक से बाहर चले गए। विपक्ष के नेताओं ने कहा कि महिला से पर्सनल सवाल पूछे गए इसलिए उन्होंने वॉक आउट किया।
विपक्षी सदस्यों ने कहा कि महुआ मोइत्रा से पूछा गया कि, आप किस समय मिले, किससे कब बात की, किससे होटल में मिलीं। विपक्ष ने कहा कि हमें यह बोला गया कि यह गोपनीय है पर एक सदस्य सारी जानकारी बाहर दे देते हैं। उन्होंने महिला से अनैतिक सवाल पूछे।
कमेटी की बैठक बीच में छोड़कर विपक्ष के सांसद गुस्से में आगबबूला होकर बाहर निकले। वे बीजेपी की निंदा कर रहे थे। तेजी से बाहर जातीं महुआ मोइत्रा भी भारी गुस्से में नजर आईं। उनमें से एक बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा कि हमने वॉकआउट किया। कारण पूछने पर उन्होंने कहा कि वॉकआउट इसलिए किया क्योंकि सवाल पूछे जा रहे थे कि आप रात में किससे बात करती हैं। इसका क्या मतलब है। कैश-फॉर-क्वेरी मामले पर संसद की एथिक्स कमेटी की बैठक में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा से सवाल किए गए। इस बैठक के दौरान विपक्षी सांसदों ने बहिर्गमन किया। उन्होंने बैठक के संचालन के तरीके पर सवाल उठाया। विपक्षी सांसदों ने कहा कि कमेटी ने मोइत्रा से व्यक्तिगत और अनैतिक प्रश्न पूछे और एक सांसद ने बैठक का विवरण बैठक के बीच में ही मीडिया को लीक कर दिया।
बैठक से अन्य सांसदों के साथ गुस्से से तमतमाती हुईं बाहर निकलीं महुआ मोइत्रा ने संवाददाताओं से कहा, यह किस तरह की बैठक थी? वे हर तरह के गंदे सवाल पूछ रहे हैं। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)