सम-सामयिक

मणिशंकर ने फिर सांसत मंे डाला

 

कांग्रेस अपने कुछ नेताओं को ध्यान लगाने के लिए गुफाओं मंे क्यों नहीं भेज देती? वे समाज सेवा तो कर नहीं सकते क्योंकि पहली बात तो यह कि उनकी आदत में ही यह शामिल नहीं है। दूसरी बात यह कि कई नेता उम्रदराज हो चुके हैं। वे भागदौड़ कर ही नहीं सकते लेकिन जुबान चला सकते हैं। यह जुबान चहारदीवारी के अंदर जब तक चलती है, तब तक तो ‘बूढ़ी काकी’ की तरफ कोई ध्यान नहीं देता लेकिन सड़क पर या किसी समारोह में कांग्रेस के नेता इस तरह का बयान दे रहे हैं जिससे पार्टी सब काम छोड़कर लीपापोती मंे लग जाती है। इन दिनों 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव हो रहे हैं। मतदान के 6 चरण पूरे हो चुके हैं और एक चरण (1 जून) को अभी बाकी है। पंजाब समेत कई राज्यों मंे कांग्रेस के लिए मतदान काफी महत्वपूर्ण है।

इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने विवादास्पद बयान एक कार्यक्रम के दौरान दिया है। मणिशंकर अय्यर ने 1962 में चीन के हमले पर भी संदेह जताया तो भाजपा और विपक्षी दलों को एक मौका मिल गया। भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने मणिशंकर के बयान पर कंाग्रेस को घेरा है। कांग्रेस के लिए यह बयान इसलिए और भी महंगा साबित हो रहा है क्योंकि राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेता मोदी सरकार पर यह आरोप लगाते रहते हैं कि चीन ने भारत की जमीन पर अनधिकृत कब्जा कर रखा है और मोदी सरकार इस बात को छिपा रही है। अब अमित मालवीय कहते हैं कि मणिशंकर अय्यर तो 1962 मंे चीनी आक्रमण को भी ‘कथित’ बता रहे हैं। इस प्रकार कांग्रेसियों का चीनियों के प्रति प्रेम प्रदर्शित होता है। इसके कई अन्य उदाहरण भी दिये हैं। कांग्रेस अपने ऐसे नेताओं की जुबान पर यदि नियंत्रण नहीं रखेगी तो राजनीतिक संग्राम मंे वह आधी-अधूरी ऊर्जा से ही संघर्ष कर पाएगी। मणिशंकर तो अर्से से यही कर रहे हैं।

अय्यर की उम्र का कब तक ध्यान रखा जाए। कुछ दिन पहले ही उन्हांेने कहा था भारत को चाहिए कि पाकिस्तान को इज्जत बख्शे। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने लोकसभा चुनावों के दौरान अपने विवादित बयानों का सिलसिला जारी रखते हुए यहां तक कह दिया कि भारत ने पाकिस्तान को इज्जत नहीं दी तो संभव है कि वो परमाणु बम से हमला कर दे। अय्यर के इस बयान पर बवाल मच गया है। एक इंटरव्यू में दिया यह बयान कुछ महीने पहले का बताया जा रहा है लेकिन इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन रहे सैम पित्रोदा के विवादित बयान पर हो रही चर्चा के कारण अय्यर का यह वीडियो क्लिप वायरल हो गया है। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर अय्यर का बयान शेयर करते हुए लोग कह रहे हैं कि अय्यर का पाकिस्तान प्रेम है कि छिपता नहीं। हालांकि, बयान वायरल होने के बाद अय्यर सामने आए और कहा कि यह लोकसभा चुनावों में हालत पतली होने के कारण बीजेपी ने नई चाल चली है।

अय्यर अपनी बातचीत के दौरान इस बात पर जोर देते हैं कि भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत की शुरुआत करनी चाहिए। वो कहते हैं कि जितनी कड़ाई से बात करनी है करो, लेकिन बातचीत शुरू तो करो। वो कहते हैं कि बीते 10 वर्षों में पाकिस्तान के साथ बातचीत पूरी तरह बंद है, इससे पाकिस्तान एटम बम के इस्तेमाल के बारे में सोच सकता है। जब बातचीत में यह कहा जाता है कि भारत को मसल पावर दिखाने की जगह बातचीत करनी चाहिए तो अय्यर कहते हैं मसल पावर तो तब दिखाओ जब पाकिस्तान के पास मसल पावर नहीं है। अय्यर यहीं नहीं रुकते, वो कहते हैं कि उनका (पाकिस्तान का) मसल पावर (परमाणु बम) कहुटा (इस्लामाबाद) में रखा है।

अय्यर का कहना है कि हम अगर विश्व गुरु बनना चाहते हैं तो दुनिया को यह अहसास करवाना जरूरी है कि हम पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से बातचीत की कोई पहल ही नहीं हो रही है। वो कहते हैं, आप (मोदी सरकार) बंदूक लेकर घूम रहे हो। उससे क्या हल मिलेगा, कुछ नहीं। तनाव बढ़ता जाता है। कोई भी पागल वहां (पाकिस्तान में) आ जाए तो क्या होगा देश (भारत) का? बहरहाल, वीडियो वायरल होने के बाद मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि लोकसभा चुनावों के कारण उनका पुराने बयान पर बवाल मचाया जा रहा है। पाकिस्तान वाला बयान पुराना सही लेकिन चीन को लेकर यह बयान तो ताजा है। कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता पार्टी की लुटिया डुबोने पर क्यों आमादा हैं। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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