कानपुर में जोन कार्यालय में महापौर प्रमिला पांडेय ने मारा छापा, कर्मी गायब, गैंग्स आफ ठेकेदार कुर्सी पर काबिज

कानपुर। महापौर प्रमिला पांडेय ने जोन- 3 किदवई नगर स्थित जोनल कार्यालय में छापा मारा तो जोनल अधिकारी चंद्रपाल सिंह समेत आधा दर्जन से ज्यादा कर्मचारी गायब मिले। जोन के डंप में ठेकेदारों की निर्माण सामग्री भरी मिली और कई ठेकेदार जोनल ऑफिस में आराम फरमाते नजर आए। महापौर ने इस पर कड़ी फटकार लगाते हुए गैर हाजिर मिले कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ स्पष्टीकरण मांगा है। महापौर ने बताया कि लगातार शिकायत मिल रही थी कि जोन-3 कार्यालय में ठीक से काम नहीं हो रहा है। आकस्मिक निरीक्षण में महापौर ने जोनल अधिकारी को तलब कर कहा कि जब बड़े अधिकारी ही सही समय पर ऑफिस नहीं आएंगे, तो लोगों की समस्या का समाधान कैसे होगा। महापौर ने जोन कार्यालय में बैठकर उपस्थित लोगों की समस्याएं सुनीं। महापौर को जोनल कार्यालय में विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं के 60 से ज्यादा शिलापट रखे मिले। पता चला कि इन्हें जोनल अधिकारी ने वार्डों में विकास कार्य करवाने के साथ लगवाया ही नहीं था। यहां तक कि नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन के समय के शिलापट भी रखे धूल फांक रहे थे।
जोन कार्यालय के निरीक्षण के बाद नगर निगम स्थित कार्यालय पहुंच कर महापौर ने चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी को तलब किया और जोन-3 के डंप में पड़ी ठेकेदारों की निर्माण सामग्री तत्काल हटवाने के निर्देश दिए। महापौर ने चीफ इंजीनियर से इस मामले में स्पष्टीकरण भी तलब किया है।