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बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक पर मोदी ने कसा तंज

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक पर तंज कसते हुए कहा,“जो लोग (विपक्ष) इकट्ठा हुए हैं, उनसे भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर सभी चुप्पी साध लेते हैं।”
श्री मोदी ने आज पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन की पट्टिका का अनावरण करते हुए कहा,“लोकतंत्र लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए है, लेकिन वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए यह परिवार का, परिवार द्वारा और परिवार के लिए है। कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “परिवार पहले, देश कुछ नहीं। यही उनका आदर्श उद्देश्य…. नफरत, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति है। उन्होंने कहा, “देश वंशवादी राजनीति का शिकार है। उनके लिए केवल उनके परिवार का विकास मायने रखता है, देश के गरीबों का नहीं।”
प्रधानमंत्री ने तंज कसते हुए कहा, “भारतीयों के पास क्षमताओं और प्रतिभाओं की कभी कमी नहीं है, लेकिन भ्रष्ट राजवंशीय पार्टियों ने हमेशा उनके साथ अन्याय किया और भारत को इसके दुष्परिणाम भुगतने के लिए मजबूर किया।”
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी 26 विपक्षी दलों के लिए थी, जो 2024 के लोकसभा चुनावों में एकजुट होकर भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिए आज बेंगलुरु में बैठक कर रहे हैं।
श्री मोदी ने आरोप लगाया, “जब किसी एक राज्य में इनका कुशासन उजागर होता है तो दूसरे राज्यों के ये लोग तुरंत उसके बचाव में तर्क देने लगते हैं। उनका केवल एक ही विचारधारा और एजेंडा है, अपने परिवार को बचाना तथा परिवार के लिए भ्रष्टाचार को बढ़ाना देना।” तमिलनाडु में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हालिया छापेमारी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “अब भ्रष्टाचार के कई मामले उजागर हो रहे हैं, लेकिन वे (विपक्ष) पहले ही क्लीन चिट का दावा कर चुके हैं।”
श्री मोदी ने दावा किया कि देश की जनता ने 2024 के चुनाव में एक बार फिर हमारी सरकार को वापस लाने का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा,“ऐसे में भारत की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकानें खोलकर बैठ गए हैं।” उन्होंने कहा, “पिछले नौ वर्षों में हमने न केवल पुरानी सरकारों की गलतियों को सुधारा है, बल्कि लोगों को नई सुविधाएं और उनके लिए नए मार्ग प्रशस्त किए हैं। श्री मोदी ने कहा, “आज भारत में विकास का एक नया मॉडल पेश किया गया है। यह समावेशन का मॉडल है, ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मॉडल है।”

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