राजनीति

मोदी का विकास दशक

 

पिछले एक दशक में देश के विकास को जिस तरह की गति मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में दी है, वह निश्चित रूप से अभूतपूर्व और इस देश की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए घनीभूत प्रयास और प्रयोग का प्रमाण है। ये दस साल वास्तव में कई मायनों में बेनजीर हैं। विकास की गति को जिस तरह प्रवाह दिया गया वह पूर्ववर्ती सरकारों की कार्यशैली में शुमार नहीं था। यह प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व और उनकी टीम के समन्वय का नतीजा है कि कई कई दशक से लंबित सपनों को हकीकत में बदल दिया गया। ऐसा नहीं कि तमाम योजनाओं और कार्यक्रमों को जमीन पर मूर्तरूप देने में व्यवधान नहीं आए वरन विपक्ष ने भी तमाम मुद्दों पर सिर्फ एकतरफा विरोध का रुख अपना कर मोदी सरकार के तमाम कार्यक्रमों, योजनाओं में अडंगा बाजी की लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने कभी संसाधनों की कमी का रोना नहीं रोया वरन अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता से संसाधनों को विकसित कर विकास को गति दी। लगातार राजमार्ग निर्माण, हवाई अड्डों, मेडिकल कॉलेज एम्स की स्थापना गरीबों के लिए मुफ्त राशन उनके स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान योजना निर्बल वर्ग को पक्के मकान उज्ज्वला गैस कनेक्शन आदि लोककल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन ने मोदी सरकार को आम जनमानस के मध्य गंभीरता से स्वीकारने और इकलौता विकल्प बतौर स्थापित करने का काम किया। इस पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण, कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति और दूसरी टर्म का कार्यकाल पूरा होने के साथ ही नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू करने के अहम फैसले देश के भविष्य की नई इबारत लिखने का आधार बन रहे हैं।
पिछले दिनों सत्रहवीं लोकसभा का बजट सत्र संपन्न हो गया और इसके साथ ही संसद की बैठकों के लिहाज से सरकार का कार्यकाल पूरा हो गया। संसद सत्र की अंतिम बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई, संसद सत्रों में हुए कार्य की प्रशंसा की और साथ ही सभी सांसदों का धन्यवाद भी किया कि उनके सहयोग से इतना काम हो पाया।

बेशक विपक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातों पर सवाल खड़े करे लेकिन यह सिर्फ अपनी सरकार का गुणगान नहीं है वरन उनमें वास्तविकता है और इसे कोई नकार नहीं सकता है । प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते 5 वर्ष देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे। अपनी आंखों के सामने ही ट्रांसफॉर्म होते देखना वास्तव में अद्भुत होता है। प्रधानमंत्री ने 17वीं लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, महिला आरक्षण कानून बनाने, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने, दंड संहिता की जगह नयी न्याय संहिता लाने समेत कई विधेयकों के पारित होने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, हम संतोष से कह सकते हैं कि हमारी अनेक पीढ़ियां जिन बातों का इंतजार करती थीं, ऐसे बहुत से काम इस 17वीं लोकसभा के माध्यम से पूरे हुए। पीढ़ियों का इंतजार खत्म हुआ। यह बात एकदम सत्य है कि गत पांच वर्षों में कई ऐसे काम हुए, जिनका पीढ़ियों से इंतजार था। विशेषकर अयोध्या में भव्य एवं दिव्य श्रीराम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होना और कश्मीर में नासूर बन चुके अनुच्छेद 370 को एक झटके में निरस्त कर देना, इनका इंतजार बहुत लंबे समय से था, वहीं सीएए को लागू करने का साहस भी दिखाया ।

आप जानते हैं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए तो हिन्दुओं ने 500 वर्ष की लंबी लड़ाई लड़ी और रामलला के मंदिर की भव्य प्रतिष्ठा के साथ ही बहुसंख्यक वर्ग की आस्था और स्वाभिमान को पूरा कर दिखाया। इसी तरह जो मुस्लिम महिलाएं दशकों से यह लड़ाई लड़ रही थीं कि उन्हें तीन तलाक की गुलामी से मुक्ति मिल जाए, उनकी इस लड़ाई को सफल बनाया संसद ने तीन तलाकरोधी कानून बनाकर। उनका भी सपना पूरा हुआ।

प्रधानमंत्री मोदी आमतौर पर अपने भाषण में कहते हैं कि आने वाले 25 वर्ष देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। राजनीतिक गहमा-गहमी अपनी जगह है, राजनीतिक आकांक्षा और अपेक्षा अपनी जगह हैं लेकिन देश का संकल्प बन चुका है कि अगले 25 साल में वह इच्छित परिणाम प्राप्त करके रहेगा। मोदी ने कहा, वह युवा शक्ति के लिए महत्वपूर्ण कालखंड है। हर किसी का सपना विकसित भारत का है। ऐसा कोई नहीं है जो विकसित भारत को नहीं देखना चाहता। सभी को इसके लिए जुड़ना होगा। जो नहीं जुड़ेंगे वो भी इसका फल तो खाएंगे।

यह बात पूर्णतः सच है कि गत पांच वर्षों में देश ने विकसित होने का न केवल सपना देखना शुरू कर दिया है, बल्कि उस दिशा में मजबूती से कदम भी बढ़ा रहा है। इसका प्रमाण देश में हो रहे काम दे रहे हैं। बुनियादी ढांचा हो या विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती आपूर्ति श्रृंखला बनने की प्रक्रिया, मोबाइल निर्माण से लेकर मिसाइल निर्माण तक भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। विदेशों से आ रहा निवेश, नित नई ऊंचाई छू रहे शेयर बाजार, भारतीय कंपनियों का बढ़ता मुनाफा, हर दिन सैकड़ों नई कंपनियों का खुलना, युवाओं का उद्यमी बनने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ना, ड्रोन से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तक हर तकनीक में भारत का परचम प्रमाणित कर रहा है कि हमारा उत्साह चरम पर है। यह उत्साह ही देश को विकसित बनाएगा, यह उत्साह ही भारत को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाए हुए है। इसके पीछे युवाओं का जोश है तो उद्योग जगत का अपने देश की नौतियों एवं शक्ति में बढ़ा विश्वास भी है। देश में नए स्टार्टअप खुलने और उनकी सफलता की गति भी इसका एक और प्रमाण है। भारत अपना जैट इंजन विकसित करने के लिए तीस हजार करोड़ रुपए खर्च कर चुका है लेकिन सफलता नहीं मिली है। मोदी सरकार ने एक ओर इस अनुसंधान को जारी रखने का निर्देश दिया है, वहीं अमेरिका के साथ मिलकर देश में ही जैट विमान निर्माण का समझौता किया है।

पिछले दस वर्ष में जमीनी हकीकत कितनी बदली है, यह तो सबको दिख ही रहा है, सोच में भी अद्भुत बदलाव आया है। आम आदमी में सरकारों और सत्ताधारी राजनीतिक लोगों के प्रति झूठे सब्जबाग दिखाने, फर्जी वादे करने और खुद की जेब भरने की नकारात्मक छवि बन रही थी इसे काफी सीमा तक प्रधानमंत्री मोदी ने बदला है। अब लोगों में एक भरोसा-विश्वास जागा है कि देश का प्रधानमंत्री देश और लोगों के जीवन के उत्थान के लिए काम कर रहा है और उसमें एक दृढ़ इच्छाशक्ति साफ दिखाई देती है। इस बदलाव का ही परिणाम है कि आज भारत विश्व के हर मंच पर सीना तानकर आत्मविश्वास के साथ खड़ा होता है, बोलता है, जवाब देता है और पूरी दुनिया उसे सुनती है। नया भारत आतंकवाद को नियंत्रित करने की सामथ्र्य रखता है। आतंकी संगठनों को नेस्तनाबूद करने के लिए दुश्मन देश की सीमा में घुसकर एयरस्ट्राइक करने की हिम्मत रखता है। आज यही आत्मविश्वास भरोसा मोदी की गारंटी बन गया है। विकास तरक्की निर्माण का यह आत्मविश्वास, यह रफ्तार हर भारतीय को गौरवशाली संस्कृति से भी जोड़कर उसके भीतर छिपे राष्ट्रीय स्वाभिमान और सांस्कृतिक आत्मगौरव को जगा रहा है ताकि भारत राष्ट्र को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति सम्पन्न विकसित देश बनाने का सपना साकार हो सके। (हिफी)

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button