एमपी को मिलेगा तोमर के अनुभव का लाभ

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मध्य भारत के अपने गढ़ सुरक्षित करना चाहती है। मध्य प्रदेश और राजस्थान मंे 2018 के विधानसभा चुनाव में कांगे्रस ने सत्ता छीन ली थी लेकिन कांग्रेस के आपसी विघटन से सत्ता भाजपा के हाथ आ गयी। इतना ही नहीं ज्योतिरादित्य जैसा प्रभावशाली युवा नेता भी भाजपा को मिल गया। अब इसी साल के अंत तक मध्य प्रदेश समेत चार राज्यों मंे विधानसभा के चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की कुछ लोकप्रिय योजनाएं जैसे लाड़ली बहना योजना से भाजपा के साथ जनता जुड़ी है लेकिन कुछ वर्गों की सरकार से नाराजगी होना स्वाभाविक है। भाजपा हाईकमान ने इसीलिए मध्य प्रदेश की सभी परिस्थितियों से परिचित केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को मध्य प्रदेश में चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया है। श्री तोमर मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष समेत विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक के रूप मंे नरेन्द्र सिंह तोमर का अनुभव
मध्य प्रदेश मंे फिर से भगवा सरकार बनाने मंे प्रभावशाली भूमिका अदा करेगा। केन्द्रीय मंत्री होने के नाते केन्द्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को वह भाजपा के साथ जोड़ते रहे हैं। उन्हांेने पूरे देश मंे पीएम-किसान सहित सभी केन्द्रीय कार्यक्रमों को पूरी तरह से लागू करवाने का प्रयास किया है। मध्य प्रदेश भी कृषि प्रधान राज्य है। अभी गृहमंत्री अमित शाह ने कुछ टिप्स दिये हैं
जिन पर नरेन्द्र तोमर अमल करवा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय
अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक नियुक्त किया है। संगठन के अनुभवी नेता नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष समेत पार्टी में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। नरेंद्र सिंह तोमर को उनके विभिन्न क्षेत्रीय क्षत्रपों के साथ मैत्री संबंध रखने के लिए जाना जाता है। नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से आते हैं, जहां भाजपा 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से मिली हार के बाद अपने प्रदर्शन में सुधार लाने का प्रयास कर रही है।
पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश के लिए भाजपा प्रभारी नियुक्त किए गए केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और अश्विनी वैष्णव भी बैठक में शामिल होने के लिए भोपाल पहुंचे थे। यह बैठक इस साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर महत्वपूर्ण थी। सूत्रों ने बताया कि बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रहलाद पटेल समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महासचिव शिव प्रकाश और मप्र-छत्तीसगढ़ प्रभारी अजय जामवाल भी बैठक में मौजूद थे।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब महज 4-5 महीने का समय बचा है। नजदीक समय देख बीजेपी भी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है। भाजपा आलाकमान ने मध्य प्रदेश चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को दी है। नरेन्द्र सिंह तोमर भी जिम्मेदारी मिलते ही एक्शन मोड में आ गए हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए होमवर्क पर नरेंद्र तोमर तेजी से जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि आगामी दिनों में चुनावी प्रबंधन प्रभारी तोमर अनेक समितियों का गठन करने जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव 2023 को आता देख बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की नजर एमपी पर है। गृहमंत्री अमित शाह, प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर लगातार मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। बताया जा रहा है कि आगामी 30 जुलाई को फिर से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एमपी के दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे बीते दौरे के दौरान दिए गए होमवर्क को चेक करेंगे।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों के हित में योजनाएं बनाते रहते हैं। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) से पीएम-किसान सहित सभी केंद्रीय कार्यक्रमों को पूरी तरह से लागू करने को कहा ताकि किसानों को सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। एक सरकारी बयान में कहा गया कि तोमर की अध्यक्षता में कृषि क्षेत्र के व्यापक विकास के उद्देश्य से केंद्र शासित प्रदेशों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक हुई।
कहा, केंद्र शासित प्रदेशों में भी इन योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए, वहां के सभी किसानों को भी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले… केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी पात्र किसानों, पशुपालकों और मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) सहित अन्य योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के साथ-साथ इन क्षेत्रों को भी विकास की दौड़ में सबसे आगे होना चाहिए, केंद्र शासित प्रदेशों के छोटे किसानों के जीवन स्तर में भी बदलाव होना चाहिए। तोमर ने कहा था ‘‘केंद्र सरकार के पास योजनाओं और धन की कोई कमी नहीं है, योजनाओं के पूर्ण कार्यान्वयन की आवश्यकता है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने युवाओं को कृषि की ओर आकर्षित करने के लिए खेती-बाड़ी को लाभकारी बनाने और छोटे तथा सीमांत किसानों की आय बढ़ाने की आवश्यकता बताई। उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा था कि भारतीय कृषि को लाभदायक बनाने, किसानों की आय बढ़ाने और कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों, अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) और उद्योग के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए पीएम-किसान योजना, 10,000 किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) स्थापित करने और एक लाख करोड़ कृषि ढांचागत कोष जारी करने जैसे पिछले नौ साल में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का उल्लेख किया। तोमर ने कहा, “कृषि हम सभी के लिए वरीयता वाला क्षेत्र है।” उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को लाभकारी बनाने, किसानों की समृद्धि बढ़ाने और कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रौद्योगिकी, शोध और उद्योग के सहयोग की जरूरत है।
विधानसभा चुनाव के चलते ही सीएम शिवराज सिंह चैहान द्वारा प्रदेश में निकाली जा रही विकास यात्रा के बाद बीजेपी प्रदेश में तीन कैम्पेन चलाने जा रही है। विकास यात्रा का समापन 14 अगस्त को किया जाएगा। इसके बाद प्रदेश में समितियों का गठन किया जाएगा। बीजेपी में जिला, मंडल और विधानसभा स्तर पर समितियां बनेंगी। इसमें हारी विधानसभा सीटों पर जो प्रभारी बनाएं हैं उनमें बदलाव हो सकता है। चुनाव लड़ने वाले नेताओं को इन जिम्मेदारियों से मुक्त रखा जाएगा।
इन कैम्पेन में दूसरा संपर्क और संकल्प अभियान है। बीजेपी मध्य प्रदेश में बड़ा विजय संकल्प अभियान चलाने जा रही है। इसे लेकर बूथ स्तर पर तैयारियां होंगी। सभी बड़े नेता बूथ तक उतरेंगे। हितग्राही और सामान्य संपर्क अभियान भी चलेगा।
बीजेपी का सबसे अहम अभियान संत रविदास अभियान है। इस अभियान के तहत बीजेपी ने संत रविदास मंदिर को लेकर बड़ा कैंपेन चलाने का निर्णय लिया है। हर बूथ से मिट्टी लेकर यात्राएं निकाली जाएंगी। दलित-आदिवासी वोटबैंक के नजरिए से यह बीजेपी का अहम अभियान है। (हिफी)