लेखक की कलमसम-सामयिक

शौर्य को समर्पित हैं मेरी माटी मेरा देश

 

शहीदों की चिताओं पर,
लगेंगे हर बरस मेले।
वतन पर मरने वालों का,
यहीं बाकी निशां होगा।

हमारी यह माटी जो आज हमारा न सिर्फ भरण-पोषण कर रही है बल्कि मान-सम्मान भी दे रही है। बीते 9 व 10 सितम्बर को जी-20 सम्मेलन से यह स्पष्ट भी हो गया कि विश्व मंे भारत का कितना मान है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेरी माटी, मेरा देश अभियान शुरू किया जिसे उत्तर प्रदेश मंे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन-जन से जोड़ा है। यह अभियान भारत की मिट्टी और वीरता का जश्न मनाने का एक अभियान है। इसमंे विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के लोगों के बीच बातचीत बढ़ाने और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियों को शामिल किया गया है। उदाहरण के लिए यूपी मंे 75 जिलों के आधार पर 75 पौधों के अमृत कलश और अमृत वाटिका का निर्माण, वीरों की लेम प्लेट लगवाना, पंच प्राण प्रतिज्ञा और देश व बहादुरों के परिवार की रक्षा करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान। इसके साथ ही राष्ट्रीय ध्वज फहराना और राष्ट्रगान भी इस अभियान का एक अंग है। मोटे रूप से कहा जाए तो मेरी माटी मेरा देश अभियान स्वाधीनता की 77वीं वर्षगांठ माने का एक अलग तरह का प्रयास है। सभी लोग अपने मूल स्थानों या ऐतिहासिक महत्व के स्थानों की मिट्टी संस्कृति मंत्रालय को भेजेंगे। इस मिट्टी का उपयोग अमृत वाटिका बनाने मंे किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 जुलाई को मन की बात के 103वें संस्करण के दौरान 77वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए एक अनोखे विचार का हवाला दिया था। उन्होंने अमृत महोत्सव समारोह के दौरान मेरी माटी- मेरा देश अभियान की घोषणा की थी, जो कि 9 अगस्त से 15 अगस्त तक चलने वाला अभियान है। क्या है यह अभियान और क्यों किया गया है जारी, जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें। भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का समापन होगा। पीएम मोदी ने मेरी माटी-मेरा देश अभियान का सुझाव देते हुए कहा था कि इसकी टैगलाइन मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन है। अभियान वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रव्यापी अभियान राष्ट्र और बहादुरों की उपलब्धियों को जश्न मनाने को लेकर है।

इस वर्ष यह अभियान गांव, पंचायत, ब्लॉक, शहरी स्थानीय निकाय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करके जनभागीदारी को बढ़ावा देने के लिए है। प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात एपिसोड में कहा था, श्इसके तहत हमारे अमर शहीदों की याद में देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।इन विभूतियों की स्मृति में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे। इस अभियान के तहत देशभर में अमृत कलश यात्रा भी आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा था कि देश के कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर अमृत कलश यात्रा देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। यह यात्रा अपने साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी।

7500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास अमृत वाटिका बनाई जाएगी। ये अमृत वाटिका एक भारत-श्रेष्ठ भारत का भी भव्य प्रतीक बनेगी। राजधानी लखनऊ के काकोरी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरी माटी मेरा देश अभियान का शुभारंभ किया. इस अभियान के तहत, देश के हर गांव, ब्लॉक, नगरनिगम और नगरपालिका स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इस दौरान देश के लिए अपने जीवन का बलिदान करने वाले बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 2047 में जब देश आजादी का शताब्दी महोत्सव महोत्सव मना रहा होगा तब हर राष्ट्रभक्त भारतीय के मन में भारत को समर्थ, सशक्त और दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति के रूप में देखने की इच्छा होगी। हर भारतीय देश को दुनिया का नेतृत्व करते हुए देखने की इच्छा रखता है। सीएम योगी ने ये बातें गोरखनाथ मंदिर में मेरी माटी मेरा देश कार्य्रकम के दौरान कहीं। उन्होंने भाजपा महानगर इकाई के अध्यक्ष राजेश गुप्ता को गोरखनाथ मंदिर परिसर की मिट्टी अमृत कलश में भरकर सौंपी।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में भारत ने अपनी आजादी का अमृत महोत्सव पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ आयोजित किया। यह हम सबका सौभाग्य है कि आजादी के अमृत काल के प्रथम वर्ष में हम सबको नए भारत का दर्शन हो रहा है। पीएम मोदी ने नए भारत की 140 करोड़ की आबादी को आगामी 25 वर्ष की एक विस्तृत कार्ययोजना के साथ आगे बढ़ने का एक अवसर दिया है।

सीएम योगी ने कहा कि सशक्त, समर्थ और शक्तिशाली भारत के लिए जो कार्यक्रम दिए गए हैं, उसी की श्रृंखला में विरासत के सम्मान वाले माटी को नमन वीरों को वंदन कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के कार्यक्रम का शुभारंभ गोरखपुर में महानगर संगठन की तरफ से किया जा रहा है। इसमें गोरखपुर की माटी को अमृत कलश के साथ जोड़ने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने का अनोखा आइडिया सुझाया। 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में शुरू किए गए “आजादी का अमृत महोत्सव” को सम्पन्न करने के लिए, इस वर्ष 2023 में भारत “मेरी माटी मेरा देश” अभियान मनाने जा रहा है। मेरी माटी, मेरा देश’ पहल भारत की आजादी के 77वें वर्ष को मनाने के लिए एक अभिनव और रचनात्मक दृष्टिकोण है। हमें इसमें भाग लेकर और अपनी देशभक्ति दिखाकर इस आयोजन को सफल बनाना चाहिए।

भारत सरकार ने “मेरी माटी, मेरा देश” नाम से एक अभियान शुरू किया है। आकाशवाणी पर अपने नवीनतम मन की बात शो में प्रधान मंत्री ने इस अभियान के बारे में बात की। “मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन” मेरी माटी मेरा देश अभियान का नारा है। इस अभियान का प्राथमिक उद्देश्य उन साहसी शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों और बहादुर महिलाओं को सम्मान और श्रद्धांजलि देना है जिन्होंने पूरे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सेवा की। इस वर्ष, “जनभागीदारी” को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय, पंचायत, ब्लॉक, ग्रामीण, शहरी, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों से मिट्टी को 7500 कलशों में इकट्ठा कर देश की राजधानी दिल्ली लाया जाएगा। इस मिट्टी का उपयोग दिल्ली में कर्तव्य पथ के निकट “अमृत वाटिका” नामक उद्यान बनाने में किया जाएगा। अभियान के हिस्से के रूप में, शिलाफलकम, या स्मारक पट्टिकाएँ लगाई जाएंगी। बहादुरों के प्रयासों का सम्मान करने के लिए पंच प्राण प्रतिज्ञा, वसुधा वंदन, वीरों का वंदन आदि कार्यक्रम भी होंगे।‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान भारत की भूमि और वीरता का जश्न मनाने का एक अभियान है। मेरी माटी मेरा देश अभियान का लक्ष्य चल रही गतिविधियों में भाग लेकर सभी को देशभक्ति और अपने देश के प्रति प्रेम की भावना पैदा करना है। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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