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नाटो के महासचिव रूटे के बयान ने बढ़ाई चिंता

रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका भारत को धमकी देने में लगा है। इस बीच नाटो के महासचिव मार्क रुटे ने एक बड़ा बयान देकर भारत की चिंता बढ़ा दी है। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर भारत, चीन और ब्राजील जैसे देश रूस के साथ अपने आर्थिक संबंधों को जारी रखते हैं, तो उन्हें बेहद सख्त सेकंडरी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को नए हथियार देने का ऐलान किया है और रूस से व्यापार करने वालों पर 100 फीसद टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
अमेरिकी सांसदों के साथ 16 जुलाई को एक बैठक में रुटे ने यह कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, ‘अगर आप बीजिंग, दिल्ली या ब्राजीलिया में हैं, तो एक बार सोचिए कि ये निर्णय आपके लिए कितना भारी साबित हो सकता है। यह आप पर बहुत बड़ी चोट की तरह गिर सकता है।’ रुटे ने संवाददाताओं से कहा, ‘यदि आप चीन के राष्ट्रपति हैं, भारत के प्रधानमंत्री हैं, या ब्राजील के राष्ट्रपति हैं, और आप रूस के साथ व्यापार करना जारी रखते हैं तथा उनका तेल और गैस खरीदते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि अगर पुतिन शांति वार्ता को गंभीरता से नहीं लेते तो मैं 100 प्रतिशत सेकेंडरी प्रतिबंध लगा दूंगा।’ दरअसल वह चाहते हैं कि भारत और चीन जैसे देश पुतिन पर दबाव बनाएं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में ऐलान किया है कि यूक्रेन को बड़े पैमाने पर हथियार दिए जाएंगे। इसमें एयर डिफेंस सिस्टम, मिसाइलें और गोला-बारूद शामिल हैं, जिनकी लागत यूरोपीय देश मिलकर वहन करेंगे।जब रुटे से पूछा गया कि क्या यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें भी दी जाएंगी, तो उन्होंने कहा, ‘यह डिफेंसिव और ऑफेंसिव दोनों तरह के हथियार हैं। यह निर्णय अब पेंटागन और नाटो के मिलिट्री कमांडर यूक्रेनी सेना के साथ मिलकर ले रहे हैं।’ गत 4 जुलाई को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बातचीत के दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न केवल रूस के अंदर तक हमलों को बढ़ाने का सुझाव दिया, बल्कि यह भी पूछा कि यदि लंबी दूरी के हथियार दिए जाएं तो क्या यूक्रेन मॉस्को पर हमला कर सकता है। यह कॉल उस दिन के ठीक बाद हुई जब ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बातचीत की थी।

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