हिंसक प्रदर्शन के बीच नेपाल के पीएम ओली ने गद्दी छोड़ी

नेपाल में भारी विद्रोह के बाद तख्तापलट हो गया। प्रधानमंत्री ओली नेपाल छोड़कर दुबई भाग सकते हैं। ओली को दुबई ले जाने के लिए प्राइवेट प्लेन तैयार था। मिली जानकारी के मुताबिक, नेपाल के ललितपुर के भैसपति में हेलीकॉप्टर उड़ते देखे गए, जबकि हिमालयी देश में छात्रों के नेतृत्व में हिंसक सरकार विरोधी प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने भक्तपुर के बालकोट स्थित प्रधानमंत्री ओली के आवास में आग लगा दी। ओली बलवतार स्थित प्रधानमंत्री आवास पर थे। अन्य मंत्रियों के घर के पास भी हेलिकॉप्टर उतरे हैं और ये आशंका जताई जा रही है कि कई मंत्री भी नेपाल छोड़कर भागने की तैयारी में हैं।
नेपाल के बिगड़ते हालात को देखते हुए पीएम ओली ने डिप्टी पीएम को देश की कमान सौंपी है। युवा ओली सरकार को हटाने की मांग पर अड़े हुए थे। उनकी मांग है कि नेपाल में अंतरिम सरकार का गठन किया जाए। नेपाल के राष्ट्रपति आवास में प्रदर्शनकारी घुस चुके हैं। काठमांडू में जगह-जगह आगजनी और पथराव की घटनाएं सामने आ रही हैं। राष्ट्रपति के निजी आवास पर कब्जा कर लिया गया है और जगह-जगह तोड़फोड़ की गई है। नेपाल में हिंसा अपने चरम पर पहुंच चुकी है और हालात काफी बिगड़ गए हैं।
नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ 8 सितम्बर को हुए हिंसक प्रदर्शनों में 21 युवाओं की मौत हो गई है। इसके साथ ही 350 से ज्यादा युवा घायल हो गए हैं। हालांकि, इसके बावजूद भी प्रदर्शनकारी पीछे नहीं हटे जिसके बाद नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली सरकार को सोशल मीडिया बैन करने के फैसले को वापस लेना पड़ा। इस पूरे घटनाक्रम के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपना पहला बयान जारी किया। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश में बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर एक बयान जारी करते हुए कहा- आज युवा पीढ़ी द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई दुखद घटना से मैं बहुत दुखी हूं। हालांकि, हमें विश्वास था कि हमारे बच्चे शांतिपूर्वक अपनी मांगें रखेंगे, लेकिन विभिन्न निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा विरोध प्रदर्शन में घुसपैठ के कारण उत्पन्न स्थिति के कारण नागरिकों की दुखद जान चली गई। सरकार सोशल मीडिया के इस्तेमाल को रोकने के पक्ष में नहीं थी और इसके इस्तेमाल के लिए माहौल सुनिश्चित करेगी। इसके लिए लगातार प्रदर्शन करने की कोई जरूरत नहीं थी। और, इस स्थिति को जारी नहीं रहने दिया जाएगा।