अब गुजरात नहीं अयोध्या है माडल

भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने 2014 में लोकसभा का चुनाव गुजरात माडल पर लड़ा और शानदार सफलता भी पायी। गोधरा काण्ड के बाद गुजरात में जो हुआ उससे नरेन्द्र मोदी की छवि एक प्रचंड हिन्दूवादी नेता की बन गयी थी। मोदी की इस छवि ने हिन्दुओं के ध्रुवीकरण में जबरदस्त भूमिका निभाई। इसके साथ ही गुजरात के विकास और वहां की कानून व्यवस्था को भी इस तरह पेश किया गया कि जैसे वहां अपराधियों का नामो-निशान नहीं है। कहा जाता था अहमदाबाद में जेवर पहने हुए लडकियां और महिलाएं रात में बेखौफ घूमती रहती हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छवि बनाने और बिगाड़ने में तो सिद्धहस्त ही है। इस तरह गुजरात माडल ऐसा हिट हुआ कि समाज वादी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कहने लगे कि हम उत्तर प्रदेश को गुजरात बना देंगे। वही समय था जब नरेन्द्र मोदी ने जवाब दिया था गुजरात बनाने के लिए 56 इंच का सीना चाहिए। मोदी का यह डायलाग बहुत चर्चित हुआ था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को निष्प्रभावी किया गया और अयोध्या में राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया। भाजपा को लम्बी छलांग राम मंदिर के नाम पर ही मिली थी। इसलिए 2017 में योगी आदित्यनाथ जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने ही अयोध्या को भाजपा का माॅडल बनाना शुरू कर दिया था। हालांकि पहले पीएम मोदी के लोकसभा छेत्र में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण किया गया लेकिन अयोध्या को माॅडल बनाने में बेहतर राजनीतिक संभावनाएं नजर आ रही थीं। इसी पर अमल हो रहा है।
अयोध्या में नए बनने वाले राम मंदिर की आधारशिला 5 अगस्त, 2020 को रखी गई थी, जो भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था। उसी समय यह तय हो गया था कि बहुसंख्यक हिंदू आबादी के बीच भारतीय सनातन संस्कृति के प्रतीक के रूप में देखा जाने वाला यह अयोध्या का राम मंदिर अभूतपूर्व संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करेगा। पांच साल के अंतराल में मंदिर तैयार हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 में दो करोड़, 68 लाख, 17 हजार से अधिक देसी और एक हजार 511 विदेशी पर्यटक व श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण के बाद यहां सालाना आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 25 करोड़ तक पहुंच जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर छह वर्ष पहले अयोध्या में शुरू किए गए दीपोत्सव समारोह में भी इस वर्ष रिकार्ड 22.23 लाख दीपक जलाए गए, जो उस परिवर्तनकारी यात्रा का पूर्वाभास देता है जो रामनगरी शुरू कर रही है। भव्य मंदिर, सदियों की भक्ति का प्रमाण और आध्यात्मिक महत्व का प्रतीक, न केवल उपासकों को बल्कि इस सांस्कृतिक उत्थान को देखने के इच्छुक पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा। इसीलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में विकास कार्य की झड़ी लगा दी है।
आर्थिक विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि धार्मिक पर्यटन में इस उछाल का प्रभाव अयोध्या और उत्तर प्रदेश के लिए परिवर्तनकारी होने की उम्मीद है। रामपथ’ को हनुमान गढ़ी होते हुए राम जन्मभूमि से जोड़ने के लिए 700 मीटर लंबा ‘भक्तिपथ’, सुग्रीव किला से श्रीराम जन्मभूमि मार्ग तक 500 मीटर लंबे ‘जन्मभूमि पथ’ के साथ 10 किलोमीटर लंबा पंचकोसी मार्ग और 23 किलोमीटर लंबा चैदह कोसी मार्ग श्रद्धालुओं के लिए प्रभु श्री राम के दर्शन को आसान करेंगे। करीब 3000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से अयोध्या शहर में चल रहे विकास कार्यों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर हाल में जनवरी के पहले हफ्ते के भीतर पूरा करने का लक्ष्य अधिकारियों को दिया है ताकि थोड़ा देर सबेर होने पर भी 22 जनवरी को अयोध्या परफेक्ट दिखाई दे। पर्यटकों के अयोध्या आगमन में तेज बढ़ोतरी को भांपते हुए बड़े ब्रांड्स ने यहां के बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी शुरू कर दी है। पेंटालून, फन अनलिमिटेड, मार्केट 99, डिशुम मल्टीप्लेक्स के साथ डोमिनोज, पिज्जा हट जैसी कंपनियों के आउटलेट खुल चुके हैं। यहां पर लूलू हाइपर मार्केट का निर्माण भी प्रस्तावित है। आर्थिक केंद्र बनने की ओर अग्रसर अयोध्या को फरवरी में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में 33 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश का प्रस्ताव मिला था।
रियल एस्टेट के क्षेत्र में भी अयोध्या में बड़ा निवेश होने जा रहा है। अयोध्या की ग्रीन फील्ड टाउनशिप में एक दर्जन से अधिक कंपनियों ने निवेश की रुचि दिखाई है। रियल एस्टेट कंपनी लोढ़ा ग्रुप ने अयोध्या में निवेश का प्रस्ताव दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 30 दिसम्बर को एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या में 15,700 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। यही नहीं श्रीराम की नगरी से देश के विभिन्न शहरों के लिए भी सौगातों का पिटारा खुल गया है। पीएम मोदी ने उसी दिन देश के अलग अलग स्टेशनों से संचालित होने वाली 6 वंदे भारत और 2 अमृत भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले पीएम मोदी ने पुनर्विकसित अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन को राष्ट्र को समर्पित किया। इसी के साथ 30 दिसंबर 2023 की तिथि अयोध्या के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित हो गयी और भगवान श्रीराम की नगरी में विकास के नया युग का शुभारंभ हुआ। जम्मू से लेकर कोयम्बटूर तक अयोध्या को बेहतर कनेक्टिविटी की सौगात मिल गयी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन को जब जनता को समर्पित किया तभी श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा-नई दिल्ली, अमृतसर-नई दिल्ली, कोयम्बटूर-बेंगलुरु, मंगलूरु- मडगांव, जालना-मुंबई एवं अयोध्या- आनंद विहार टर्मिनल के बीच 6 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के साथ ही
अयोध्या-दरभंगा एवं मालदा टाउन-बेंगलुरु के बीच 2 अमृत भारत ट्रेन की सौगात मिली। पीएम मोदी ने अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सौगात भी दी है। पीएम ने एयरपोर्ट टर्मिनल का निरीक्षण भी किया। अयोध्या के इस एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम रखा गया है। एयर इंडिया ने एक्सप्रेस दिल्ली के साथ ही अयोध्या के बीच सीधी फ्लाइट का संचालन भी शुरू कर दिया है।
अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास 240 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। यह एक तीन मंजिला सर्टिफाइड ग्रीन बिल्डिंग है, जहां पर लिफ्ट, एस्केलेटर, वेटिंग हॉल, क्लॉकरूम और फूड प्लाजा जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन के साथ ही पूरी बस्ती का कायाकल्प हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में लता मंगेशकर चैक पर पहुंचकर लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान लगा मंगेशकर चैक को बहुत ही खूबसूरती से सजाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में 15 किमी लंबा रोड शो भी किया था। इस दौरान पूरी नगरी राम के रंग में रंगी नजर आई। लोग पीएम की एक झलक पाने के लिए सड़कों पर उमड़ पड़े थे। अयोध्या पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने फूल भेंट कर स्वागत किया था। पीएम मोदी ने रोड शो के दौरान सड़कों पर खड़े लोगों का हाथ हिलाते हुए अभिवादन किया। वहीं लोग उनकी तस्वीर लेते दिखे। रोड शो के मार्ग में विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक मंडलियों ने भी प्रस्तुति दी। राम नगरी को पीएम मोदी ने 15,700 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देकर अयोध्या को भाजपा का माडल बना दिया है। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)