किसानों को मालामाल करेंगे भिंडी, बाजरा व मशरूम

(अरुण-हिफी फीचर)
किसान अब गेहूं, धान, गन्ना के साथ ही मोटे अनाज व सब्जियां भी उगा रहे हैं। मोटे अनाज मंे इन दिनों बाजरा लहलहा रहा है तो सर्दियों वाली भिंडी भी फूल दे रही है। जाड़ों मंे मशरूम भी लोग ज्यादा पसंद करते हैं। इनके लिए हमारी केन्द्र और राज्य सरकारें भी सब्सिडी देती हैं। इसका फायदा उठाएं फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों से बचाना भी जरूरी है, तभी मेहनत का फल मिलेगा।
बिहार में मशरूम किट पर बम्पर सब्सिडी
किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है। ऐसे ही बिहार सरकार किसानों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने के लिए मशरूम किट वितरण योजना का संचालन कर रही है। इस योजना में किसानों को बंपर सब्सिडी भी दी जा रही है। बिहार सरकार की मशरूम किट वितरण योजना के तहत किसानों को मशरूम फार्मिंग के बारे में भी बताया जा रहा है, जिसका लाभ लेकर किसान भरपूर लाभ कमा सकते हैं। ऐसे किसान जिनके पास खेती योग्य जमीन नहीं है वे भी मशरूम की खेती कर सकते हैं। इसे घर के एक छोटे से कमरे से भी शुरू कर सकते हैं जिससे काफी मुनाफा भी कमाया जा सकता है।
मशरूम किट वितरण योजना के अंतर्गत किसानों को किट के लिए कुल 55 रुपये लागत पर किट मिल जाती है। सरकार द्वारा किसानों को 90 फीसदी सब्सिडी पर किट दी जा रही है। यानी सब्सिडी के बाद किसानों को मशरूम की एक किट केवल 5 से 6 रुपये में ही मिल जाएगी। कोई भी किसान इस योजना के अंतर्गत 25 किट और ज्यादा से ज्यादा 100 मशरूम किट का लाभ ले सकते हैं। केवल बिहार राज्य के किसान ही इस योजना का लाभ ले सकते हैं। आवेदकों को पहले प्राधिकृत संस्थान द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करना जरूरी है। बिहार के कोई भी किसान इस योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर ले सकते हैं। मशरूम किट प्राप्त करने के लिए किसानों को कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इन दस्तावेजों में आवासीय प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, किसान रजिस्ट्रेशन नंबर, मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र और पासपोर्ट साइज फोटो है।