योगी का ऐक्शन व अफेक्शन

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां अपराधियों और गुण्डों-माफियाओं पर बुलडोजर चलवाने में जरा भी हिचक नहीं दिखाते, वहीं अपने राजनीतिक विरोधियों पर भी प्यार की बारिश करने मंे संकोच नहीं करते हैं। योगी की पुलिस ने प्रदेश मंे लगभग ढाई हजार बदमाशों और माफियाओं को चिह्नत किया है। इसके अलावा 17 हजार से ज्यादा मुकदमें दर्ज किये गये हैं। सौ दिन की सरकार मंे पांच सौ से ज्यादा एनकाउण्टर हुए हैं। योगी के ऐक्शन से भयभीत होकर 134 कथित बदमाशों ने कोर्ट में सरेण्डर किया है। दूसरी तरफ प्यार और स्नेह दिखाने मंे भी योगी आदित्यनाथ पीछे नहीं रहते हैं। यही कारण है कि प्रदेश मंे मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल और सपा के साथ विधानसभा चुनाव लड़ चुके सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के नेता ओमप्रकाश राजभर योगी की डिनर पार्टी मंे शामिल होते हैं। योगी का देश से लगाव तो किसी से छिपा नहीं है। उन्हांेने इस बार स्वतंत्रता सप्ताह मनाने की तैयारी कर रखी है।
योगी सरकार स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ यानी आजादी के अमृत महोत्सव पर 11 से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह मनाने जा रही है। इसके तहत हर घर झंडा अभियान की योजना भी शामिल है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इसकी जानकारी दी। मिश्र ने इसकी तैयारी की समीक्षा भी की है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि प्रदेश में 3 करोड़ से ज्यादा घरों, स्कूलों, सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगा फहराया जाए। गांव से लेकर शहर सभी जगह जनता में देशभक्ति का माहौल बने, इसके लिए इसे जनजागरण अभियान बनाकर जनता तक पहुंचाया जाएगा ताकि प्रदेशवासी देश के प्रति उंमग व उत्साह के साथ आजादी के पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। झंडे के साथ सेल्फी प्रतियोगिता भी जिला स्तर पर आयोजित की जाएगी। ज्यादा से ज्याद लोग झंडे के साथ सेल्फी लें और बेस्ट सेल्फी को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसी के साथ यूपी में अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार एक्शन में है और ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। ताजा मामला नोएडा (गौतम बुद्धनगर) का है। यहां नोएडा पुलिस ने 2 गैंगस्टरों की डेढ़ करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की है। इन गैंगस्टरों का नाम संजय गोयल और अंकुर उर्फ सोनी वर्मा है। संजय गोयल मेरठ जिले के थाना मोदीपुरम का निवासी है और अंकुर गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन का रहने वाला है। संजय गोयल गैंगस्टर कानून में वांछित चल रहा था। उसकी संपत्ति को गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने गैंगस्टर की धारा 14 (1) के तहत कुर्क किया। वहीं अंकुर उर्फ सोनी वर्मा की भी अचल संपत्ति को गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने कुर्क किया है। गौरतलब है कि हाल ही में सीएम योगी की सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे किए हैं। ऐसे में ये सामने आया है कि इन 100 दिनों में अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। 25 मार्च 2022 से लेकर एक जुलाई 2022 तक कुल 525 एनकाउंटर हुए है। इस दौरान 1034 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं और 425 बदमाश पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए हैं। बदमाशों से हुई इस मुठभेड़ में 68 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। मेरठ जोन में 193, बरेली जोन में 62, आगरा जोन में 55, लखनऊ जोन में 48, लखनऊ कमिश्नरी में 6, वाराणसी जोन में 36, गोरखपुर जोन में 37 और नोएडा कमिश्नरी में 44 एनकाउंटर हुए हैं। योगी सरकार माफियाओं को चिन्हित करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। एक तरफ उनके अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ उनकी संपत्ति भी जब्त की जा रही है। प्रदेश स्तर के 50 चिन्हित माफियाओं के अलावा डीजीपी मुख्यालय ने भी 12 माफियाओं को चिन्हित किया है। 25 मार्च 2022 से जून 2022 तक गैंगस्टर एक्ट में कुल 192 करोड़ 40 लाख 34 हजार 582 रुपए की संपत्ति जब्त हुई है।
दूसरी तरफ योगी अपने राजनीतिक विरोधियों को भी गले लगा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में एक डिनर पार्टी का आयोजन किया था। इस डिनर पार्टी में जहां एक ओर राजा भैया पहुंचे थे, वहीं दूसरी ओर शिवपाल यादव के साथ ओपी राजभर भी पार्टी में द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे थे। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें अखिलेश यादव की तरफ से ‘तलाक’ मिलने का इंतजार है और वह सपा से गठबंधन तोड़ने को लेकर अपने स्तर से पहल नहीं करेंगे। सुभासपा और सपा के बीच गत दिनों राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी नजर आई थी, क्योंकि सपा ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गठबंधन के सहयोगी रालोद के प्रमुख जयंत सिंह को तो बुलाया था, लेकिन सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर नजर नहीं आए थे। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन में आयोजित बैठक में सम्मिलित नहीं होने को लेकर पूछे जाने पर कहा कि अखिलेश यादव भूल गए होंगे, इसलिए उन्हें बैठक में नहीं बुलाया। बहरहाल, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव भाजपा मंे पहले से शामिल हैं। तीन महीने पहले नोएडा सेक्टर-70 में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने आईं। इस दौरान मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि अगर शिवपाल सिंह भारतीय जनता पार्टी में आना चाहते हैं, तो वह शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करें।
अपर्णा का मानना है कि भाजपा सरकार राम राज की बात करती है तो उस पर अमल भी करती है। प्रदेश में वास्तव में रामराज है। जिसका नेतृत्व एक साधु (योगी आदित्यनाथ) के हाथ में है। सरकार ने आम लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया है। यह सभी वर्गों के लिए कारगर है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की जसवंतनगर सीट से विधायक शिवपाल सिंह यादव भी विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। शपथ लेने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंच गए थे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। सियासी हलकों में इस मुलाकात की चर्चा इसलिए भी गरम हुई थी क्योंकि शिवपाल के वहां से निकलने के तुरंत बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और मंत्री स्वतंत्र देव सिंह योगी से मिलने पहुंचे। अपनी पार्टी बना चुके रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी योगी से मिलते हैं। इस प्रकार राजनीतिक विरोधियों से भी योगी आदित्यनाथ अनुराग और स्नेह का व्यवहार करते हैं। (हिफी)