ओवैसी बिगाड़ेंगे खेल!

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ 26 दलों का इंडिया के नाम से बना गठबंधन अभी आंतरिक रूप से ही मजबूत नहीं हो पाया है, उस पर एआईएम आईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी का तिकड़म भारी पड़ सकता है। हैदराबाद से सांसद ओवैसी कहते हैं कि तीसरे मोर्चे की संभावना प्रबल है और इसका नेतृत्व तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) करें तो बेहतर नतीजे मिललैंगे। यहां पर ध्यान देने की बात है कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कांग्रेस और राजग वाले गठबंधनों में शामिल नहीं हैं। विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के साथ 26 छोटे-बड़े राजनीतिक दल जुडे हैं जबकि सत्तारूढ एनडीए के साथ 38 से ज्यादा राजनीतिक दलों के जुड़े होने की बात कही जा रही है। अब ओवैसी के तीसरे मोर्चे में भी कुछ दल जुड़ सकते हैं। ज्यादा संभावना विपक्षी दलों के टूटने की है लेकिन पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने जिस तरह से पश्चिम बंगाल में इमामों के मासिक भत्ते में 500 रूपये बढ़ाने की घोषणा की है, उससे मुस्लिम वोट बैंक ओवैसी से छिटक जाएगा।
ममता बनर्जी ने हालांकि हिन्दू पुजारियों को भी मासिक भत्ते में 500 रूपये बढ़ाकर देने की बात कही है तो इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जा सका। ओवैसी की छट्पटाहट का एक कारण यह भी है और इसके लिए वह केसीआर के कंधे पर बंदूक रखना चाहते हैं। तेलंगाना में केसीआर की पार्टी का ओवैसी की पार्टी से समझौता है। भीम आर्मी चीफ से भी बात चल रही है। हालांकि कांग्रेस में राहुल गांधी ने केसीआर के फिलाफ बयान दिया है।
देश में तीसरे मोर्चे के गठन की संभावना को स्वीकार करते हुए एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्होंने हमेश से जोर दिया है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इस संबंध में पहल करें। उन्होंने कहा कि अगर चंद्रशेखर राव नेतृत्व करते हैं तो देश में कई राजनीतिक दल और नेता हैं, जो इसमें कूदने को तैयार हैं।
ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख ने राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के परिवारों को 12 लाख रुपये वित्तीय मदद देने के कांग्रेस के वादे पर कहा कि केसीआर ने ‘दलित बंधु योजना के तहत 10 लाख रुपये दिये हैं। ओवैसी ने कहा, ‘‘वे (कांग्रेस) सिर्फ दो लाख रुपये बढ़ाने की बात कर रहे हैं। केसीआर दलितों के लिए योजना लाए थे, वे (कांग्रेस) बस इसकी नकल कर रहे हैं। आप केवल ‘यहां से काटकर वहां जोड़ने (कट-एंड-पेस्ट) का काम कर रहे हैं। केसीआर इन्हें पहले ही लागू कर चुके हैं। उनके पास कुछ भी नया नहीं है। इस प्रकार ओवैसी ने कांग्रेस को केसीआर से अलग करने का प्रयास किया है।
लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी मुस्लिम वोटर्स को साधने की कोशिश में जुटी है। मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी 2024 के चुनाव से पहले बंगाल में अल्पसंख्यक आबादी के बीच अपने वोट शेयर को मजबूत करना चाहती है। वहीं, बीजेपी 2019 के मुकाबले 2024 में बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में कम से कम 35 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है। इस बीच ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की सरकार के पास बस छह महीने बचे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, मोदी जी छह महीने ही रहेंगे। उन्हें हटाने के लिए जो भी जरूरी होगा, हम करेंगे। टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, मैं इंडिया के साथ हूं। ममता बनर्जी ने कहा, जब मैंने रमजान के महीने के दौरान रोजा खोलने में भाग लिया, तो बहुत से लोगों ने मेरा मजाक बनाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मेरा नाम भी बदल दिया। मैं क्या करूंगी क्या नहीं, यह मेरी व्यक्तिगत पसंद है। मैं धर्म के आधार पर किसी भी तरह के बैर के खिलाफ हूं। लोग एक हैं और मानवता एक है। ममता बनर्जी ने कहा, हालांकि जब मैं आदिवासी डांस में भाग लेती हूं, तो उनके पास कहने को कुछ नहीं होता। वे सिर्फ अल्पसंख्यक आबादी के बारे में ऐसे बयान देते हैं।
2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, मुस्लिम वोट बंगाल चुनाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वे राज्य की कुल आबादी का 27।01 फीसद हैं। ओवैसी इससे परेशान हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति के नेता के।चंद्रशेखर राव के खिलाफ जमकर हमला बोला। केसीआर की पार्टी को राहुल गांधी ने बीजेपी की बी-टीम करार दिया। इसके साथ ही राहुल गांधी ने विपक्षी एकता को लेकर भी बड़ा बयान दिया और कहा कि अगर बीआरएस इसका हिस्सा है तो कांग्रेस किसी भी विपक्षी बैठक में शामिल नहीं होगी। राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा।“तेलंगाना में, यह कांग्रेस और भाजपा की बी टीम, बीआरएस के बीच लड़ाई है। जैसे हमने कर्नाटक में बीजेपी को हराया, वैसे ही हम तेलंगाना में उनकी बी टीम को हराएंगे।”
राहुल गांधी ने कहा कि हमने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान देश को एकजुट करने की बात की। पूरे देश ने यात्रा का समर्थन किया और
दिखाया कि वे नफरत और हिंसा फैलाने का समर्थन नहीं करते बल्कि देश को एकजुट करने का समर्थन करते हैं। तेलंगाना के लोग हमारी विचारधारा को समझते हैं। तेलंगाना एक सपना था, गरीबों, किसानों और मजदूरों का सपना। 9 साल तक टीआरएस ने इस सपने को कुचलने की कोशिश की।
उधर, केसीआर भाजपा से भी नाराज हैं क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को नोटिस जारी कर उन्हें 9 मार्च को पूछताछ के लिए पेश होने का निर्देश दिया था। ईडी ने एक दिन पहले ही हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के एक दिन बाद के. कविता को नोटिस जारी किया गया है। ईडी का दावा है कि अरुण पिल्लई ने कविता के बेनामी के रूप में काम किया है।कविता से पिछले साल दिसंबर में इसी मामले में सीबीआई ने पूछताछ की थी। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता ने आरोपों से इनकार किया और इसे राजनीति से प्रेरित बताया। दिल्ली की एक अदालत में दायर रिमांड रिपोर्ट में, ईडी ने कहा कि पिल्लई पूरे घोटाले के प्रमुख व्यक्तियों में से एक हैं, जिसमें भारी रिश्वत का भुगतान और साउथ ग्रुप के सबसे बड़े कार्टेल (संगठन) का गठन शामिल है। एजेंसी के अनुसार, साउथ ग्रुप में सरथ रेड्डी, मगुंता श्रीनिवासुलु रेड्डी, उनके बेटे राघव मगुंता, के. कविता और अन्य शामिल हैं। दक्षिण समूह का प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुच्ची बाबू कर रहे थे। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)