विश्व-लोक

बांग्लादेश में अचानक पाक राजदूत सक्रिय

भारत और बांग्लादेश के बीच इस वक्त इस्कॉन मंदिर के पुजारी रहे चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर तलवारें खिंची हुई हैं। बांग्लादेश ने उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया, इसके बाद से ही भारत में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन होने लेग। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बांग्लादेश के कॉन्सुलेट ऑफिस पर तो कुछ लोगों ने हमला भी कर दिया। इसके बाद खबर सामने आई कि बांग्लादेश ने इसे लेकर अपनी औपचारिक आपत्ति भी दर्ज कराई और अगर्तला कॉन्सुलेट ऑफिस को भी बंद कर दिया गया है। भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते तनाव के कारण भारत का पश्चिमी पड़ोसी पाकिस्तान इसका फायदा उठाने में लगा है। बांग्लादेश में पाकिस्तान का दूतावास अचानक एक्टिव हो गया है।
बांग्लादेश में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सैयद अहमद मारूफ भारत-बांग्लादेश तनाव का फायदा उठाने के लिए भारत विरोधी बांग्लादेश की पार्टियों को लामबंद करने में लगे हैं। मारूफ इस कड़ी में 3 दिसम्बर रात ढाका में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी यानी बीएनपी की चीफ खालिदा जिया से मिलने पहुंचे। खालिदा जिया की पार्टी इस वक्त बांग्लादेश में अगला चुनाव जीतने की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही है। इस वक्त शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के खिलाफ देश में माहौल है। वहीं, बीएनपी का रुख भारत विरोधी रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान के राजदूत इस वक्त खालिदा जिया से अपनी करीब बनाकर भारत को घेरने में जुटे है। बीएनपी बार-बार भारत से शेख हसीना को सौंपने की मांग कर रही है। वो इसके लिए इंटरपोल की मदद लेने की बात भी कह चुके हैं। पाकिस्तान इस वक्त बांग्लादेश की हथियार खरीदने में भी काफी मदद कर रहा है। मोहम्मद यूनुस सरकार भारत को आंख दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है।
उधर, 5 अगस्त को शेख हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद से ही वो भारत में शरण लेकर बैठी हैं। यही वजह है कि इस वक्त बांग्लादेश में भारत विरोधी माहौल है। शेख हसीना को भारत समर्थक माना जाता था।

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