माइक वाल्ट्स के एनएसए बनने से घबराये पाक-चीन

डोनाल्ड ट्रंप ने माइक वाल्ट्ज को अमेरिका का नया एनएसए यानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया है। माइक वाल्ट्ज के एनएएस बनने से चीन जरा भी खुश नहीं होगा। वहीं, भारत के लिए डोनाल्ड ट्रंप का यह फैसला सही दिख रहा है। इसकी वजह है माइक वाल्ट्ज का पाकिस्तान और चीन को लेकर स्टैंड। साल 2021 में माइक वाल्ट्ज ने कुछ ऐसी बातें कहीं थी, जिससे यह समझ आएगा कि उनके एनएसए बनने से भारत को फायदा ही होगा और पाक-चीन की टेंशन बढ़ेगी। 2021 में माइक वाल्ट्ज ने अपना प्लान बता दिया था कि कैसे भारत की दोस्ती से अमेरिका अपने दुश्मनों को साध सकता है। उन्होंने कहा था कि चीन-पाक गठजोड़ भारत और अमेरिका के लिए सुरक्षा जोखिम है। उन्होंने वैश्विक मजबूती के लिए भारत के साथ गठबंधन का समर्थन किया था। उनकी बातों से लगता है कि वह भारत को अमेरिका का कितना अहम साझेदार मानते हैं। माइक वाल्ट्ज ने 2021 में निक्की हेली के साथ एक लेख लिखा था। इसमें उन्होंने दुनिया में अमेरिका की स्थिति को मजबूत करने वाले संबंधों को प्राथमिकता देने की बात कही थी। उन्होंने लिखा था, ‘इसकी शुरुआत भारत के साथ होनी चाहिए। अब गठबंधन बनाने का समय आ गया है।’ उन्होंने लिखा, ‘एक परमाणु शक्ति संपन्न देश होने के नाते भारत के पास दस लाख से अधिक सैनिक हैं। नौसेना लगातार मजबूत हो रही है। अंतरिक्ष कार्यक्रम भी शीर्ष स्तर पर है। अमेरिका के साथ आर्थिक और सैन्य सहयोग का इतिहास रहा है। ऐसे में भारत एक मजबूत सहयोगी होगा।