कश्मीर में पाकिस्तानी साजिश

पीएम नरेन्द्र मोदी की शपथ के ऐन मौके पर दहशतगर्दों ने वैष्णो देवी तीर्थयात्रियों पर हमला कर सीधे चुनौती दी है और जाहिरा तौर पर साफ कर दिया है कि अभी आतंकवाद का जम्मू-कश्मीर से सफाया नहीं किया जा सका है और सरकारी दावों के ठीक उलट आतंकवादी मनमाने समय और टार्गेट का चयन कर आतंकी हमलों को अंजाम देने में सक्षम हैं।ताजा जानकारी के अनुसार इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी दी रेजिस्टेंट फ्रंट टी आर एफ नामक संगठन ने ली है इस संगठन पर पिछले साल प्रतिबंध लगा दिया गया था।
नई दिल्ली में जिस समय राष्ट्रपति भवन में नई सरकार के गठन का भव्य समारोह चल रहा था। पीएम मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले रहे थे। 72 सांसदों ने मंत्री पद की शपथ लेनी थी। ठीक इसी समय एक सूचना मिली की जम्मू कश्मीर में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस बार आतंकवादियों ने श्रद्धालुओं से भरी बस को अपना शिकार बनाया। ये सभी तीर्थ यात्री मां वैष्णो के भव्य दर्शन करने आए थे। हमले में नौ लोगों की मौत हो गई है, जबकि 41 श्रद्धालु घायल हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के रियासी में यात्री बस पर हुए आतंकवादी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। हमला उस बस पर किया गया, जो शिवखोड़ी से लौट रही थी। शिव खोड़ी मां वैष्णो देवी मंदिर से मात्र 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। शिवखोड़ी धाम में प्रतिदिन देशभर से आठ से दस हजार श्रद्धालु आते हैं। माता वैष्णो देवी के दर्शन के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु कटरा से शिवखोड़ी का रुख करते हैं।
तीर्थयात्रियों ने आपस में मिलकर स्थानीय ट्रांसपोर्टर की एक बस बुक की। शिवखोड़ी जाने के लिए ये बस 53 सीटर थी। ये बस शिवखोड़ी से दर्शन करवाने के बाद श्रद्धालुओं को वापस कटरा छोड़ने वाली थी। बस शिवखोड़ी से 4 बजे रवाना होने वाली थी लेकिन कुछ देरी की वजह से बस शाम 5.30 बजे रवाना हुई। बस रांसू, पौनी, नंबल होते हुए रियासी पहुंची और कुछ ही देर में चीख-पुकार मच गई। रियासी से कुछ ही दूरी के बाद आतंकियों ने सबसे पहले बस के ड्राइवर पर फायरिंग की। ड्राइवर को गोली लगने की वजह से बस असंतुलित हो गई। इसके बाद बस खाई में जा गिरी। आतंकियों ने खाई में गिरे श्रद्धालुओं पर अंधाधुंध फायरिंग की। एक घायल ने बताया कि आतंकी ने लाल रंग का मफलर पहना हुआ था।
ऐसी जानकारी है कि आतंकी कुछ दिन से इस जगह पर रैकी भी कर रहे थे। इस हमले में मारे गए श्रद्धालुओं में दो मासूम बच्चे भी हैं, जिसमें एक मात्र दो-तीन साल का है। बताया जा रहा है कि आतंकवादी बस के सभी हिन्दू तीर्थयात्रियों को मौत के घाट उतारने की फिराक में थे लेकिन बस चालक को गोली लगने के बाद बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई जिस कारण आतंकवादी सभी हिन्दू श्रद्धालुओं का खून बहाने के अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके और 43 श्रद्धालुओं की जान बच गई।
आतंकी हमले के बाद स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों की मदद की। दहशतगर्दों ने 30 से 40 राउंड फायर किए और एक गोली बस ड्राइवर को लगी, जिसके चलते बस 200 फीट गहरी खाई में गिर गई। जिस जगह पर हमला हुआ, रियासी क्षेत्र जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी के पास स्थित है। रियासी नाम शहर के पुराने नाम रसियाल से लिया गया है। इसकी स्थापना आठवीं शताब्दी में भीम देव द्वारा की गई थी। तीर्थयात्रियों से भरी बस पर चार आतंकवादियों ने हमला किया। माना जा रहा है कि ये पाकिस्तानी आतंकवादी थे। उन्होंने राजौरी और रियासी बॉर्डर के बीच के इलाके में बस को निशाना बनाया। पुलिस का मानना है कि आतंकियों ने जिस इलाके में इस घटना को अंजाम दिया है, वहां आतंकी कमांडर अबू हमजा सक्रिय है। ऐसे में कहीं इस हमले के पीछे अबू हमजा का हाथ तो नहीं है इसकी जांच भी जांच हो रही है।
बताया गया है कि इस घटना के शिकार हुए तीर्थयात्री उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के रहने वाले हैं। इस हमले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसकी जिम्मेदारी एनआईए को सौंपी गई है। साथ ही एनआईए की फॉरेंसिक टीम भी मौके के लिए रवाना की गई है। इसके अलावा एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए हैं।
घटना में घायल हुए श्रद्धालु संतोष कुमार वर्मा ने बताया कि शिवखोड़ी से दर्शन करके वापस आ रहे थे। अचानक बीच रोड पर एक आतंकवादी आया और फायरिंग शुरू कर दी। दो-तीन फायरिंग ड्राइवर के ऊपर किया, फिर बस के अंदर फायरिंग की। फिर बस नीचे गिर गई। नीचे गिरने के बाद भी काफी देर तक फायरिंग की। उसके बाद कई लोग रोने-चिल्लाने लगे। बीच-बीच में बंद करके फायरिंग होती रही। जब फिर हमने सबको शांत कराया कि अभी चुप रहो, हो सकता है अभी और फायरिंग करे फिर भी कुछ देर तक आतंकी खाईं में गिरी बस पर गोलीबारी करते रहे। एक घायल श्रद्धालु ने कहा कि हम लोग दिल्ली से वैष्णो देवी के दर्शन करने आए थे। दर्शन करने के बाद हमारे पास टाइम बचा था, हमने सोचा शिवखोड़ी के दर्शन कर आएं। दर्शन करके जैसे ही हम लोग वहां से निकले ठीक आधे घंटे बाद हमारी गाड़ी पर फायरिंग शुरू हो गई और शीशे टूट गए। कुछ सेकंडों में हमारी गाड़ी खाई में चली गई। खाई में जाने के बाद भी कुछ सेकंड फायरिंग चलती रही। रियासी की एसएसपी मोहिता शर्मा ने बताया कि चश्मदीद के मुताबिक दो से चार आतंकियों ने बस पर फायरिंग किया है। बड़े पैमाने पर आतंकियों की धरपकड़ के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जिन आतंकियों ने इस कायराना हरकत को अंजाम दिया है, उनके पाकिस्तानी होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं सामान्य इनपुट के आधार पर शिव खोड़ी और माता वैष्णो देवी की सुरक्षा पहले से ही पुख्ता थी। कोई भी खास इनपुट नहीं था, लेकिन दुर्भाग्य से आतंकियों की तरफ से यात्रियों की बस पर हमला किया गया। हालांकि हमले ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। यह इसलिए खतरे की घंटी है क्योंकि यह आतंकवादियों द्वारा जम्मू क्षेत्र में राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों से परे अपने अभियान के विस्तार करने की ओर इशारा करता है। (हिफी)
(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)