रूस-यूक्रेन में शांति वार्ता 23 जुलाई को

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्त करने के लिए नए दौर की शांति वार्ता 23 जुलाई को आयोजित की जाएगी। यह वार्ता इस्तांबुल में पहले हुई दो दौर की बैठकों के बाद हो रही है। आपको बता दें कि दोनों ही बैठकों में युद्ध खत्म करने को लेकर कोई ठोस प्रगति नहीं हो सकी थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यह जानकारी दी थी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया मैंने यूक्रेनी सुरक्षा परिषद प्रमुख, रुसतेम उमेरोव के साथ कैदियों की अदला-बदली और रूस के साथ तुर्की में होने वाली आगामी बैठक की तैयारियों को लेकर चर्चा की। उमेरोव ने बताया कि बैठक 23 जुलाई को प्रस्तावित है।‘ हालांकि रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ने एक अज्ञात सूत्र के हवाले से दावा किया है कि यह वार्ता 24 जुलाई को आयोजित की जाएगी। इससे पहले क्रेमलिन ने पुष्टि की कि एक और दौर की वार्ता की योजना बनाई जा रही है, लेकिन अभी सटीक तारीखों की सार्वजनिक घोषणा नहीं की गई है। जेलेंस्की ने वार्ता का प्रस्ताव रखा था, जब रूस के हवाई हमलों से एक बार फिर यूक्रेन के कई हिस्सों में तबाही मची थी। इसके बाद ही क्रेमलिन ने उम्मीदों पर लगाम लगाते हुए कहा कि ‘इस वार्ता से पहले अभी भी बहुत सारा कूटनीतिक कार्य बाकी है।‘ जहां यह वार्ता रूस-यूक्रेन संघर्ष में संभावित समाधान की एक नई उम्मीद के रूप में देखी जा रही है, वहीं रूस का रुख बता रहा है कि वो किसी सकारात्मक निर्णय की ओर जाने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रहा है। यह बात अलग है कि वार्ता से पहले ही पश्चिमी देशों ने रूस को और अधिक प्रतिबंधों की धमकी दे रखी है। डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को 50 दिन का अल्टीमेटम दिया था कि यूक्रेन के साथ वो युद्धविराम कर लें। हालांकि रूस की ओर से जवाब आया था कि उन्हें धमकियों की परवाह नहीं है।