विकसित भारत यात्रा से जुड़ रहे लोग

केंद्र और उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकारें साँस्कृतिक जागरण के साथ विकास की दिशा में बढ़ रहीं हैं। अयोध्या जी में पांच सौ वर्षो का सपना साकार होने जा रहा है। बाइस जनवरी को भव्य श्री राम मन्दिर का उद्घाटन होगा। उस दिन दीपोत्सव जैसी उमंग होगी। इस ऐतिहासिक पल के पूर्व भी अयोध्या में तीस दिसंबर को उत्सव जैसा माहौल होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीस दिसंबर को अयोध्या में एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का लोकार्पण सहित हजारों करोड़ रुपयों की योजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर अयोध्या को भव्य रूप में सुसज्जित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुँच कर इसके दृष्टिगत अधिकारियों को निर्देशित किया।यह उद्घाटन समारोह का ग्रैंड रिहर्सल होगा जिसमें देश के प्रधानमंत्री सहभागी होंगे।अयोध्या में चार प्रमुख मार्ग राम पथ, भक्ति पथ,जन्मभूमि पथ व धर्म पथ को आकर्षक ढंग से पुष्पों से सजाया जाएगा। वर्तमान सरकार ने लोक कल्याण की सर्वाधिक योजनाएं बनाने के साथ उनका शतप्रतिशत क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया। विकसित भारत संकल्प यात्रा का यही उद्देश्य है। पिछले दिनों काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया था। करोडों लोगों का जीवन इन कल्याणकारी योजनाओं से बदल गया है। लाभार्थी अपना अनुभव बताते हुए भावुक हो जाते है। उन्होंने जिन सुविधाओं की अपने जीवन में कभी कल्पना भी नहीं की थी, वह सहज ही उन्हें उपलब्ध हुई हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा में उन लोगों को विशेष रूप से जोड़ा जा रहा है जो किसी कारण से योजनाओं के लाभ से वंचित रह गए थे।
योगी और नड्डा ने गोरखपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। प्रधानमंत्री आवास योजना,स्वनिधि योजना, आयुष्मान भारत योजना एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियां से संवाद किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के माध्यम से जिन लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिला है, उनके साथ संवाद और जिन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पाया है, उनका रजिस्ट्रेशन करके, उन्हें भी योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। इस यात्रा से प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत शौचालय, हर घर गरीब परिवार को उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत निःशुल्क गैस कनेक्शन, हर घर में एलईडी बल्ब के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन में कमी के साथ-साथ सस्ती बिजली उपलब्ध कराने, आयुष्मान भारत योजना, हर घर नल योजना,मातृ वंदना योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि अनेक कार्यक्रमों को एक साथ जोड़ा गया५ है।
जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा यात्रा पच्चीस जनवरी तक लगभग ढाई लाख पंचायतों में पच्चीस हजार वीडियो वैन के माध्यम से पहुंचेगी। यह उत्तर प्रदेश के सत्तावन हजार स्थानों पर, लगभग सात सौ से अधिक नगर निकायों में पहुंचेगी।विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से लाभार्थियों की जुबानी उनकी कहानी सुनने का अवसर मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने गांवों मे गरीबों, पिछड़ों, शोषितों व महिलाओं को संबल देने का कार्य किया है। आज नौ करोड़ से ज्यादा लोगों को गैस कनेक्शन मिल गया है। यदि अभी भी कोई बहन इससे वंचित रह गयी है, तो उसे गैस कनेक्शन देने का कार्य किया जायेगा। पचपन करोड़ लोग जनधन खाता खुलवाकर बैंक की सुविधा का लाभ ले रहे हैं । किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत करीब बारह करोड़ किसानों के खाते में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक पहुंचाये गये हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत चार करोड़ से ज्यादा लाभार्थियों को लाभ देकर नई ताकत दी गयी है। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत साढ़े बारह करोड़ इज्जत घर देने का कार्य किया है। आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत करीब ग्यारह करोड़ परिवारों के पचास करोड़ लोगों को चिकित्सा का लाभ मिला है, जिससे गंभीर बीमारियों में पांच लाख रुपये का इलाज हो सकता है।
केन्द्र सरकार की योजनाएं गांव को मजबूती प्रदान कर रही हैं, गरीब महिलाओं का सशक्तिकरण व युवाओं को आवाज दे रही है तथा किसानांे को सहजतापूर्वक हर क्षेत्र में बढ़ने का मौका दे रही है। अनुसूचित जाति तथा जनजाति के लोगों को मुख्यधारा में आने का अवसर दे रही है। विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से लाभार्थियों की जुबानी उनकी कहानी सुनने का अवसर मिला। जो भी लाभार्थी यहां चर्चा कर रहे थे, वह भावुक हो रहे थे। भारत की अर्थव्यवस्था पांचवें नम्बर पर आ गयी है, जो पहले ग्यारहवें नम्बर पर थी। साढे़ तेरह करोड़ परिवार गरीबी रेखा से ऊपर आ गये हैं। नेशनल हाईवे, एक्सप्रेस-वे, मेडिकल कॉलेज, एम्स आदि का निर्माण कराया गया है। गुणवत्तापूर्ण दवा का एक्सपोर्ट करीब डेढ़ सौ प्रतिशत तथा पेट्रो केमिकल्स का एक्सपोर्ट एक सौ छह प्रतिशत बढ़ा है। रक्षा क्षेत्र में प्रयोग होने वाले सामानों का उत्पादन भारत स्वयं कर रहा है। तीन वर्षां में पांच लाख से अधिक बुलेटप्रूफ जैकेट भारतीय सुरक्षा कर्मियों को उपलब्ध करायी गयी हैं। इनका विदेशों में एक्सपोर्ट किया जा रहा है। भारत में राफेल का बेड़ा आया है। देश में ही पनडुब्बी एवं लड़ाकू जहाज बनाये जा रहे हैं। विगत साढ़े नौ वर्षों के दौरान देश में खेलों के प्रति जबर्दस्त जागरुकता आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खेलों इंडिया फिट इण्डिया मूवमेंट, सांसद खेल प्रतियोगिता अभियान सार्थक हुए है। इस अभियान में उत्तर प्रदेश का योगदान सर्वाधिक उल्लेखनीय है।
योगी आदित्यनाथ ने इसको गंभीरता से लेते हुए कहा कि यूपी के हर गांव में ओपेन जिम के साथ खेल का मैदान, सभी विकासखण्डों में मिनी स्टेडियम तथा प्रत्येक जनपद में स्टेडियम बनाने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। राज्य सरकार ने प्रदेश में पैसठ हजार युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को स्पोर्ट्स किट्स उपलब्ध कराने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया है। एक जनपद एक खेल योजना के अन्तर्गत प्रत्येक खेल के लिए एक प्रशिक्षक तैनात किया जा रहा है। भारत सरकार की तर्ज पर खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत खेल संसाधनों को बढ़ाया जायेगा। एकलव्य क्रीड़ा कोष की स्थापना की गयी है। प्रदेश सरकार ने अब तक पांच खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जनपद बस्ती में सांसद खेल महाकुम्भ के तीसरे संस्करण का शुभारम्भ किया। जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि सांसद खेल महाकुम्भ के पहले साल एक लाख खिलाड़ियों ने भाग लिया था।अब तीसरे साल साढे़ तीन लाख खिलाड़ी इसमें प्रतिभाग कर रहे हैं। विगत नौ वर्षां में आयोजित हुए ओलम्पिक खेलों, एशियन गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा जीते गये पदकों की संख्या में वृद्धि हुयी है। खेलों के बजट में तीन गुना वृद्धि हुई है। टारगेट ओलम्पिक पोडियम स्कीम लायी गयी। खिलाड़ियों के लिए विदेशों में ट्रेनिंग की व्यवस्था की गयी।
विश्वस्तरीय गुणवत्ता वाले संसाधनों की उपलब्धता करायी गयी।भारत सरकार द्वारा खिलाडियों के लिए पचास हजार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेन्ड की व्यवस्था की गयी है। विभिन्न खेलों में प्रशिक्षण देने के लिए आठ हजार कोच की व्यवस्था की गयी, जिसमें पांच हजार पुरूष तथा तीन हजार महिलाएं हैं। चैतीस कोचिंग सेण्टर बनाये गये। खेलो इण्डिया कार्यक्रम के अन्तर्गत ढाई हजार खिलाड़ियों के लिए एक हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी। आठ सौ से अधिक खेल सेण्टर बनाये गये, जिसमें से अस्सी उत्तर प्रदेश में हैं। स्किल इण्डिया, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति भारत को मजबूती प्रदान कर रही हैं। (हिफी)
(डॉ दिलीप अग्निहोत्री-हिफी फीचर)