एनडीए के घोषणा पत्र में वादों का अम्बार

चुनाव मंे सभी राजनीतिक दल जनता से मीठे-मीठे वादे करते हैं ताकि मतदाता उनको अपना वोट दें। सत्तारूढ़ दल के वादों पर विशेष नजर रहती है क्योंकि उसके वादों का आकलन सरकार के किये गये कार्यों से किया जाता है। बिहार विधानसभा के चुनाव मंे मुख्य विपक्षी राजद के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने कुछ दिन पहले ही अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी किया था। उसके घोषणा पत्र मंे तमाम वादों के साथ ही प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा ज्यादा चर्चित हुआ। इसीलिए 31 अक्टूबर को सत्तारूढ़ एनडीए ने जब अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी किया तो उसमंे जनता के लिए वादों का अम्बार लगा दिया है। प्रधानमंत्री सम्मान निधि को ही पर्याप्त न समझते हुए कर्पूरी ठाकुर किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को 9 हजार रुपये तक की सहायता का आश्वासन दिया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि एनडीए ने भी एक करोड़ सरकारी नौकरी और रेजगार देने का वादा किया है। बहरहाल, वादा निभाने का किसको अवसर मिलता है, यह तो 14 नवम्बर को ही पता चल सकेगा लेकिन घोषणा पत्रों को जनता एक सनद के रूप मंे सुरक्षित रखेगी ताकि वक्त पड़ने पर उसे सरकार को दिखाए।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन के बाद एनडीए ने भी अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। इसमें युवाओं को 1 करोड़ नौकरी और रोजगार के साथ महिला रोजगार योजना के तहत दो लाख रुपये की सहायता राशि समेत कई बड़ी घोषणाएं हैं। इसमें किसानों, महिलाओं के साथ युवाओं पर फोकस दिख रहा है। कर्पूरी ठाकुर किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को 9 हजार रुपये तक की सहायता का ऐलान भी किया गया है। इसमें नए एयरपोर्ट, मेट्रो प्रोजेक्ट और धार्मिक पर्यटन को लेकर भी कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं। एनडीए ने 125 यूनिट मुफ्त बिजली, 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज, 50 लाख नए पक्के आवास और सामाजिक सुरक्षा पेंशन का देने का वादा किया है। कहा गया कि
1 करोड़ सरकारी नौकरी और रोजगार युवाओं के लिए, कौशल जनगणना करके कौशल आधारित रोजगार देंगे। हर जिले में मेगा स्किल सेंटर से बिहार को ग्लोबल स्किलिंग सेंटर बनाएंगे। बिहार के हर प्रमंडल में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना करेंगे। उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हर अनुसूचित जाति के छात्र को दो हजार रुपये की प्रति माह सहायता दी जाएगी।
घोषणा पत्र में कहा गया मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को 2 लाख रुपये तक की सहायता दी जाएगी। एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाएगा। हर जिले में मेडिकल कॉलेज का काम पूरा करेंगे। बच्चों के लिए सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और स्पेशल बच्चों के लिए भी सेंटर बनाए जाएंगे। केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा का वादा भी एनडीए घोषणापत्र में है। मिड डे मील के साथ पौष्टिक नाश्ता और स्कूलों में मॉडर्न स्किल लैब की सुविधा दी जाएगी। 1000 एमएसएमई और 50 हजार से अधिक कुटीर उद्यमों से वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देंगे।वर्ल्ड क्लास एजुकेशन सिटी की स्थापना की जाएगी। 5 हजार करोड़ से प्रमुख जिला स्कूलों का कायाकल्प करेंगे। बिहार को एआई हब बनाने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी।
इसके साथ ही अति पिछड़ा वर्ग के विभिन्न व्यावसायिक समूहों को 10 लाख रुपये तक की सहायता देंगे। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की
अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समित बनाकर ओबीसी की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का आकलन किया जाएगा। कर्पूरी ठाकुर किसान सम्मान निधि की शुरुआत की जाएगी। इसमें 3000 रुपये दिए जाएंगे। कुल 9 हजार रुपये का लाभ दिया जाएगा। बिहार को मखाना, मछली और अन्य उत्पादों का ग्लोबल एक्सपोर्ट सेंटर बनाया जाएगा। बिहार में दुग्ध मिशन और मत्स्य मिशन की शुरुआत होगी। हर प्रखंड स्तर पर चिलिंग एवं प्रोसेसिंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे। 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश एग्री और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में किया जाएगा। पंचायत स्तर पर सभी प्रमुख फसलों, धान, गेहूं, दलहन, मक्का आदि की एमएसपी पर खरीद करेंगे। 5 मेगा फूड पार्क स्थापित कर कृषि निर्यात बिहार से दोगुना करेंगे। मेड इन बिहार के जरिये 2030 तक दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता पैदा करेंगे।
घोषणा पत्र में वादा है कि गिग वर्कर्स के तहत ई रिक्शा और ऑटो चालकों को भी मदद दी जाएगी। बिहार मत्स्य मिशन और बिहार दुग्ध मिशन की शुरुआत की जाएगी। मिथिला मेगा टेक्सटाइल एंड डिजाइन पार्क और मेगा सिल्क पार्क से बिहार को दक्षिण एशिया का टेक्सटाइल और सिल्क हब बनाएंगे।
गति शक्ति मास्टर प्लान के तहत बिहार में 7 एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। 3600 किलोमीटर रेल ट्रैक का आधुनिकीकरण करेंगे। 1 लाख करोड़ का निवेश विकसित बिहार बनाने के लिए किया जाएगा। विकसित बिहार इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट मास्टर प्लान बनाया जाएगा। औद्योगिकीकरण के साथ लाखों नौकरियां दी जाएंगी। अमृत भारत एक्सप्रेस और नमो भारत रैपिड रेल सेवा का विस्तार करेंगे। 4 नए शहरों में मेट्रो की शुरुआत की जाएगी। न्यू पटना ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जाएगा। प्रमुख शहरों में सैटेलाइट टाउनशिप भी बनाई जाएगी। दरभंगा, पूर्णिया और भागलपुर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनेगा। 10 नए शहरों से घरेलू उड़ानें प्रारंभ होंगी। धार्मिक पर्यटन के तहत मां सीता की जन्मस्थली को आध्यात्मिक नगरी सीतापुरम के तौर पर विकसित किया जाएगा। प्रत्येक जिले में 10 अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के साथ 10 नए इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाएंगे।
इससे पूर्व विपक्षी महागठबंधन ने अपना घोषणा पत्र 28 अक्टूबर को ही जारी कर दिया था। तेजस्वी यादव ने गठबंधन की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि घोषणापत्र की हर बात दिल से लिया गया संकल्प है और इसे पूरा करने के लिए वे हर कीमत चुकाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि दलों और दिलों का संकल्प और प्रण है, एक-एक घोषणा दिल से लिया हुआ प्रण है। इसके लिए हमें प्रण को प्राण खोकर भी पूरा करना पड़े तो हम अपने प्रण को पूरा करेंगे। जब भी कोई बिहारी ठान लेता है तो उसको पूरा करता है। हम सब लोग नौजवान हैं और बिहार को अव्वल राज्यों में देखना चाहते हैं, विकसित बिहार देखना चाहते हैं। महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा घोषित हुए तेजस्वी यादव ने सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं के साथ इसे जारी किया। इसे तेजस्वी का प्रण पत्र भी कहा गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोगों के लिए खास दिन है। हमलोगों को बिहार को बनाने का काम करना है। हम लोगों ने आपके सामने संकल्प पत्र रखा है। हम लोगों का प्रण है कि बिहार को नंबर वन कैसे बनाएं। यह दलों और दिलों का प्रण पत्र है।(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)



