सेंट विंसेंट में गोंसाल्वेज की पार्टी हारने के करीब, 24 साल बाद बदलेगा पीएम

पूर्वी कैरेबियाई देश सेंट विंसेंट एंड ग्रेनाडाइन्स में 24 साल बाद सत्ता बदलने जा रही है। आम चुनाव के शुरुआती नतीजों में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता गॉडविन फ्राइडे ने मौजूदा प्रधानमंत्री राल्फ गोंसाल्वेस की यूनिटी लेबर पार्टी को करारी शिकस्त दे दी है। 15 में से 14 सीटें एनडीपी के खाते में गई हैं और देश में सत्ता परिवर्तन अब तय है। राल्फ गोंसाल्वेस मार्च 2001 से लगातार प्रधानमंत्री थे, इसलिए दुनिया के सबसे लंबे समय तक सत्ता में बने रहने वाले लोकतांत्रिक नेताओं में उनका नाम शुमार था। वह वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल के करीबी समर्थक माने जाते हैं। हार के बाद उनकी पार्टी ने फेसबुक पर संक्षिप्त बयान जारी किया, हम आपसे प्यार करते हैं, और आपके लिए काम करते रहेंगे और आवाज उठाते रहेंगे। यह अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। राजधानी किंग्सटाउन में सैकड़ों लोग जमा हुए और वुवुजेला बजाते हुए फ्राइडे! फ्राइडे! फ्राइडे! के नारे लगाए। नाव से मुख्य द्वीप पर उतरते हुए गॉडविन फ्राइडे ने कहा, लोग बाहर निकले और साफ कह दिया कि हम अपने लिए बेहतर भविष्य चाहते हैं। मैं जानता हूं कि आगे बहुत चुनौतियां हैं। उन्होंने चुनाव में ज्यादा नौकरियां, मजदूरी बढ़ाने, सुरक्षा मजबूत करने और अहम इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश के बड़े वादे किए हैं। सेंट विंसेंट एंड ग्रेनाडाइन्स की आबादी एक लाख से कुछ ज्यादा है, और यहां बेरोजगारी 18 फीसदी और गरीबी 26 फीसदी है। अप्रैल 2021 में ला सौफ्रियर ज्वालामुखी फटने के बाद से देश अभी तक पूरी तरह उबरा नहीं है और पर्यटन ही उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। एनडीपी पहले से सिटिजनशिप बाय इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम और चीन के साथ करीबी रिश्तों की वकालत करती रही है, जबकि गोंसाल्वेस की सरकार लंबे समय तक ताइवान के साथ मजबूत संबंध बनाए रखती थी।



