दरिंदगी पर सियासी घमासान

कोलकाता के आर जी कर अस्पताल में महिला डाक्टर के साथ दरिंदगी के मामले में अब सियासी धमासान ज्यादा होने लगा है। गत 27 अगस्त को इसी घटना के विरोध में कथित छात्रों ने नबन्ना अभियान के तहत कानून-व्यवस्था को तोड़ने का प्रयास किया। कोलकाता पुलिस के अनुसार रैली के आयोजकों में से एक पश्चिम बंग छात्र समाज के 126 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। इनमें 33 महिलाएं भी शामिल हैं यह अपंजीवृत छात्र संगठन है और तृणमूल कांग्रेस के अनुसार इसे भाजपा का समर्थन प्राप्त है। प्रदर्शन कारियों पर सख्ती के विरोध में 28 अगस्त को कोलकाता बंद का आहवान किया गया था। यह बंद भाजपा की तरफ से बुलाया गया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसके खिलाफ खुद ही मोर्चा संभाल लिया है। इन्होंने भाजपा पर पश्चिम बंगाल में आग लगवाने का आरोप लगाया और मणिपुर में जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी की तरफ से बंद बुलाए जाने पर बवाल मच गया है। सूबे की मुखिया ममता बनर्जी ने खुद मोर्चा संभाल लिया। इस दौरान ममता ने बीजेपी और खास करके पीएम मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने बंगाल में हुई हिंसा का पूरा आरोप बीजेपी पर मढ़ दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी पश्चिम बंगाल में आग लगवा रहे हैं। ममता ने कहा ने कि अगर वे बंगाल में ऐसा करेंगे तो मणिपुर में भी यह होगा। ममता बनर्जी ने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि आज का दिन उन महिलाओं को समर्पित जिन्हें अत्याचार सहना पड़ा है।
खास तौर पर आरजी कर वाली बेटी के लिए। ममता ने कहा कि बीजेपी ने आज बंद बुलाया है। बीजेपी वास्तविक आंदोलन पर पानी डाल रही है। षड्यंत्र करके बंगाल को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
ममता बनर्जी ने देश की एजेंसियों को केंद्र सरकार का दास कहा है। उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई सब दलदास हैं। मैंने कभी ऐसी केन्द्र सरकार नहीं देखी। ममता ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट की बेटियों को आज भी इंसाफ का इंतजार है। असम में तो उन्होंने एनकाउंटर करके मार दिया। मणिपुर आज भी इंसाफ का इंतजार कर रहा है।
ध्यान रहे भाजपा ने 27 अगस्त को राज्य सचिवालय नबन्ना तक मार्च में हिस्सा लेने वालों पर हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में 28 अगस्त को पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था। वहीं इस पर ममता बनर्जी सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा कि बंगाल सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि भाजपा के 12 घंटे के आम बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो।
पश्चिम बंगाल सरकार ने हड़ताल में भाग लेने से बचने का आग्रह किया। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि बंद के बावजूद सामान्य स्थिति बनाए रखने के लिए वह सभी आवश्यक कदम उठाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने कहा कि परिवहन सेवाएं जारी रहेंगी और दुकानें और व्यवसाय खुले रहने की उम्मीद है। उन्होंने राज्य सरकार के कर्मचारियों से भी काम पर आने का आग्रह किया। इससे पहले, पुलिस ने नबन्ना की ओर बढ़ रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े साथ ही पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारी इस महीने की शुरुआत में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और उसकी हत्या के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि टीएमसी सरकार छात्रों पर अत्याचार कर रही है और वामपंथियों ने विरोध प्रदर्शन में भाग न लेकर अपना मौन समर्थन व्यक्त किया है।
अपने तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी के बंगाल बंद आह्वान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जनता से इस पर ध्यान न देने का आग्रह किया। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, बंगाल में दहशत और अराजकता की स्थिति पैदा करने के लिए यह एक सुनियोजित योजना है। बीजेपी ने पुलिस पर हमला करने के लिए बंगाल के बाहर से कैडर लाए हैं। उन्होंने कहा, “वे बीजेपी पुलिस को लोगों पर गोली चलाने के लिए उकसाना चाहते थे, जैसा कि वामपंथी सरकार ने 1993 में किया था लेकिन उनकी योजना विफल हो गई।
इस दौरान पश्चिम बंगाल चाइल्ड राइट कमीशन की सलाहाकार अनन्या चक्रवर्ती ने प्रेस कॉफ्रेंस करते हुए कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और फिर हत्या को लेकर हम बहुत दुखी हैं। उन्होंने कहा कि आरजी कर की घटना पर एक शव को लेकर राजनीति हो रही है। जहां विपक्ष मुख्यमंत्री का इस्तीफा चाहती है, क्योंकि महिला को टारगेट करना आसान होता है। जबकि, पुरुष मुख्यमंत्रियों के राज्य में ऐसी घटनाओं पर इस्तीफा नहीं मांगा जाता।
अनन्या चक्रवर्ती ने कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या की जांच में कोलकाता पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने में कोई देर नहीं की है। इसके अलावा अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का पिछले दो साल में तीन बार ट्रांसफर हुआ। लेकिन आरजी कर के छात्रों के एक ग्रुप ने उन्हें बार बार वापस बुलाने की मांग की थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग को मजबूर होना पड़ा और उन्हें वापस भेजना पड़ा।
अनन्या चक्रवर्ती ने कहा कि सोशल मीडिया में फेक न्यूज फैलाकर विपक्ष राजनीति कर रहा है उन्होंने आरोप लगाया कि राम और बाम दोनों मिल कर मुख्यमंत्री को साइड लाइन करने की कोशिश कर रहे हैं। अनन्या ने कहा कि राम बाम के नारे से ममता से हिंदू नाराज नहीं होगा। क्योंकि मैं भी हिंदू हूं। ममता को सिर्फ अंग्रेजी देने वाले लोग ही वोट नहीं देते। क्योंकि वो वर्किंग क्लास से आती हैं और आज भी स्लम इलाके में ही रहती हैं। उधर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी पश्चिम बंगाल की इस घटना और सियासत पर चिंता जतायी है। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)