आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान!

मनोज कुमार अग्रवाल.हिफी फीचर
पाकिस्तान से एक हिंदुस्तानी युवक के कथित इश्क में पड़ कर एक पाकिस्तानी महिला अपने चार बच्चों के साथ उत्तर प्रदेश पहुंच गई। उसके पास भारत आने के लिए न वैध बीजा है न पासपोर्ट। इसके बावजूद वह बाई रोड वाया नेपाल यूपी में आ गयी। नोएडा से फरार होने के बाद फरीदाबाद के बल्लभगढ़ से गिरफ्तार हुई पाकिस्तानी महिला सीमा गुलाम हैदर की असली पहचान क्या हैघ् क्या सच में चार बच्चों की यह मा पबजी खेलते.खेलते सचिन के इश्क में होश खो गईघ् और इसीलिए अपने चार बच्चों के साथ भारत आकर सचिन के साथ रहने लगीघ् या फिर सचिन पाकिस्तानी विषकन्या के लव ट्रैप का शिकार हैघ् यह पाक महिला फर्राटे से हिन्दी और अंग्रेजी बोल लेती है। अब सचिन और सीमा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और जांच एजेंसियां सीमा के पाकिस्तानी जासूस होने के शक की बिनह पर इन तमाम सवालों के जवाब तलाश रही हैं। उससे पूछताछ चल रही है। वहीं महिला के इस अवैध रूप से भारत आने और पचास दिन तकनिर्बाध रहने से भारत की आंतरिक सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों की कार्य प्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत आने के बाद सीमा पहचान छिपाने के लिए हिंदू महिलाओं की तरह साड़ीए सिंदूर और मंगलसूत्र पहनकर रहती थी लेकिन गुपचुप बकरीद मनाते देख पड़ोसियों को उस पर शक हुआ। वहीं सचिन इस महिला सीमा के साथ कोर्ट मैरिज के लिए वकील के पास पहुंचा वहां मामला खुल गया और बात पुलिस तक पहुँची और उसकी असली पहचान सामने आ गई। पुलिस ने उसके कथित प्रेमी सचिन और उसके पिता नेत्रपाल को भी गिरफ्तार किया है। यह भी बताया जा रहा है कि सीमा हैदर का शौहर दुबई में नौकरी करता है। उसका भाई पाकिस्तानी पुलिस में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसारए पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि 27 साल की सीमा हैदर मूल रूप से पाकिस्तान के सिंध प्रांत की है। भारत आने से पहले वह कराची में रहती थी। साल 2014 में उसका निकाह गुलाम हैदर से हुआ। उससे उसके 4 बच्चे हैं। साल 2019 में उसका शौहर नौकरी करने के लिए दुबई चला गया। पता चला है कि लंबे समय तक शौहर के वापस नहीं आने के बाद वह अपने अब्बा के साथ कराची आकर रहने लगी। इसी दौरान पबजी खेलते हुए उसकी बातचीत नोएडा के रबूपुरा के सचिन से होने लगी। बातचीत आगे बढ़ी और दोनों में प्यार हो गया। सीमा ने भारत आकर सचिन से मिलने का फैसला किया। पैसों के लिए अपना घर बेच दिया।
एक रिपोर्ट के अनुसार सीमा पहले भी एक बार अपने शौहर के साथ टूरिस्ट वीजा पर नेपाल के काठमांडू आ चुकी थी। इसलिए उसने इस बार भी खुद का और अपने 4 बच्चों का टूरिस्ट वीजा बनवाया। पूर्व में काठमांडू आने के कारण उसे भारत आने के लिए नेपाल का रास्ता ही सबसे बेहतर लगा। इसके लिए उसने कई वीडियो भी देखे। पाकिस्तान से वह अपने बच्चों फरहानए फरवाए फराहए फरीहा के साथ दुबई पहुँची। 11 मई 2023 को दुबई से नेपाल के काठमांडू पहुँची। फिर भारत में दाखिल हुई और 13 मई को रबूपुरा में सचिन के पास पहुँच गई।
इसके बाद सचिन ने रबूपुरा के अंबेडकर नगर मोहल्ले में किराए पर एक मकान लिया। सचिन ने मकान मालिक समेत अन्य लोगों को बताया था कि सीमा उसकी रिश्तेदार है। अपनी पहचान छिपाने के लिए सीमा हिंदू महिलाओं की तरह रहने लगी लेकिन उसके बच्चे आसपड़ोस के लोगों को अपना नाम मुस्लिमों की तरह बताते थे। जब वे मोहल्ले में खेलने आते तब भी उनके पहनावेए भाषा और चाल.ढाल देख कर लोगों को शक होता था। इसके बाद सीमा को घर में बकरीद मनाते देख लोगों का शक बढ़ गया और बात पुलिस तक पहुँच गई।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि सीमा महज दसवीं तक ही पढ़ी है। पड़ोसियों का कहना है कि उसके पास कई स्मार्टफोन थे। पुलिस ने उसके पास से 5 फोन बरामद किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार इनमें से अधिकांश मोबाइल का डाटा डिलीट किया जा चुका है। जाँच एजेंसियाँ डाटा बैकअप करने में जुटी हुई हैं। साथ ही पुलिस सीमा की कॉल डिटेल और भारत आने के बाद उसने किन.किन लोगों से मुलाकात की हैए इसका भी डाटा निकाल रही है।
पुलिस के मुताबिक सीमा मूलतः कराची की है। पति गुलाम रजा दुबई में काम करता है। उसके चारों बच्चे फरहान ;7द्धए फरवा ;6द्धए फराह ;5द्धए फरीहा ;4द्ध अभी साथ हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि सीमा का टूरिस्ट वीजा एक्सपायर हो चुका है। हालांकि वह पाकिस्तान नहीं जाना चाहती। उसका कहना है कि वह वहां गई तो उसका और बच्चों का कत्ल कर दिया जाएगा। पूछताछ में यह भी पता चला कि पबजी के जरिए दोस्ती के बाद 8 मार्च 2023 को दोनों सचिन और सीमा नेपाल के काठमांडु में मिले थेए जहां उन्होंने सात दिन साथ बिताए। इसके बाद सीमा पति के पास दुबई चली गई थी। वहां से 11 मई को टूरिस्ट वीजा पर वह बच्चों संग नेपाल पहुंची। 13 मई को नेपाल के पोखरा से बस से दिल्ली चली आई। आंबेडकर नगर मोहल्ले में दोनों किराये के मकान में 50 दिनों से पति.पत्नी बनकर रह रहे थे।
इस पकिस्तानी महिला की चार बच्चों समेत नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश ने बता दिया है कि हमारे बार्डर कितने असुरक्षित है। यहां जब एक साधारण सी पाक नागरिक महिला नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कर सकती है व डेढ़ माह से यूपी में अपनी पहचान छिपा कर रह सकती है तो यह सब आतंकी संगठनों के लिए कितना आसान हो सकता है। यूपी पुलिस की स्थानीय अभिसूचना इकाई से लेकर देश की सीमा सुरक्षा पर लगी तमाम सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली और कार्यक्षमता दोनों पर यह एक बड़ा सवालिया निशान है। यदि पाकिस्तान सरीखे गैर दोस्त देश से इतना आसानी से कोई आवागमन कर सकता है तो देश की आंतरिक के लिए बढ़ते खतरे का अंदाजा लगाया जा सकता है। अब देश प्रदेश की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस पाक महिला की तमाम नापाक व संदिग्ध हरकत की जांच में जुट गई है।
विचारणीय प्रश्न है कि एक साधारण महिला को पाकिस्तान से काठमांडू नेपाल और इसके बाद पोखरा के रास्ते भारत में प्रवेश की सलाह और इस यात्रा को सहज किसने बनायाघ् क्योंकि एक साधारण महिला इतनी लंबी यात्रा वह भी बिना किसी भारतीय पासपोर्ट और बीजा के कैसे कर सकती हैघ् जरूर इस दाल में कुछ काला छिपा हुआ है सरकार को इस समूचे प्रकरण के तथ्यों की सूक्ष्मता से जांच कराकर दोषियों को दंडित करना चाहिए। – हिफी