संसद द्वार पर धक्का-मुक्की में उलझे राहुल

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
लोकतंत्र मंे संसद गंगोत्री जैसी तीर्थ स्थल होती है जहां से लोकहितकारी गंगा निकलनी चाहिए। इसके प्रति सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों की गंभीर जिम्मेदारी होती है। गत 19 दिसम्बर को ऐसा नजारा देखने को मिला जिससे देश का लोकतंत्र आहत हुआ है और संसद की भागीरथी भी अपनी माथा पीट रही होगी। संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में गत 18 दिसम्बर को जिस तरह वाक्युद्ध हुआ था, उसकी परिणति सत्तापक्ष और विपक्ष के एक साथ प्रदर्शन से हुई। संसद परिसर मंे बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर को लेकर जो हुआ, उससे बाबा साहेब भी दुखी हुए होंगे। इसी दौरान भाजपा के एक सांसद गिर पड़े और उनका सिर फट गया। ओडिशा से भाजपा के सांसद प्रताप सारंगी का आरोप है कि राहुल गांधी ने धक्का दिया जिससे वे गिर पड़े। उधर, राहुल गांधी कहते हैं कि उनको संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने से रोका गया। वह अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे, इसी दौरान धक्का लग गया होगा। बहरहाल, लोकतंत्र के पवित्र मंदिर मंे सत्तापक्ष और विपक्ष का यह आचरण देश को शर्मिंदा करता है।
संसद के दोनों सदनों में 19 दिसम्बर को भी हंगामा हो रहा था। बाबा साहेब अंबेडकर के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी के सिर में चोट आई है। इसे लेकर घायल सांसद ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया जो मेरे ऊपर गिर गया। संसद में भारी हंगामे के चलते राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, तो भाजपा सांसद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे। मुझे धमका रहे थे, तो यह हुआ है। यह संसद का प्रवेश द्वार है और हमारा अंदर जाने का अधिकार है। मुख्य मुद्दा यह है कि वे संविधान पर आक्रमण कर रहे हैं। यूपी विधानसभा का सदन शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायकों ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अपमान के खिलाफ वेल में आकर नारेबाजी की। सपा सांसद अखिलेश यादव ने बैठक कर सबको ये मुद्दा उठाने को कहा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब का अपमान हम नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे इसके बाद सभी नारा लगाने लगे।
संसद में ऐसा शायद ही कभी देखा गया होगा। सुना गया हो। बहरहाल संसद मंे भीमराव अंबेडकर को लेकर जो कुछ हुआ, उससे बाबा साहेब भी दुखी हुए होंगे। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की ऐसी तस्वीर, जो देशवासियों की आंखें नीची कर गईं। जरा संसद के एक वीडियो को देखिए। लोकतंत्र के मंदिर के मकर द्वार की दीवार पर कांग्रेस और बाकी विपक्षी दलों के सांसद चढ़े हुए बाबा साहेब की तस्वीर लहरा रहे हैं। दूसरा वीडियो ओडिशा से बीजेपी के सांसद प्रताप सारंगी का था। अपने लहूलुहान सिर को वह पकड़े हुए हैं। कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष नेता राहुल गांधी पर धक्का देने का आरोप लगा रहे थे।
अंबेडकर के मुद्दे पर संसद परिसर में कांग्रेस और बीजेपी के प्रदर्शन के बीद बीजेपी नेता प्रताप सारंगी घायल हो गए। उन्होंने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के कारण वह घायल हुए हैं। बता दें कि अमित शाह के एक बयान को लेकर विपक्ष यह विरोध प्रदर्शन कर रहा है। इसके साथ ही कांग्रेस ने अमित शाह का इस्तीफा मांगा है और इस पर बीजेपी ने कांग्रेस को पोस्टर से जवाब दिया है।
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा, वे (भाजपा) अपनी आत्मरक्षा के लिए विरोध कर रहे हैं। उन्होंने अमित शाह के माध्यम से बाबासाहेब अंबेडकर को बहुत नुकसान पहुंचाया। भाजपा के सोशल मीडिया ने क्या किया? उन्होंने अंबेडकर जी की जगह सोरोस की तस्वीर लगा दी और वे फिर से उनका मजाक उड़ा रहे हैं। यह फिर से अंबेडकर जी का अपमान है। मुझे नहीं पता कि ये लोग क्या कर रहे हैं? ये चीजें उनकी मानसिकता को दर्शाती हैं। लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन के सांसदों ने संसद परिसर में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर विरोध मार्च निकाला। वे राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से माफी और इस्तीफे की मांग करते हुए मकर द्वार तक मार्च कर रहे थे। बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा, राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया जो मेरे ऊपर गिर गया जिसके बाद मैं नीचे गिर गया। मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था, जब राहुल गांधी आए।
संसद में ऐसा शायद ही कभी देखा गया होगा और सुना गया हो जैसा भीमराव अंबेडकर को लेकर हुआ। उससे बाबा साहेब भी दुखी हुए होंगे। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की ऐसी तस्वीर, जो देशवासियों की आंखें नीची कर गईं। अंबेडकर के मुद्दे पर संसद परिसर में कांग्रेस और बीजेपी के प्रदर्शन के बीच बीजेपी नेता प्रताप सारंगी घायल हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के कारण वह घायल हुए हैं। अमित शाह के एक बयान को लेकर विपक्ष यह विरोध कर रहा था।
नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि बाबा साहेब के अपमान में कांग्रेस सबसे बड़ी पापी है। नई संसद भवन के मकर द्वार से सांसद अंदर आते हैं और यहां पर पहले से ही बीजेपी के सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। उनका कहना था कि कांग्रेस ने गृहमंत्री के बयानों को तोड़ मरोड़कर पेश किया है। इसी दौरान गांधी प्रतिमा से विपक्ष के सभी सांसद प्रदर्शन करते हुए आने लगे और तभी वो वहां पहुंच गए, जहां बीजेपी के सांसद प्रदर्शन कर रहे थे। इस वजह से शोर-शराबा होने लगा। तभी राहुल गांधी वहां से गुजर रहे थे और यह पहली बार हुआ है कि बीजेपी और विपक्ष एक साथ संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे हों और दोनों ही बाबा साहेब के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे। आमूमन ऐसा ही होता है कि कभी विपक्ष प्रदर्शन करता है और कभी सत्तापक्ष प्रदर्शन करता है लेकिन 19 दिसम्बर को बाबासाहेब के मुद्दे पर दोनों ही पक्ष साथ में विरोध कर रहे थे।
प्रताप सारंगी के घायल होने के पीछे राहुल गांधी पर आरोप लगाने के दावे पर बताया गया कि इस पर पक्के तौर पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है लेकिन जिस तरह से बीजेपी के सांसद बैठे हुए थे और उसी दौरान राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेता बीच से गुजरे हैं और इस वजह से अफरातफरी का माहौल बन गया था। दोनों ही पक्ष नारे लगा रहे थे और दोनों ही मकर द्वार पर खड़े हो कर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान विपक्ष के सभी सांसद एक-एक कर के अंदर जाने लगे। राहुल गांधी से धक्का लग गया उन्हें और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। जब एक जगह दोनों ही खेमे के सांसद प्रदर्शन कर रहे थे तो ऐसे में स्थिति को संभाल पाना बेहद मुश्किल हो गया था।
संसद भवन के मकर द्वार पर ही प्रदर्शन हो रहा था। बीजेपी के सांसद जमीन पर बैठे हुए थे और कह रहे थे कि कांग्रेस नेताओं ने हमेशा अंबेडकर का उन्होंने अपमान किया है। वहीं विपक्ष का कहना था कि 18 दिसम्बर को राज्यसभा में संविधान के 75 साल पूरे होने पर गृहमंत्री ने जो बात की है, उन्होंने उसमें बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किया है। उधर, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सफाई देते हुए कहा मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था और बीजेपी सांसद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे। मुझे धमका रहे थे और इस वजह से ये हुआ। यह संसद का प्रवेश द्वार है और हमारा अंदर जाने का अधिकार है। बहरहाल, सत्तापक्ष और विपक्ष के सांसदों ने संसद को शर्मसार किया है। (हिफी)