पहली परीक्षा में रेखा सफल

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसी साल फरवरी में 27 वर्ष के बाद दिल्ली में भगवा फहराया था। दिल्ली विधानसभा के 8 फरवरी 2025 को नतीजे घोषित हुए थे और हैट्रिक लगा चुकी अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) 70 सीटों वाली विधानसभा में सिर्फ 22 विधायक जुटा सकी थी। भाजपा को 45.65 फीसद मतदाताओं का समर्थन मिला और 48 विधायक उसकी झोली में आए। भाजपा नेतृत्व ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाते हुए कई दायित्व सौंपे थे। रेखा गुप्ता की पहली परीक्षा साल के अंत में हुई है। यहां के महानगर उपचुनाव (एमसीडी) में 12 सीटों में 7 पर भाजपा को विजयश्री हासिल हुई है। उनकी सरकार ने महाछठ पूजा पर यमुना की सफाई जिस तरह करवाई थी। उससे दिल्ली की जनता को काफी राहत मिली थी। इसके साथ ही भाजपा ने चुनाव से पूर्व जनता से जो वादे किये थे उनको रेखा गुप्ता की सरकार पूरा करने का सत्त प्रयास कर रही है। एमसीडी उप चुनाव में दिल्ली के मुख्य विपक्षी दल आप को भी तीन वार्डों में जीत हासिल हुई है और कांग्रेस व आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक को भी एक-एक पार्षद मिला है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में
कुल 250 पार्षद हैं। इनमें सबसे
ज्यादा 122 पार्षद भाजपा के ही पास हैं। आम आदमी पार्टी के पास 102, कांग्रेस के पास 9, इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के पास 16 और आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक के पास भी एक
पार्षद है।
दिल्ली एमसीडी उपचुनाव 2025 में सभी 12 वार्डों पर मतगणना खत्म हो गई है। 12 वार्डों में से सात पर बीजेपी की जीत हुई है जबकि तीन सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव जीती। वहीं, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (एआईएफबी) व कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती।
मुंडका में आप उम्मीदवार अनिल ने 1,577 वोटों के अंतर से वार्ड जीता, जिससे इलाके में पार्टी की मौजूदगी बनी रही। शालीमार बाग-बी में भाजपा की अनीता जैन ने बड़ी जीत हासिल की। अशोक विहार में कांटे की टक्कर हुई, जिसमें बीजेपी की वीना असीजा सिर्फ 405 वोटों से जीतीं, जबकि बीजेपी के सुमन कुमार गुप्ता ने चांदनी चैक में 1182 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
चांदनी महल में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार मोहम्मद इमरान ने 4,692 वोटों से सीट जीती। बीजेपी ने द्वारका-बी में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा, जहां मनीषा देवी 9,100 वोटों के अंतर से जीतीं। दिचाओं कलां में बीजेपी की रेखा रानी ने जीत दर्ज की। दिल्ली नगर निगम के उपचुनाव में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सक्रिय भागीदारी के कारण भाजपा ने 12 में से 7 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया, जबकि चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल गायब रहे।
उपचुनाव में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत बीजेपी के कई नेताओं ने मतदान किया था। वेस्ट दिल्ली की सांसद कमलजीत सहरावत और द्वारका-बी वार्ड से बीजेपी उम्मीदवार मनीषा राजपाल सहरावत ने पोलिंग बूथ पर जाकर अपना वोट डाला। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने पति मनीष गुप्ता और परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ शालीमार बाग क्षेत्र में एक पोलिंग बूथ पर जाकर अपना वोट डाला। शालीमार बाग से बीजेपी उम्मीदवार अनीता जैन ने पहले ही कहा था कि शालीमार बाग पारंपरिक रूप से पार्टी का गढ़ रहा है, इसलिए जीत पक्की है। हालांकि, हम जीत का अंतर बढ़ाना चाहते हैं। यहां ज्यादा दिक्कतें नहीं हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इलाके में बहुत काम कर रही हैं। सबसे पहले भाजपा ने चांदनी चैक सीट पर जीत दर्ज करके अपना खाता खोला। इसके बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के वार्ड शालीमार बाग-बी वार्ड नंबर 56 में भी भाजपा ने इतिहास रच दिया । भाजपा ने यह सीट बंपर वोटों के अंतर से हासिल की है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी की अनीत जैन ने आदमी पार्टी की अनीता राणा को 10101 वोटों से हराया है। इस सीट पर जीत का इतना बड़ा अंतर इसलिए भी खास माना जा रहा है, क्योंकि इस सीट पर सीएम रेखा गुप्ता की साख दांव पर लगी थी। सीएम रेखा गुप्ता के सीएम बनने के बाद से यह सीट खाली पड़ी थी। रेखा गुप्ता पार्षद थी। हालांकि, भाजपा अभी तक दो सीट हार चुकी है। ये दोनों सीटों भाजपा के कब्जे वाली संगम विहार और मुंडका सीट कांग्रेस व आप ने छीन ली। मुंडका सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने 1577 वोटों से जीत दर्ज की है। संगम विहार वार्ड 163 ए से कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली है। यहां पर दूसरे नंबर पर भाजपा के प्रत्याशी रहे।
एमसीडी में मिली जीत के पीछे रेखा गुप्ता के कार्य हैं। वह ध्यान रखती हैं कि गरीबों के लिए अलाव जल रहे हैं अथवा नहीं। यमुना में क्रूज चलाने की घोषणा हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के ताजा एपिसोड सुनने के क्रम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता रविवार 30 नवंबर सुबह आजादपुर में लोगों के बीच पहुंची। कार्यक्रम के बाद उन्होंने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों और सरकार की प्राथमिकताओं पर खुलकर बात की।. उन्होंने छोटी बस्तियों के विकास के लिए 700 करोड़ रुपये के अलग से फंड मिलने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी हमेशा इस बात पर जोर देते हैं कि सरकारी योजनाओं का लाभ बिना देरी सीधे जनता तक पहुंचे। उन्होंने यहां मौजूद लोगों से छोटे-छोटे मुद्दों पर बातचीत कर उनकी राय भी जानी। संबोधन के दौरान सीएम ने कहा, उनकी सरकार ने उन क्षेत्रों की जरूरतों को प्राथमिकता दी है, जिन्हें अक्सर बजट वितरण में नजरअंदाज कर दिया जाता था। इस बार छोटी बस्तियों के विकास के लिए 700 करोड़ रुपये का अलग से फंड उपलब्ध कराया गया है, जिसके तहत शौचालय, पार्क, सड़कें, सामुदायिक केंद्र, अटल कैंटीन और आरोग्य मंदिर जैसे काम तेजी से पूरे किए जा रहे हैं। पहले फंड का ज्यादातर हिस्सा पॉश इलाकों तक सीमित रहता था, लेकिन अब यह व्यवस्था बदल चुकी है।
रेखा गुप्ता ने आगे कहा, पिछले 8-10 महीनों में क्षेत्र में कई बदलाव देखने को मिले हैं. महिलाओं और बच्चों के लिए नए शौचालयों के साथ-साथ पार्कों और सड़कों का नवीनीकरण किया गया है। कई आंगनबाड़ी केंद्रों को नगर निगम स्कूलों में स्थानांतरित किया गया है, ताकि ज्यादा बच्चों को बेहतर सुविधा मिल सके। वहीं, कामकाजी माताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पालना केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। यमुना में क्रूज चलाने की घोषणा पहले ही कर चुकी हैं। उप चुनाव
में जनता ने इन सभी बातों को देखा है।
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)



