समय रैना को दिव्यांगों का मजाक उड़ाने पर अनोखी सजा

चर्चित यूट्यूबर सेलिब्रिटी समय रैना व अन्य पर (दिव्यांगों) विकलांगों का मजाक उड़ाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, जहां अदालत ने समय रैना समेत 5 को कुछ निर्देश दिए हैं। बता दें इंडियाज गॉट लेटेंट शो के दौरान पैरेंट्स पर मजाक उड़ाकर समय रैना बुरा फंसे थे। इस मामले के बीच एक एनजीओ ने समय रैना व अन्य पर नेत्रहीन पर टिप्पणी करने का मामला उठाया था। यूट्यूबर ने दैट कॉमेडी क्लब में स्टैंडअप करते हुए विकलांग का मजाक उड़ाया था। समय रैना इस मामले में पहले ही माफी मांग चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने समय रैना समेत 5 हास्य कलाकारों व सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर को निर्देश देते हुए कहा है कि महीने में दो बार दिव्यांगजनों के लिए एक कार्यक्रम आयोजित करना होगा। जिसका उद्देश्य ऐसे जरुरतमंद लोगों का सम्मान बढ़ाना और जागरुकता फैलाना होगा। दरअसल, समय रैना व अन्य ने एक वीडियो में शारीरिक विकलांगता का मजाक उड़ाया था। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में इस केस पर सुनवाई हुई। जहां कोर्ट ने साफ कहा कि अपने मंच का उपयोग सम्मान को बढ़ावा देने, जागरूकता बढ़ाने और चिकित्सा देखभाल के लिए फंड्स जुटाने के लिए करें। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट 4 हफ्ते बाद अगली सुनवाई करेगा। एक एनजीओ ने समय रैना पर स्टैंड-अप कॉमेडी शो में स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी से पीड़ित एक नेत्रहीन नवजात का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया था। एनजीओ ने कोर्ट में बताया था कि कैसे समय रैना ने स्टैंडअप कॉमेडी के दौरान सिर्फ 2 महीने के बच्चे का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा था कि 2 महीने के बच्चे के इलाज के लिए 16 करोड़ रुपये एक इंजेक्शन चाहिए था। सोचिए जिसे भी पैसे मिलेंगे वो मां भी सोच रही होगी कि महंगाई बढ़ गई है। पता नहीं इंजेक्शन देने के बाद भी बच्चा सही होगा कि नहीं। इस बयान को याचिका में परेशान करने वाला बताया गया था। (हिफी)



