लेखक की कलम

दिल्ली में संघ की रथयात्रा

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए अब दिल्ली का दुर्ग जीतना प्रमुख लक्ष्य होगा। अगले साल अर्थात् 2025 में बिहार और दिल्ली के विधानसभा चुनाव होंगे। इनमंे बिहार का नतीजा तो अभी से लगभग तय हो गया। यह भी समझ मंे आ गया कि नीतीश कुमार बार-बार प्रधानमंत्री की चरण वंदना क्यों कर रहे हैं। दरअसल, महाराष्ट्र मंे एकनाथ शिंदे के माध्यम से भाजपा ने नीतीश कुमार को भी यह संकेत दे दिया है कि अब आपको राज नहीं तपस्या करनी चाहिए। उधर, दिल्ली विधानसभा चुनाव मंे भाजपा की समझ में वहां की गणित नहीं आ रही है। अभी 2024 में लोकसभा के चुनाव हुए तो सभी सांसद भाजपा की झोली में आए। इससे पहले भी यही हुआ था लेकिन विधानसभा चुनाव में अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) को एकतरफा वोट मिलते हैं। इसलिए भाजपा और उसकी मातृ संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पूरा फोकस दिल्ली पर कर दिया है। संघ इसके लिए स्वयं रणनीति बना रहा है। इसी कड़ी मंे आरएसएस के स्वयंसेवक बीएल सिंह अगले साल 8 जनवरी से एक विशाल रथ यात्रा निकालेंगे। इसका लक्ष्य दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर भगवा फहराना है। उधर, आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी भाजपा के आक्रमण का जवाब आक्रामक ढंग से ही देने वाले हैं। अरविन्द केजरीवाल अब तक वहां के उपराज्यपाल (एलजी) पर ही आरोप लगाते थे लेकिन अब सीधे नरेन्द्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साध रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भाजपा और आप की तैयारी शुरू हो गई है। इस कड़ी में आरएसएस के स्वयंसेवक बीएल सिंह ने ऐलान किया है कि वह 8 जनवरी 2025 से एक विशाल रथ यात्रा शुरू करेंगे। इसके पीछे उनका लक्ष्य दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर बीजेपी की जीत सुनिश्चित करना है। सिंह रथ यात्रा के जरिये दिल्ली की जनता से यह अपील करना चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिया जाए, क्योंकि राष्ट्रीय अवधारणा और देश की अवधारणा को मजबूत कर 2047 तक भारत को एक समृद्ध, शक्तिशाली और विकास राष्ट्र बनाने की दिशा में निर्णायक कदम हो सकता है।
बीएल सिंह का कहना है कि हालांकि अमृतकाल में शताब्दी वर्ष पर स्वाधीनता से स्वतन्त्रता की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं एवं भक्तिमय, शक्तिमय तथा आनन्दमय समाज के लोगों के जीवन को बनाने में भी लगे हुए हैं। उनका कहना है कि इस यात्रा के माध्यम से वह दिल्लीवासियों को यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि बीजेपी की सरकार आने से दिल्ली में विकास की रफ्तार फिर से वही हो सकती है, जो कभी मदन लाल खुराना के समय हुआ करती थी। बीएल सिंह ने बताया कि यह रथ यात्रा दिल्ली के विभिन्न इलाकों से होकर गुजरेगी और इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। इस यात्रा के दौरान, वह दिल्ली के नागरिकों से संपर्क करेंगे, उनकी समस्याओं को सुनेंगे और उन्हें यह यकीन दिलाएंगे कि केवल बीजेपी ही दिल्ली का वास्तविक विकास कर
सकती है। वह कहते हैं कि मदन लाल खुराना के शासनकाल में दिल्ली में तेजी से विकास हो रहा था, लेकिन अब यह रुक गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी का एजेंडा सिर्फ विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक “भक्तिमय, शक्तिमय, और आनंदमय समाज” की भी परिकल्पना करता है, जहां हर व्यक्ति का जीवन खुशहाल और सुरक्षित हो।
उधर, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल भी अब गरजने के साथ-साथ बरसने लगे हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही केजरीवाल ने बीजेपी पर जोरदार हमला शुरू कर दिया है। केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के निशाने पर पहले दिल्ली के एलजी हुआ करते थे। केजरीवाल
अब देश के गृह मंत्री अमित शाह
और पीएम मोदी को निशाना बना कर हमला बोल रहे हैं। दिल्ली विधानसभा के आखिरी सत्र में केजरीवाल ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तिहाड़ जेल जाने की सारी भड़ास निकाली।
केजरीवाल ने दिल्ली की कानून व्यवस्था के सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोला। केजरीवाल ने बात शुरू की थी दिल्ली की कानून व्यवस्था से और पहुंच गए बांग्लादेशी घुसपैठिये, लॉरेंस बिश्नोई और बांग्लादेश में गिरफ्तार किए गए संत चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई पर। दिल्ली विधानसभा चुनाव के रंग में रंगे अरविंद केजरीवाल अचानक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमलावर हो गए। दिल्ली की कानून व्यवस्था पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘आज से 10 साल से पहले दिल्ली के लोगों ने हमें दिल्ली को सुधारने की जिम्मेदारी दी थी। हमने अस्पताल बनाए, बिजली व्यवस्था ठीक की, पानी की आपर्ू्ति ठीक की, स्कूल और सड़कें सुधार दीं। क्योंकि, दिल्लीवालों की आधी जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर भी है। दिल्ली की जनता ने बीजेपी की केंद्र सरकार को भी जिम्मेदारी दी थी कि वह दिल्लीवालों की सुरक्षा व्यवस्था करे। ऐसे में केंद्र सरकार के गृह मंत्री अमित शाह की सीधे-सीधे जिम्मेदारी बनती है कि वह दिल्लीवालों को सुरक्षा दें लेकिन, जब से अमित शाह देश के गृह मंत्री बने हैं दिल्ली की कानून व्यवस्था बिगड़ गई है। खुलेआम मोबाइल फोन छीने जा रहे हैं। खुलेआम शूटआउट हो रहा है। महिलाओं के साथ बलात्कार कर मर्डर कर दिया जाता है।’
केजरीवाल विधानसभा में पूरी तैयारी के साथ आए थे। केजरीवाल अपने साथ अखबारों की कटिंग भी लेकर आए थे। केजरीवाल ने साबित करने का प्रयास किया कि दिल्ली की कानून व्यवस्था काफी बिगड़ गई है। केजरीवाल ने अमित शाह पर कई तरह के आरोप भी लगाए। लेकिन, केजरीवाल की बातों से साफ झलक रहा था कि वह शराब घोटाले के आरोपी बनकर जब से तिहाड़ से लौटे हैं पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भड़ास उतार रहे हैं। क्योंकि, केजरीवाल के सामने दिल्ली का चुनाव है। ऐसे में वह पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इसको मुद्दा बनाकर भुनाया जाए। खासकर महिला वोटर्स को अपने पाले में किया जाए। अरविंद कजेरीवाल ने 26 नवंबर को पार्टी की स्थापना दिवस के मौके पर भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जोरदार हमला बोला था। केजरीवाल ने तब कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ‘कई बार यह बोला गया कि अब तो आम आदमी पार्टी खत्म होने वाली है। अब तो आम आदमी पार्टी वेंटिलेटर पर है। देखिए इसके बावजूद पार्टी जिंदा है।’ केजरीवाल ने स्थापना दिवस
कार्यक्रम में अमित शाह को विशेषतौर पर निशाने पर लिया था। कुलमिलाकर अरविंद केजरीवाल कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाकर बीजेपी को घेरना चाहते हैं। केजरीवाल की बातों से लगता है कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के इस्लामाबाद से भी ज्यादा दिल्ली
की स्थिति खराब हो गई है। इसलिए कानून व्यवस्था को ‘आप’ हथियार
बनाकर दिल्ली बीजेपी को घेरने के बजाए बीजेपी के बड़े नेताओं को घेर रही है। (हिफी)

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button