अमिताभ को कांटे की कहानी सुनाने गये थे संजय

साल 2002 में मल्टीस्टारर फिल्म ‘कांटे’ रिलीज हुई थी। अमिताभ बच्चन भी इस फिल्म का हिस्सा थे। ‘कांटे’ का डायरेक्शन संजय गुप्ता ने किया था। हाल ही में निर्देशक ने अमिताभ बच्चन के साथ अपनी पहली मुलाकात का एक्सपीरियंस शेयर किया। संजय गुप्ता ने बताया कि बिग बी पहली चॉइस नहीं थे, वह नए एक्टर्स और नसीरुद्दीन शाह के साथ फिल्म बनाना चाहते थे लेकिन संजय दत्त ने उन्हें अमिताभ बच्चन को अप्रोच करने का सुझाव दिया था। जब वह ‘कांटे’ की कहानी सुनाने लिए बिग भी के घर जलसा पहुंचे तो उनकी रईसी देखकर हैरान रह गए थे।
संजय गुप्ता ने बताया कि वह संजय दत्त के बांद्रा स्थित घर पर थे, तब एक्टर ने अमिताभ बच्चन को फोन किया और फिल्म की कहानी सुनाने के लिए मुलाकात तय की। उन्होंने कहा, ‘संजय दत्त ने अमितजी को फोन किया और पूछा कि क्या मैं फिल्म की कहानी सुना सकता हूं और उन्होंने 2 दिन बाद सुबह 11 बजे की मीटिंग फिक्स की। उन्होंने आगे बताया, ‘अचानक पीछे से दरवाजा खुला और एक बड़े कद का व्यक्ति (अमिताभ बच्चन) सफेद पठानी पहने हुए। उन्होंने मुझे एक और कमरे में ले जाकर कहा कि वह 5 मिनट में वापस आएंगे। मुझे पता था कि अमिताभ बच्चन की हाई-टेक साउंड सिस्टम्स में बहुत दिलचस्पी है, इसलिए उनके स्पीकर्स और ग्रामोफोन की कीमत 50-60 लाख रुपये से भी ज्यादा होती है। मैंने वह इक्विपमेंट देखा। वहां डेस्क पर एक मग था, जिसमें 25 से 30 पेन थे और वे सभी डिजाइनर एडिशन थे। फिर वह आए और बैठ गए और मैंने कहानी सुनाना शुरू किया।
संजय गुप्ता ने कहा, ‘मेरे दिमाग में यह ख्याल था कि एक दिन मैं अपने पोते-पोतियों को बताऊंगा कि मैंने बिग बी को उनके घर पर एक कहानी सुनाई थी। कहानी सुनाने में 30 मिनट लगे और उसके बाद के 20-25 सेकंड मेरी जिंदगी के सबसे डरावने पल थे। कोई प्रतिक्रिया नहीं थी और मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। फिर मैंने उनसे पूछा कि उन्हें कहानी कैसी लगी और उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत पसंद आई। मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था। इसी तरह हमारी जर्नी शुरू हुई।’ (हिफी)