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संस्कृत भारत की आत्मा और प्रत्येक भारतीय की पहचान : शास्त्री

उत्तरकाशी। श्री विश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय में सात दिवसीय संस्कृत भाषा प्रबोधन वर्ग का शुभारंभ हो गया, जिसमें गढ़वाल संभाग के सभी जिलों से लगभग 100 छात्र-छात्राएं प्रतिभाग कर रहे हैं। वर्ग के उद्घाटन अवसर पर मुख्य वक्ता संस्कृत भारती के प्रांत संगठन मंत्री गौरव शास्त्री ने कहा कि संस्कृत भारत की आत्मा और प्रत्येक भारतीय की पहचान है।
सांस्कृतिक भारती उत्तरांचल की ओर से श्री विश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय में पहली बार संस्कृत भाषा प्रबोधन वर्ग का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को वर्ग का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व पालिकाध्यक्ष सुधा गुप्ता व विशिष्टि अतिथि उमेश प्रसाद बहुगुणा ने किया। मुख्य अतिथि पूर्व पालिकाध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि संस्कृत उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा है। सभी को इस भाषा का अध्ययन अवश्य करना चाहिए।
मुख्य वक्ता संगठन के प्रांत संगठन मंत्री गौरव शास्त्री ने कहा कि संस्कृत भारती भारत के सभी जिलों सहित विश्व के 27 देशों में संस्कृत को जनभाषा बनाने के लिए कार्य कर रही है। कार्यक्रम में डॉ. राधेश्याम खंडृूड़ी, विभाग संयोजक राकेश सेमवाल, नगर संयोजक डॉ. द्वारिका प्रसाद नौटियाल, सह संयोजक अनिल बहुगुणा मौजूद रहे।

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