सम-सामयिक

मालिक के खून से हाथ रंग रहे हैं नौकर

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)
अभी हाल ही में तीन जुलाई को दिल्ली के लाजपत नगर में मौजूद एक कारोबारी के घर में ही उनकी 41 साल की पत्नी और 14 साल के बेटे का कत्ल कर दिया गया। कत्ल करने वाला उनके घर में काम करने वाला उनका नौकर था। पुलिस ने मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए कातिल नौकर को गिरफ्तार किया है। हत्यारे नौकर ने पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जो राज खुद कैमरे पर बयान किया है, वह दिल दहलाने वाला है। सिर्फ चालीस हजार रुपये एडवांस को लौटाने के लिए मालिक की पत्नी द्वारा तकाजा करना नौकर को इतना नागवार गुजरा कि उसने मालकिन को धारदार हथियार से दिनदहाड़े घर में ही मौत के घाट उतार दिया। इसी बीच घर में मौजूद इकलौते पुत्र द्वारा वारदात देख लेने पर हत्यारे नौकर ने उसे भी मार डाला। यह वारदात आज के माहौल में घरेलू कर्मचारियों के ऊपर विश्वास पर सवालिया निशान लगाती है। वहीं, इस वारदात से यह भी पता चलता है कि तमाम नैतिक सामाजिक सीमाओं को पार कर कानून और पुलिस से बेखौफ किस तरह घरेलू नौकर अकेले ही डबल मर्डर, लूट जैसी जघन्य वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
दरअसल ज्यादातर वारदातों के लिए पूरी जांच-पड़ताल तथा पुष्टि किए बिना घरों में सेवक सेविकाओं को नौकरी पर रखने की प्रवृत्ति भी जिम्मेदार हैं। अपराधी प्रकृति के लोग घरेलू नौकर बनकर लोगों के घरों में एंट्री करते हैं और घर में रखी नकदी तथा गहनों आदि का सुराग लगाने के बाद मौका मिलते ही सब कुछ लूट कर फरार हो जाते हैं। यही नहीं, कई बार ये कर्मचारी मालकिन या परिवार की बच्चियों को यौन हिंसा का भी शिकार बना देते हैं। अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए कई बार तो ऐसा करते समय वे अपने मालिक या मालकिन की हत्या भी कर देते हैं। हाल ही में ऐसे दर्जनों मामले सामने आए हैं।
आपको बता दें कि 10 जनवरी, 2025 को गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) में एक बुजुर्ग दम्पति रामदास गुप्ता (78) तथा उनकी पत्नी सुमित्रा गुप्ता (75) को बंधक बनाकर एक करोड़ 5 लाख रुपए लूटने के मामले में पुलिस ने उनके घरेलू नौकर चंदन (20) और उसके 2 साथियों ओम प्रकाश (20) तथा सुनील कुमार (28) को गिरफ्तार किया।
27 जनवरी को जयपुर (राजस्थान) में एक मकान में घुस कर 25 लाख रुपए की लूट के मामले में पुलिस ने 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया। पड़ताल के दौरान पता चला कि उक्त वारदात का मास्टर माइंड घर का पुराना नौकर सन्नी था जिसने अपने भाई योगेश और फुफेरे भाई सुनील के साथ मिल कर इस वारदात को अंजाम दिया था।
1 मार्च को नोएडा (उत्तर प्रदेश) के सैक्टर 61 में एक बिल्डर राकेश यादव के घर में उनकी पत्नी को बंधक बनाकर नकदी, ज्यूलरी, और दस्तावेज लूटने के आरोप में घरेलू नौकर राहुल उर्फ देवेंद्र सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
8 अप्रैल को रायगढ़ (छत्तीसगढ़) के मोहन नगर में रहने वाले बुजुर्ग रामसुखेन शर्मा के घरेलू नौकर संतू राम यादव ने रामसुखेन शर्मा द्वारा उसे पैसे उधार न देने पर गुस्से में आकर लाठियों से पीट-पीट कर मार डाला और घर में रखे 40,000 रुपए लेकर फरार हो गया।
8 मई को मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) जिले के सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार स्थित एक मकान में काम करने वाले नौकर सचिन सक्सेनाश् को अपनी मालकिन के सोने के आभूषण लूटने के लिए उसकी हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
14 मई को जयपुर (राजस्थान) के वैशाली नगर में एक कांग्रेस नेता के घर में काम करने वाला नौकर दम्पति परिवार के सदस्यों को नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश करने के बाद घर में चोरी करके चंपत हो गए।
16 जून को यमुनानगर (हरियाणा) में एजेंसी के माध्यम से रखा गया सुनील नामक नेपाली घरेलू नौकर अपने मालिक डाक्टर दम्पति को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश करके उनके घर से कीमती सामान लेकर फरार हो गया। डाक्टर दम्पति ने 2 महीने पहले ही उसे नौकरी पर रखा था। 1 जुलाई को पटियाला (पंजाब) के थाना साइबर क्राइम के एस.पी. आशवंत सिंह के घर से उनके कुक कर्ण ने 40,000 रुपए चुरा लिए। उन्होंने कर्ण और उसकी पत्नी को कुछ महीने पहले ही काम पर रखा था। 3 जुलाई को दिल्ली के लाजपत नगर थाना क्षेत्र में गार्मेंट की दुकान पर ड्राइवर, शॉप हैल्पर की नौकरी करने वाले मुकेश को अपनी मालकिन रुचिका सेवानी और उसके बेटे कृष की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। रुचिका द्वारा डांटने पर मुकेश ने यह कदम उठाया।
पिछले दो माह के भीतर शहर में चोरी की तीन वारदात हुई जिसमें नौकरानी का हाथ रहा। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला किसी का सत्यापन नहीं हुआ है। सभी वारदात मालिक की लापरवाही व सतर्कता में कमी से हुई।
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने थानेदार के साथ ही सभी बीट पुलिस अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि किराएदार, नौकर, नौकरानी व ड्राइवर का सत्यापन कराने के लिए आमजन को जागरूक करें। 11 मार्च 2024- मेडिकल कालेज रोड के राधिका काम्प्लेक्स स्थित जेमिनी अपार्टमेंट में रहने वाली दीक्षा निगम के घर में चोरी हो रही थी। संदेह होने पर उन्होंने नौकरानी से पूछताछ की तो उसने घटना की जानकारी होने से इन्कार कर दिया। दीक्षा ने घर में सीसी कैमरा लगवा दिया जिसमें नौकरानी चोरी करते हुए कैद हो गई। फुटेज की मदद से शाहपुर थाना पुलिस ने विष्णुपुरम कालोनी में रहने वाली नौकरानी अनीता देवी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से गहने बरामद किए। छानबीन में पता चला कि दीक्षा ने नौकरानी का सत्यापन नहीं कराया था।
10 फरवरी 2024- सहारा इस्टेट के बहार कालोनी में रहने वाले अरविंद त्रिपाठी कोचिंग सेंटर चलाते हैं। उनकी पत्नी स्कूल का संचालन करती हैं। 10 फरवरी को दंपती को कार्यक्रम में जाना था। उनकी पत्नी ने जब आलमारी खोली तो उसमें रखे गहने गायब मिले। सीसी कैमरे का फुटेज देखने पर पता चला कि नौकरानी ने चोरी की है। जिसके बाद पुलिस ने सिद्धार्थनगर, उसका बाजार के पनियहवा की रहने वाली नौकरानी सावित्री देवी को गिरफ्तार कर जेल भेजा। 20 सितंबर 2022- बेलघाट थानाक्षेत्र के बलुआ भवानी बक्शी गांव में रहने वाली आशा देवी के पांच साल के बच्चे निलेश का 20 सितंबर 2022 की रात में अपहरण हो गया। अपहर्ता ने आशा के चोरी किए गए मोबाइल से ही उसकी देवरानी के मोबाइल पर फोन पर 20 हजार रुपये की फिरौती मांगी। महिला ने 25 दिन पहले अनिल नाम के युवक को नौकरी पर रखा था वह भी बिना जांच-पड़ताल और वेरिफिकेशन किए बिना।उसके ऊपर पहले से दो मुकदमे दर्ज थे।
नौकर-नौकरानियों के पूरे अते-पते की पुष्टि किए बिना ही नौकरी पर रख लेने के कारण वारदात सुलझाने में दिक्कत आती है। अगर पुलिस के रिकार्ड में ऐसे लोगों की जानकारी पहले से ही मौजूद रहे तो इस तरह की घटनाएं कम हो सकती हैं।
अतः नौकर रखने से पूर्व उनके नाम, पते, मोबाइल नम्बर आदि की स्थानीय पुलिस से जांच-पड़ताल करवाकर ही रखना चाहिए। (हिफी)

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