खेल-खिलाड़ी

राजनीति से खेल तक मंे श्रेयसी

 

प्रतिभा किसी दायरे मंे कभी भी सीमित नहीं रहती है। उसके लिए जब विस्तृत फलक मिलते हैं तो उड़ान भरने लगती है। बिहार की श्रेयसी सिंह भी एक तरफ राजनीति मंे नयी स्फूर्ति दिखा रही हैं तो दूसरी तरफ उनकी निशानेबाजी ने पेरिस ओलंपिक का रास्ता उनके लिए खोला है। श्रेयसी सिंह ने राजनीति मंे पदार्पण 2020 मंे किया था। स्वर्गीय राम विलास पासवान और चिराग पासवान से जुड़ी बिहार की जमुई विधानसभा सीट से चार साल पहले चुनाव लड़ा था। भाजपा ने उनको उम्मीदवार बनाया और क्षेत्र की जनता का समर्थन पाकर श्रेयसी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) उम्मीदवार को 41 हजार से ज्यादा वोटों से पराजित किया था। सियासत के साथ उनको खेलों से भी लगाव है। श्रेयसी पक्की निशानेबाज हैं। उन्हांेने 2018 के कामनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडल जीता था। अब पेरिस में 26 जुलाई से ओलंपिक प्रतियोगिता शुरू होने वाली है। इसके लिए भारत के 21 एथलीटों में श्रेयसी सिंह भी शामिल हैं। जनप्रतिनिधियों (सांसद-विधायक) के बारे मंे आम जनता की भावना अच्छी नहीं होती है लेकिन श्रेयसी जैसी जनप्रतिनिधि पर पूरे देश को गर्व है। बिहार का तो वे नाम रोशन कर ही रही हैं।
पेरिस में 26 जुलाई से ओलंपिक प्रतियोगिता शुरू होने वाली है। इसके लिए भारत से 21 एथलीट चुने गए हैं, जिसमें श्रेयसी सिंह भी शामिल हैं। खास बात यह है कि श्रेयसी बिहार की इकलौती एथलीट हैं, जो पेरिस ओलंपिक में देश की शान बढ़ाएंगी। निशानेबाजी प्रतियोगिता के लिए उनका चयन हुआ है। जमुई विधायक श्रेयसी सिंह के पेरिस ओलंपिक में चयन होने पर पूरे जिले में खुशी का माहौल है। ओलंपिक में खेलना श्रेयसी का सपना था, जो अब पूरा होने जा रहा है। जहां चाह, वहां राह भी खुद बन जाती है। या यूं कहें कि जिनमें प्रतिभा होती है, उनको आगे बढ़ने सो कोई रोक नहीं सकता। ये कहावत बिहार की श्रेयसी सिंह पर भी बिल्कुल सटीक बैठती है। बिहार की बेटी और जमुई की लोकप्रिय नेता अब पेरिस ओलंपिक-2024 में अपना दम दिखाएंगी। श्रेयसी सिंह का पेरिस ओलंपिक-2024 के शॉटगन ट्रैप वूमेन प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। इस खबर से श्रेयसी सिंह बेहद खुश हैं। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि उनके परिवार और बिहार का सपना पूरा हुआ है। श्रेयसी को जब यह खबर मिली तो उनकी आंखें खुशी से नम हो गईं। इस दौरान उन्होंने अपने पिता दिग्विजय सिंह को बहुत याद किया। पेरिस ओलंपिक-2024 के लिए 21 सदस्यीय भारतीय दल में श्रेयसी का नाम भी है। उनको निशानेबाजी के 17 साल के करियर में पहली बार यह मौका मिला है। श्रेयसी का कहना है कि उनका परिवार और बिहार बड़ी उम्मीद लगाए हुए था। मेरा सौभाग्य है कि मैं बिहार की पहली खिलाड़ी बनी हूं, जिसका चयन ओलंपिक के लिए हुआ है। यह करीब एक महीने का लंबा सफर होगा। हम लोग ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर सकें, इसके लिए प्रार्थना करें।
श्रेयसी सिंह बिहार के जमुई से बीजेपी विधायक हैं। साथ ही वह बिहार के शाही परिवार से ताल्लुक रखती हैं। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी ही नहीं इंटरनेशनल लेवल की शूटर भी है। वह कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड विजेता भी रह चुकी हैं। उनकी मां पुतुल सिंह भी सांसद रह चुकी हैं। राजनीति उनको अपने परिवार से विरासत में मिली है। श्रेयसी ने दिल्ली के हंसराज कॉलेज से ग्रैजुएशन किया और फिर मानव रचना यूनिवर्सिटी फरीदाबाद से एमबीए की डिग्री ली। श्रेयसी की रुचि खेल में शुरुआत से ही थी। वह बहुत ही उम्दा खिलाड़ी हैं। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज हैं। ग्लासगो में हुए 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में निशानेबाजी की डबल ट्रैप स्पर्धा में उन्होंने निशानेबाजी में देश के लिए सिल्वर मेडल जीता था। 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाया था। अब उनको पेरिस ओलंपिक में खेलने का मौका मिला है। श्रेयसी सिंह का राजनीतिक डेब्यू साल 2020 में हुआ था। बिहार की वीवीआईपी सीट जमुई में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की थी। वह एक एथलीट होने के साथ ही बिहार विधानसभा की सदस्य भी हैं। उन्होंने आरजेडी उम्मीदवार को 41 हजार 49 वोटों से करारी शिकस्त दी थी। जमुई में उनको 79603 वोट हासिल हुए थे।
श्रेयसी सिंह अजरबैजान के बाकू में इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) विश्व कप की महिला ट्रैप प्रतियोगिता में तीन राउंड में कुल 69 का स्कोर बनाकर 8वें स्थान पर रहीं। पुरुषों और महिलाओं की प्रतियोगिताओं में एक भारतीय निशानेबाज के लिए उनका रिटर्न सबसे अच्छा है। भारत ने बाकू विश्व कप के लिए केवल शॉटगन टीम भेजी थी, जो पेरिस ओलंपिक से पहले महत्वपूर्ण रैंकिंग अंक प्रदान करता है। पूर्व राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन श्रेयसी ने 22-22 के दो राउंड के बीच 25 का परफेक्ट राउंड लगाया।
इसके साथ ही महिला ट्रैप मंे राजेश्वरी कुमारी (स्कोर 65, स्थान 26वां), मनीषा कीर (स्कोर 63, स्थान 35वां) पुरुष ट्रैप- विवान कपूर (स्कोर 71, स्थान 25वां), भवनीश मेंदीरत्ता (स्कोर 70, स्थान 38वां), पृथ्वीराज टोंडिमान (स्कोर 69, स्थान 48वां) प्रमुख भारतीय गोल्फर शुभंकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर पेरिस 2024 में ओलंपिक में पदार्पण करने के लिए तैयार हैं।
शुभंकर पेशेवर सर्किट में अपने सीनियर भुल्लर का बहुत सम्मान करते हैं। शुभंकर ने कहा, गगन एक सिद्ध चैंपियन हैं और मैं उन्हें बहुत आदर और सम्मान की दृष्टि से देखता हूं। जीतने के बारे में उनकी मानसिकता अद्भुत है। मुझे यकीन है कि हम दोनों पेरिस में देश को गौरवान्वित करने के लिए एक-दूसरे को प्रेरित करने में सक्षम होंगे। श्रेयसी से भी इसी प्रकार की उम्मीद है। (हिफी)

(मोहिता-हिफी फीचर)

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