पाप करवाता है प्रायश्चित

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)
कभी-कभी पाप प्रायश्चित करने पर मजबूर कर देता है। बेंगलुरु के दिल दहला देने वाली महालक्ष्मी हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। इस केस में पुलिस को जिस आरोपी की तलाश थी उन्होंने खुदकुशी कर ली है। आरोपी मुक्ति रंजन रॉय की लाश ओडिशा में एक पेड़ से लटकती हुई मिली है साथ ही पुलिस को उसके शव के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने महालक्ष्मी का कत्ल करने की बात भी कबूल की है।
बेंगलुरु में एक बार फिर रूह कंपा देने वाला हत्याकांड सामने आया है महालक्ष्मी नाम की एक महिला की हत्या कर उस के शव को फ्रिज के अंदर 40 टुकड़ों में काट कर बड़ी सफाई के साथ रखा गया था इस नृशंसता भरे हत्याकांड से जाहिर होता है कि पुलिस और कानून का कोई भय लवजेहाद में लगे हैवानों पर नहीं है।
इस मामले में पुलिस का दावा है कि कत्ल करीब 20 दिन पहले यानी 2 से 3 सितंबर के बीच हुआ था। अब तक की जांच में पुलिस को जो अहम सुराग मिले हैं, उसके मुताबिक महालक्ष्मी के कत्ल में किसी अजनबी का हाथ बताया जा रहा है। वह मिस्ट्री मैन अक्सर महालक्ष्मी के घर आता रहता था। यह नृशंसता पूर्ण हत्याकांड बिल्कुल श्रद्धा वालकर हत्याकांड से मिलता जुलता है दो साल पहले श्रद्धा वालकर के भी उसके मुस्लिम लिविंग पार्टनर ने टुकड़े टुकड़े कर डीप फ्रीजर में रखा था। मौजूदा मामले में भी महालक्ष्मी के पति ने अशरफ नाम के एक युवक पर शक जताया है और उसके साथ महालक्ष्मी के रिलेशन होने की बात कही है।
आपको बता दें कि यह भयावह घटना तब सामने आई जब बंगलुरु के एक सोसाइटी के पड़ोसियों ने बंद घर से आ रही दुर्गंध की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मकान मालिक से मिली जानकारी के आधार पर महालक्ष्मी के परिवार से संपर्क किया। जब परिवार के सदस्य पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि महालक्ष्मी के क्षत-विक्षत अंग फ्रिज में रखे हुए थे। फॉरेंसिक टीम और पुलिस जांचकर्ताओं ने पाया कि महालक्ष्मी का मोबाइल फोन 2 सितंबर से बंद था। शव की स्थिति और घटनास्थल पर मिले इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर, पुलिस का मानना है कि हत्या घर के अंदर ही की गई थी और शव के टुकड़े-टुकड़े कर फ्रिज में छिपा दिए गए थे।
पुलिस को महिला की डेड बॉडी देखकर संदेह है कि हत्या लगभग 15 दिन पहले हुई थी। शरीर के कटे हुए टुकड़े 165 लीटर के रेफ्रिजरेटर के अंदर रखे गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक हत्या का खुलासा तब हुआ जब पड़ोसियों ने दुर्गंध की शिकायत की, जिसके बाद मृतक के परिवार के सदस्यों ने आकर जांच की। पुलिस के अनुसार मौके पर फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम पहुंचे और मामले की जांच शुरू की।
मूल रूप से नेपाल की रहने वाली महालक्ष्मी की शादी पांच साल पहले हेमंत दास नामक व्यक्ति से हुई थी। दंपति का एक चार साल का बच्चा भी है। हालांकि, उनके रिश्ते में खटास आ गई थी और महालक्ष्मी बेंगलुरु में अलग रहने लगी थीं। वह एक मॉल में सेल्सपर्सन के तौर पर काम कर रही थीं और अपने पड़ोसियों से ज्यादा बातचीत नहीं करती थीं।
महालक्ष्मी के पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि वह ज्यादा लोगों से घुली मिली नहीं थी। इस वजह से उसके बारे में आस-पास के लोगों को ज्यादा कुछ पता नहीं था। हालांकि, पड़ोसियों ने कई बार एक अजनबी शख्स को महालक्ष्मी को घर आते-जाते देखा था। बेंगलुरु पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर वो अजनबी है कौन? हो सकता है महालक्ष्मी का कातिल वही अजनबी हो।
इस बीच महिला के पति ने दावा किया है कि महालक्ष्मी का प्रेमी अशरफ ही उसके कत्ल में शामिल है। महालक्ष्मी के पति हेमंत दास ने बताया, मैं मोबाइल शॉप पर काम करता हूं। हमारी शादी 6 साल पहले हुई थी। हमारी एक बेटी भी है। हालांकि, 9 महीने पहले घरेलू विवाद के बाद हम दोनों अलग हो गए। आखिरी बार महालक्ष्मी से मेरी मुलाकात 25-30 दिन पहले हुई थी, जब वह उस मोबाइल दुकान पर आई थी, जहां मैं काम करता हूं।
वहीं इस मामले पर कर्नाटक के गृह मंत्री ने का जो बयान आया है, उस मुताबिक महालक्ष्मी के मर्डर में शामिल शख्स का कनेक्शन पश्चिम बंगाल से है। क्योंकि गृहमंत्री ने कहा कि, केस में कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं, जिन्हें अभी शेयर नहीं किया जा सकता है।अब तक मिली जानकारी के मुताबिक हत्या में एक ही शख्स शामिल है, जो पश्चिम बंगाल का रहने वाला है, लेकिन जब तक और जानकारी नहीं मिल जाती, हम कुछ भी नहीं कह सकते।
बेंगलुरु पुलिस का कहना है कि महालक्ष्मी के मोबाइल की कॉल डिटेल से शक की सुई उसके घर पर आने वाले अजनबी की तरफ घूम रही थी। बेंगलुरू पुलिस का दावा है कि उस अजनबी की जानकारी उनके पास है। उसका नाम भी उन्हें पता है। यहां तक कि ये भी पता है कि महालक्ष्मी के कत्ल के बाद वो भुवनेश्वर के रास्ते पश्चिम बंगाल जा चुका है। पुलिस इसलिए उसके नाम का फिलहाल खुलासा नहीं करना चाहती ताकि वो अलर्ट न हो जाए।
कोरमंगला में काम करने वाले उनके भाई सुनील के अनुसार, महालक्ष्मी कई दिनों से उनसे संपर्क में नहीं थीं। उन्होंने मीडिया से कहा, “मुझे एक रिश्तेदार ने इसकी सूचना दी और मैं उनसे मिलने आया। हमने कुछ समय से एक-दूसरे से बात नहीं की और न ही एक-दूसरे को देखा।” एक पड़ोसी ने बताया कि महालक्ष्मी पाँच महीने पहले इमारत की पहली मंजिल पर रहने आई थीं। पड़ोसी ने बताया, “वह शायद ही कभी घर पर आती थीं, सुबह 9.30 बजे घर से निकलती थीं और रात 10.30 बजे वापस आती थीं। एक आदमी जो उनका भाई होने का दावा करता था, कुछ दिनों तक उनके साथ रहा, लेकिन हमें नहीं पता था कि वह शादीशुदा हैं।”
पुलिस अब उनके कार्यस्थल की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसी ने उनके काम से अनुपस्थित रहने के बारे में पूछताछ क्यों नहीं की। अधिकारी एक ऐसे व्यक्ति की रिपोर्ट का भी अनुसरण कर रहे हैं जो अक्सर उनसे मिलने आता था और उन्हें ले जाता था।
बेंगलुरु पुलिस ने महालक्ष्मी के पति हेमंत दास और उस हेयर ड्रेसर अशरफ से लंबी पूछताछ की है। इन दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि कत्ल में इन दोनों का कोई हाथ नहीं था। इन दोनों के मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड में भी दो सितंबर से 19 सितंबर तक ऐसा कुछ नहीं मिला। तब यह सवाल खड़ा हो गया था कि आखिर महालक्ष्मी का कातिल कौन है? जिसने इतनी बेरहमी से कत्ल कर लाश के टुकड़े-टुकड़े कर फ्रिज में रख दिया था। इस वारदात में हत्या का मामला दर्ज किया गया है और अधिकारी उस व्यक्ति का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं जिस पर इसमें शामिल होने का संदेह है। जांचकर्ता मुख्य संदिग्ध का पता लगाने के लिए उनके कॉल रिकॉर्ड का भी विश्लेषण कर रहे हैं, जिसके बारे में माना जाता है कि वह उनका पुरुष परिचित है।
महालक्ष्मी हत्याकांड में बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर दयानंद के अनुसार पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। आरोपी की पहचान कर ली गई है, उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। बताया कि आरोपी बाहरी है और हम इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। पुलिस हर एंगल से महालक्ष्मी मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में लगी हुई है। घटना को लेकर एक ओर लव जेहाद का एंगल है वहीं दूसरी ओर पं बंगाल से जुड़े होने की भी चर्चा है संभव है कि कोई बंगला देश का अपराधी इस मामले में संबद्ध हो पुलिस अधिक जानकारी देने से इंकार कर रही है। (हिफी)