#geeta #rajajanak
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धर्म-अध्यात्म
दीनता का कारण है इच्छाएं
राजा जनक कहते हैं कि मैं नित्य एवं शाश्वत आत्मपद पर स्थित हूं। इसलिए प्राप्त एवं अप्राप्त में समभाव…
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धर्म-अध्यात्म
प्रयतात्मा भक्तों के उदाहरण हैं सुदामा
रामायण अगर हमारे जीवन में मर्यादा का पाठ पढ़ाती है तो श्रीमद् भागवत गीता जीवन जीने की कला सिखाती है।…
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