क्रेडिट कार्ड की सीमा का रखें ध्यान

खरीदारी, होटल बुकिंग, हवाई टिकट के साथ दूसरे लेन-देनों के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ग्राहक अक्सर ज्यादा लिमिट वाले क्रेडिट कार्ड को पसंद करते हैं लेकिन अधिकर ग्राहकों को ये पता ही नहीं होता कि उनके लिए कितनी लिमिट सही रहेगी। क्रेडिट कार्ड लेते समय लिमिट का कैसे ध्यान रखा जाए, जिससें कर्ज के जंजाल में फंसने से बच जाएं। क्रेडिट कार्ड लिमिट वो अधिकतम अमाउंट होता है जो आप किसी भी समय अपने कार्ड से उधार ले सकते हैं। बैंक और वित्तीय संस्थान आपकी इनकम, क्रेडिट स्कोर, आपके लोन चुकाने की हिस्ट्री और मौजूदा लोन जैसे फैक्टर्स के आधार पर ये सीमा तय करते हैं। हालाँकि, ज्यादा लिमिट हमेशा बेहतर नहीं होती है। अगर आप कार्ड में ज्यादा लिमिट का इस्तेमाल करते हैं तो आपका बजट गड़बड़ा सकता है। जबकि बहुत कम लिमिट आपकी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती। इसलिए, आपके लिए क्रेडिट कार्ड की सही सीमा जानना जरूरी है।
अपने कार्ड की लिमिट का चुनाव करते समय कुछ बातें हमेशा ध्यान में रखें- जैसे अपनी मंथली इनकम पर गौर करें। आप महीने में कितना कमाते हैं, इसी से आपके कार्ड की लिमिट को सेट करें। एक सामान्य नियम ये है कि आपकी क्रेडिट कार्ड की सीमा आपकी मंथली इनकम की दो या तीन गुना होनी चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपकी मंथली इनकम 60,000 रुपये है, तो डेढ़ लाख रुपये की सीमा ठीक रहेगी।
आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा में किराया, किराने का सामान, बिल और ईएमआई के साथ दिनभर के खर्च शामिल होने चाहिए। हालांकि आपको अनावश्यक खर्चों से बचना चाहिए। आपकी इनकम का कितना हिस्सा ईएमआई जैसे लोन को चुकाने में जा रहा है, इस बात का भी आपको ध्यान रखना चाहिए। अगर 30 फीसद से ज्यादा सैलरी के हिस्से से आप लोन चुका रहे हैं तो आपको ज्यादा लिमिट लेने से बचना चाहिए।
एक्सपर्ट कहते हैं कि सामान्य तौर पर लिमिट का 30 फीसद ही हिस्सा खर्च करना चाहिए। अगर इससे ऊपर यूज करते हैं तो कहीं ना कहीं क्रेडिट स्कोर कम होता है। मान लीजिए, आपके कार्ड की लिमिट 50 हजार रुपये है। अगर आप 25 हजार रुपये इस्तेमाल करते हैं तो आप 50 फीसद हिस्सा लिमिट का खर्च कर रहे हैं। इसलिए कम लिमिट का कार्ड लेना भी आपकी फाइनेंशियल हेल्थ के लिए ठीक नहीं है।