ट्रूडो के खिलाफ होगा गुप्त मतदान

हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले को बेवजह घसीटकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भले ही खालिस्तान समर्थन के नाम पर कुछ वोट पक्के करने में सफल हो गए हों पर अब यही मुद्दा उनकी कुर्सी का दुश्मन बनता नजर आ रहा है। कनाडा में अगले साल के अंत में चुनाव होने हैं। इससे पहले जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता का ग्राफ देश में तेजी से गिर रहा है। ट्रेडो ने 28 अक्टूबर तक प्रधानमंत्री पद छोड़ने के अपनी ही पार्टी के सांसदों के अल्टीमेटम को ठुकरा दिया था। अब पार्टी के ही एमपी ट्रूडो के खिलाफ सीक्रेट वोटिंग का प्लान बना रहे हैं।
मौजूदा वक्त में विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी ऑफ कनाडा की लोकप्रियता सातवें आसमान पर है। सभी सर्वे में उन्हें अगले साल चुनाव जीतने का फेवरेट बताया जा रहा है। उधर, जस्टिन ट्रूडो की बात की जाए तो उन्हें लिबरल पार्टी ऑफ कनाडा में पिछले एक दशक से वन मैन आर्मी माना जाता रहा है। पार्टी को फिर से खड़ा करने में ट्रूडो का बड़ा योगदान रहा है लेकिन कोरोना महामारी के बाद से ट्रूडो की नीतियों के चलते कनाडा के लोग काफी ज्यादा नाराज हैं। ऊपर से हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर बेवजह भारत से पंगा लेकर ट्रूडो की हालत अपने ही देश में और खराब हो गई। ब्लॉक क्यूबेकॉइस के प्रमुख यवेस-फ्रैंकोइस ब्लैंचेट ने कहा है कि हम ट्रूडो को हटाने के लिए काम कर रहे हैं। कुछ लिबरल सांसद अब ट्रूडो के भविष्य पर सीक्रेट वोटिंग कराने की कोशिश कर रहे हैं। लंबे समय से लिबरल सांसद हेलेना जैकजेक ने इस मामले पर कहा, “मैं गुप्त मतदान के पक्ष में हूं। मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हम इस बारे में स्थिति स्पष्ट करें।” इससे पहले 23 अक्टूबर को बंद कमरे में हुई बैठक में लिबरल पार्टी के सांसदों ट्रूडो को 28 अक्टूबर तक पीएम पद छोड़ने के लिए कहा था।