ट्रम्प ने जेलेन्सकी से कहा, तीन साल से क्या कर रहे थे

यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर रूस और अमेरिका के बीच सऊदी अरब में पहली बातचीत हुई। रूस और अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने मुलाकात की, लेकिन खास बात रही कि इसमें यूक्रेन को ही नहीं बुलाया गया। इस मुलाकात के कुछ घंटे बाद ही यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि युद्ध समाप्त करने पर किसी भी चर्चा में यूक्रेन की भागीदारी जरूरी है। जेलेंस्की ने कहा, ‘यूक्रेन को लेकर रूस और अमेरिका के प्रतिनिधियों में बातचीत हो रही है। लेकिन इसमें यूक्रेन ही शामिल नहीं है।’ जेलेंस्की ने कहा कि ‘न्यायसंगत’ शांति पाने के लिए सुरक्षा गारंटी पर बातचीत में अमेरिका, यूक्रेन और यूरोप की भागीदारी जरूरी है। जेलेंस्की के बयान पर ट्रंप ने तंज कसते हुए कहा कि यूक्रेन के पास युद्ध खत्म करने के लिए तीन साल का समय था। तुर्की यात्रा के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेलेंस्की ने कहा, ‘व्यापक अर्थ में यूक्रेन, यूरोप और यूरोपीय संघ, तुर्की और यूके शामिल हैं।’ अमेरिका और रूस की बातचीत के बाद उन्होंने सऊदी अरब की यात्रा को 10 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया है।
इससे पहले जेलेंस्की ने कहा था कि अमेरिका अब ऐसी बातें कह रहा है जो पुतिन के लिए बेहद अनुकूल हैं, क्योंकि वे उन्हें खुश करना चाहते हैं। वे जल्दी मिलना चाहते हैं और जल्दी जीत हासिल करना चाहते हैं। रूस सिर्फ युद्धविराम नहीं चाहता। बल्कि वह जीत चाहता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह इस महीने पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं। उन्होंने सऊदी अरब में अमेरिकी-रूसी वार्ता से बाहर रहने की यूक्रेन की चिंता को खारिज कर दिया। ट्रंप ने तंज कसते हुए कहा, ‘आज मैंने सुना कि यूक्रेन ने कहा कि हमें आमंत्रित नहीं किया गया। वैसे आप वहां तीन साल से हैं। आपको इसे खत्म कर देना चाहिए था।’ ट्रंप ने अपने बयान में यह तक कहा कि युद्ध को यूक्रेन ने शुरू किया। ट्रंप ने कहा, ‘आपको इसे कभी शुरू नहीं करना चाहिए था। आप कोई समझौता कर सकते थे।’ सऊदी अरब में अमेरिका के साथ हाई लेवल मीटिंग के बाद रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूरोप और नाटो को झटका दिया। लावरोव ने कहा कि उनका देश किसी भी शांति समझौते के तहत यूक्रेन में नाटो सेना स्वीकार नहीं करेगा।